CG Prime News@भिलाई. दुर्ग जिले में 8 साल से फरार माइक्रो फाइनेंस पब्लिक लिमिटेंड के फरार डायरेक्टर को दुर्ग पुलिस ने ओडि़शा से गिरफ्तार कर लिया है। जेवरा सिरसा चौकी में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुस्थादास, पिता ढोई चरन दास उम्र 45 वर्ष निवासी खोरधा ओडि़शा ने अधिक ब्याज का प्रलोभन देकर दुर्ग जिले के दो निवेशकों से 10,20,000 रूपए की धोखाधड़ी की थी। जिसके बाद ऑफिस बंदकर वह फरार हो गया था। पिछले आठ साल से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।
पैसा डबल करने का दिया था लालच
जेवरा सिरसा चौकी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रूखमणी बाई साहू पति स्व. दूजेराम साहू उम्र 55 साल निवासी ग्राम जेवरा सिरसा ने चौकी स्मृतिनगर में 2017 में धोखाधड़ी का रिपोर्ट दर्ज कराया था। उसने अपनी शिकायत में बताया था कि माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड के डायरेक्टरों द्वारा अधिक ब्याज देने और पैसा डबल होने का झांसा देकर वर्ष 2008 से लगातार उसके पति से 9,70,000 रूपए और एक अन्य निवेशक से 50000 रुपए जमा कराए थे।
ऑफिस बंद कर भाग गए थे
आरोपी डायरेक्टर इस प्रकार दो निवेशकों से 10,20,000 रुपए जमा कराकर धोखाधड़ी कर ऑफिस बंद कर भाग गए थे। पीडि़त की रिपोर्ट पर थाना पुलगांव (चौकी जेवरा सिरसा) में अप.क. 221/2017 धारा 420, 409 भा.द.वि. 3,4,5 चिटफण्ड एवं धन परिचालन पाबंदी अधिनियम 1978 छ.ग. निक्षेपकों के हितो का संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 माइक्रो फाईनेंस पब्लिक लिमिटेड का डॉयरेक्टर दुर्गा प्रसाद मिश्रा, बैकुंठनाथ पटनायक, सुरथादास, अशोक कुमार पटनायक, बिजोय कुमार राउत्रे के विरूद्ध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपीगण अपराध कायमी के पूर्व से ही फरार हो गए थे ।
ओडि़शा से गिरफ्तार हुआ आरोपी
चिटफण्ड के प्रकरणों में फरार डायरेक्टरों की पतासाजी और गिरफ्तारी हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी कम में आरओसी से प्राप्त जानकारी के आधार पर कम्पनी के डॉयरेक्टर की पतासाजी हेतु एक टीम ओडि़शा भेजा गया। टीम ने ओडि़शा से माइक्रो फाइनेंस पब्लिक लिमिटेंड कम्पनी के डायरेक्टर सुरथादास को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमाण्ड में भेजा है। शेष फरार आरोपी की पतासाजी की जा रही है। इस कार्रवाई में सहायक उप निरीक्षक लक्ष्मी नारायण जोशी, आरक्षक दीपक जान, चौकी जेवरा सिरसा, प्रधान आरक्षक धनंजय, आरक्षक अजय गहलोत एसीसीयू की भूमिका उल्लेखनीय रही ।
