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CG Prime News@राजनांदगांव. ED raid in rajnandgaon छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में ED में बड़ा छापा मारा है। यहां राजनांदगांव निवासी नाहटा, बंसल और अग्रवाल परिवार के घर ED की टीम पहुंची है।

एक दर्जन गाड़ियों में पहुंचे ED के अधिकारी

मिली जानकारी के अनुसार बुधवार तड़के सुबह एक दर्जन गाड़ियों में एड के अफसर रेड मारने के लिए पहुंचे हैं। फिलहाल ED की टीम जांच कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार जिनके यहां छापेमारी की गई है यह सरकारी सामान के बड़े सप्लायर है। वहीं माइनिंग से भी यह लोग जुड़े हुए हैं। ED की Raid को लेकर स्थानीय पुलिस ने अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है।

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CG Prime News@डोंगरगढ़. Free medical camp at Maa Bamleshwari Temple, Dongargarh मां बम्लेश्वरी मंदिर प्रांगण डोंगरगढ़ में शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग, हुडको, भिलाई और शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी के संयुक्त तत्वावधान में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और दर्शनार्थियों को स्वास्थ्य परामर्श, जांच एवं नि:शुल्क दवाइयां उपलब्ध कराई गईं। पिछले 6 दिनों में इस शिविर से 1200 से अधिक श्रद्धालु और मरीजों को नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श, नर्सिंग सहायता, आवश्यक दवाइयाँ उपलब्ध कराई गई।

डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ दे रहे सेवा

इस पूरे आयोजन में शंकराचार्य गु्रप ऑफ कॉलेज के अध्यक्ष आईपी मिश्रा का विशेष योगदान रहा। उनके प्रयासों से ही दोनों शिफ्टों में योग्य चिकित्सक उपलब्ध कराए गए तथा मरीजों के लिए नि:शुल्क दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। शिविर का संपूर्ण प्रबंधन शंकराचार्य कॉलेज ऑफ नर्सिंग के निदेशक डॉ. दीपक शर्मा और डॉ. मोनिषा शर्मा के नेतृत्व में संचालित हो रहा है। डॉ. दीपक शर्मा ने चिकित्सा शिविर को लेकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस आयोजन से अभिभूत हैं और मां बम्लेश्वरी मंदिर के दर्शनार्थियों को सेवा प्रदान कर पाना उनके लिए अत्यंत सुखद और सौभाग्य की बात है।

मंदिर आने वाले श्रद्धालु लगातार डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की समर्पित सेवा भावना की सराहना कर रहे हैं। मां बम्लेश्वरी मंदिर पहुंचे दर्शनार्थियों और पर्यटकों ने चिकित्सा शिविर की टीम की सराहना करते हुए कहा कि पूरी टीम अत्यंत सहयोगी एवं मददगार रही। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने न केवल धैर्यपूर्वक उनकी समस्याएँ सुनीं, बल्कि उचित परामर्श और दवाइयाँ भी नि:शुल्क उपलब्ध कराईं। शिविर में कार्यरत सभी सदस्य सेवा भाव से जुड़े रहे। जिससे श्रद्धालुओं को सुविधा प्राप्त हुई।

श्रद्धालुओं ने की चिकित्सा शिविर की सराहना

मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल गट्टानी, सीपी मिश्रा, संजीव गोमस्तव, बबलू सांडिल्य सहित अन्य ट्रस्टियों ने शिविर को सफल बनाने में सक्रिय सहयोग दिया। स्थानीय स्तर पर शिविर के समन्वय जिम्मेदारी बीआईटी दुर्ग के डॉ. अभिषेक चक्रवर्ती निभा रहे हैं। मां बम्लेश्वरी धाम पहुंचे श्रद्धालुओं ने इस पहल की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ के बीच चिकित्सा सुविधा मिलना बेहद सुखद अनुभव है।

लोग डॉक्टरों और नर्सों की नि:स्वार्थ सेवा भावना की प्रशंसा कर रहे हैं। यह चिकित्सा शिविर न केवल श्रद्धालुओं के लिए राहत का माध्यम बना, बल्कि यह संदेश भी दिया कि सामूहिक प्रयास और सेवा भावना से समाज में बड़ी सकारात्मक पहल की जा सकती है। श्रद्धालुओं ने इस पहल को माँ बम्लेश्वरी की नगरी में मानव सेवा का अनूठा उदाहरण बताते हुए आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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CG Prime News@राजनांदगांव. Employee of Maa Bamleshwari Temple Trust committed suicide राजनांदगांव जिले में डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट के एक कर्मचारी ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। उसने मरने से पहले जो सुसाइड नोट छोड़ा है, उसे पड़कर मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट में खलबली मच गई है। मृतक ने ट्रस्ट के सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार की है। जीआरपी पुलिस को घटनास्थल से तीन पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें मंदिर प्रसाद समिति के कुछ सदस्यों और ट्रस्ट के अन्य लोगों के नाम लिखे हैं। सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा कि समिति ने उन पर 2-3 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितता का झूठा आरोप लगाया था। इससे वे मानसिक रूप से परेशान थे।

वहीं स्थानीय स्तर पर मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर प्रसाद समिति मृतक पर पैसों की वसूली का दबाव बना रही थी। कर्मचारी ने सुसाइड नोट में पुलिस से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस जांच में जुटी

इस घटना से मां बमलेश्वरी मंदिर ट्रस्ट समिति की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं। स्थानीय लोग और श्रद्धालु निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। मंदिर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। जीआरपी पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर जांच कर रही है।

20 साल से काम कर रहा था मृतक

जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान 20 साल से काम कर रहे कर्मचारी परमानंद प्रसाद (चंदू) के रूप में हुई है। शुक्रवार सुबह स्थानीय अंडरब्रिज के पास रेलवे ट्रैक पर उसका शव मिला था। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। इधर मृतक के परिजन भी अब पुलिस से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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CG Prime News@राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में अज्ञात व्यक्ति ने नगर पालिका द्वारा लगाए साइन बोर्ड में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर (baba saheb ambedkar ) की तस्वीर पर कीचड़ और गोबर फेंक दिया। जिसके बाद बवाल मच गया। पूरा मामला डोंगरगढ़ के वार्ड क्रमांक 8 बधिया टोला की है। घटना शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है। इधर शनिवार सुबह जब लोगों की नजर बाबा साहेब की तस्वीर पर पड़ी तो बवाल मच गया। घटना से आक्रोशित बौद्ध समाज के लोगों ने शनिवार को कार्रवाई की मांग लेकर चक्काजाम कर दिया।

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छत्तीसगढ़ में बाबा साहेब आंबेडकर की फोटो पर फेंका गोबर और कीचड़, डोंगरगढ़ में जमकर बवाल

नगर पालिका और पुलिस ने संभाला मोर्चा

मामले की जानकारी मिलते ही नगर पालिका की टीम ने मौके पर पहुंचकर पानी से पोस्टर को साफ किया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को समझाया। उन्होंने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। करीब दो घंटे बाद चक्काजाम समाप्त हुआ।

सड़क पर उतरे बौद्ध समाज के लोग

बधिया टोला में आज सुबह मामले की जानकारी मिलते ही बौद्ध समाज के लोग सड़क पर उतर आए। उन्होंने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया । प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बाबा साहेब का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बाबा साहेब का द्वार और पोस्टर लगे 24 घंटे भी नहीं हुए थे। इस घटना से वार्ड में तनाव का माहौल है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है।

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक स्कूल टीचर ने एक छात्र के गाल पर इतनी जोर से थप्पड़ मारा कि उसके कान का पर्दा फट गया।

बता दें कि डोंगरगढ़ के खालसा पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले एक 13 वर्षीय छात्र सार्थक सहारे की ज़िंदगी एक मामूली सी घटना के कारण पूरी तरह बदल गई। घटना 2 जुलाई की बताई जा रही है, जब कक्षा 7वीं में SST (सामाजिक विज्ञान) की कक्षा के दौरान शिक्षिका द्वारा कथित रूप से की गई मारपीट में छात्र को गंभीर नुकसान झेलना पड़ा।

डोंगरगढ़ अस्पताल ले गए

बताया जा रहा है कि टीचर ने सातवीं के छात्र को मामूली बात पर थप्पड़ मारे। जब छात्र घर पहुंचा तो उसने अपने पिता से कहा कि उसे सुनने में दिक्कत हो रही है। परिजनों के अनुसार, घटना के तुरंत बाद छात्र के कान में तेज़ दर्द हुआ और वह कुछ भी सुन नहीं पा रहा था।

घबराए परिजन उसे तुरंत डोंगरगढ़ अस्पताल ले गए। लेकिन जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो उसे राजनांदगांव और फिर रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब तक सुनने की समस्या बनी हुई है और डॉक्टरों का कहना है कि इलाज लंबा चलेगा।

देरी पर भड़क गई टीचर

छात्र ने बताया कि बैग से कॉपी निकालने में देरी होने पर शिक्षिका भड़कीं और तमाचे जड़े। छात्र के कान में दर्द उठने के साथ ही कम सुनाई देने लगा है। छात्र के स्वजन ने बताया कि वह रेलवे का कर्मचारी है। 13 वर्षीय छात्र सार्थक ने इस घटना की जानकारी हमें नहीं दी थी। बस कान में दर्द को लेकर शिकायत कर रहा था। गुरुवार को बम्लेश्वरी अस्पताल में इलाज करवाया। वहां सब बातें सामने आईं।

शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप

घटना सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। मामले को लेकर सार्थक के माता-पिता ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) बीरेंद्र कौर गरछा को लिखित शिकायत दी है और आरोपी शिक्षिका को स्कूल से हटाने की मांग की है। वहीं बीईओ ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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3 दिन पहले परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदा रिपोर्ट

CG Prime News@राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक युवक और युवती की एक साथ लाश मिलने से हड़कंप मच गया है। मामला तुमड़ीबोड़ इलाके की है। मिली जानकारी के अनुसार दोनों युवक-युवती डोंगरगांव थाना क्षेत्र के रहने वाले थे और तीन दिन पहले दोनों के परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। दोनों के शव जंगल के पास संदिग्ध हालात में मिले हैं।

4 से पांच दिन पुराना बताया जा रहा शव

स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि शव करीब 4 से 5 दिन पुराने हैं जिससे आशंका जताई जा रही है कि दोनों की मौत कई दिन पहले ही हो चुकी है।

जांच में जुटी पुलिस

फिलहाल तुमड़ीबोड़ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शवों की शिनाख्त के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। युवक-युवती की मौत की असली वजह क्या है यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के बाद ही सामने आ पाएगा लेकिन इस घटना ने इलाके में लोग कई तरह की बातें कर रहे हैं।

 

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CG Prime News@राजनांदगांव. Police raid in Dongargarh’s yoga ashram छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में गोवा की तर्ज पर बने योग आश्रम में पुलिस ने छापेमार कार्रवाई की। इस दौरान योग आश्रम से दो किलो गांजा, नशीली इंजेक्शन, वियाग्रा, नशीली गोलियां और सेक्स टॉयज के साथ कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं। डोंगरगढ़ पुलिस को लंबे समय से इस योग आश्रम की आड़ में अनैतिक गतिविधियों का इनपुट मिल रहा था। जिसके बाद पुलिस ने पूरी तैयार के साथ 25 जून की रात प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास बने आश्रम में रेड कार्रवाई की। संचालक तरूण अग्रवाल उर्फ बाबा कांती को गिरफ्तार कर लिया है।

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डोंगरगढ़ के योग आश्रम में पुलिस का छापा, 2 किलो गांंजा, वियाग्रा, नशीली इंजेक्शन और मिले सेक्स टॉयज

विदेशियों को बनाया नेटवर्क

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पांखडी बाबा उर्फ तरुण अग्रवाल 20 साल से गोवा में था। वहीं से उसने योग सिखा, वहां विदेशियों को योग सिखाता था। डोंगरगढ़ में पिछले डेढ़ साल से साधु के वेश में रह रहा है। गोवा में रहते हुए उसने विदेशी पर्यटकों को योग सिखाने के नाम पर एक नेटवर्क बनाया था। डोंगरगढ़ में भी वह इसी तरह का मॉडल शुरू करना चाहता था। उसने यहां एक आश्रम बनाया और लोगों को बताया कि वह गोवा जैसा हेरिटेज योग सेंटर खोल रहा है।

सौ देशों की यात्रा की

पूछताछ में आरोपी ने खुद को 100 देशों में घूम चुका अंतरराष्ट्रीय योगगुरु बताया। उसने 10 से अधिक एनजीओ का डायरेक्टर होने और विदेशी फंडिंग का दावा भी किया है। पुलिस अब इन एनजीओ, उसके पासपोर्ट, बैंक खातों और सोशल नेटवर्क की जांच कर रही है। आरोपी के पास अलग-अलग देश के योग के सर्टिफिकेट भी हैं। गोवा में भी तरुण की कई प्रॉपटी है। 2 साल पहले वह डोंगरगढ़ आया, यहां जमीन खरीदी और फॉर्म हाउस बनाकर साधु के भेष में रह रहा था, वे लोग फार्महाउस को आश्रम कहते थे।

आश्रम किया सील

आरोपी मूल रूप से डोंगरगढ़ का निवासी है। उसका आश्रम भी सेठ श्री बालकिशन प्रसाद अग्रवाल मेमोरियल फाउंडेशन के नाम से है। आरोपी ने डेढ़ साल पहले 6 करोड़ में इस आश्रम को खरीदा था। जो अब भी अंडर कंस्ट्रक्शन है। पुलिस के मुताबिक, आश्रम में जब उसे हैवी नशा करने वाले लड़के नहीं मिले तो वह गांजा रखने लगा। योग सिखाने के नाम पर युवाओं को निशाना बनाया। आश्रम में रोजाना रात में लड़कों का जमघट रहता था। लंबे समय से पुलिस को शक था। कई बार रात में पेट्रोलिंग के दौरान भी युवकों को आते जाते देखा गया था। जिसके बाद पुलिस ने रेड मारी। फिलहाल आश्रम को सील कर दिया गया है।

 

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CG Prime News@राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 के मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढऩे लगी है। वहीं कोविड से 6 दिन में दूसरी मौत हो गई है। लखोनी निवासी 55 साल के व्यक्ति की शनिवार देर रात कोरोना (corona new variant JN.1) इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें पहले से हृदय रोग, सांस की तकलीफ और ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियां थी। कोविड के नए वैरिंएट से मरने वाले दोनों लोग राजनांदगांव जिले के ही रहने वाले थे।

कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार

मिली जानकारी के अनुसार मृत मरीज का इलाज शासकीय मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल पेंड्री के आईसीयू में चल रहा था। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अतुल देशकर ने बताया कि, मरीज की शनिवार देर रात मौत हो गई। रविवार को कोविड प्रोटोकॉल के तहत मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 20 जून को मजदूरी का काम करने वाले मरीज की कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे तुरंत कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। मरीज के परिजनों को होम आइसोलेशन में रखा गया। उनके संपर्क में आए लोगों की जांच शुरू की गई।

16 जून को हुई थी कोरोना से पहली मौत

इससे पहले 16 जून को राजनांदगांव के ही 86 साल के बुजुर्ग की कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 से मौत हो गई थी। पिछले कई समय से वो मेडिकल प्रॉब्लम फेस कर रहा था। रूटीन डायलिसिस के लिए रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में आया हुआ था। डॉक्टरों को कोविड के सिम्टम्स दिखे तो जांच हुई। जांच रिपोर्ट में पेशेंट कोविड पॉजिटिव आया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

जांच कराने और मास्क पहनने की सलाह

राजनांदगांव के जिस इलाके में रहने वाले कोविड मरीज की मौत हुई, उसके बाद वहां कोविड जागरूकता अभियान और जांच शिविर भी आयोजित किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने मृतक के परिजनों और संपर्क में आए लोगों की निगरानी शुरू कर दी है। साथ ही जनता से अपील की है कि कोविड लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं और मास्क, सामाजिक दूरी जैसे दिशा-निर्देशों का पालन करें।

 

राजनांदगांव। Big scam in cg छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में 93 लाख रुपए से अधिक का तेंदूपत्ता घोटाले का मामला सामने आया है। खरीदार ने वन कर्मियों से मिलीभगत कर गोदाम से अच्छी क्वालिटी के तेंदूपत्ता को हटाकर उसकी जगह बोरे में पुराना खराब तेंदूपत्ता और कचरा भर दिया था। मामला उजागर होने पर तेंदूपत्ता खरीदार, रेंजर सहित कुल 10 वनकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह घोटाला मोहला के जीई रोड स्थित मैदानी गोदाम में वर्ष 2022 में तेंदूपत्ता विक्रय के दौरान हुआ था।

नियमों का उल्लंघन कर भुगतान

मौजूदा गुरुकृपा गोदाम में वन विभाग ने साल 2022 से 2025 तक तेंदूपत्ता का भंडारण किया था। यहां बीजापुर भैरमगढ़ वनक्षेत्र से तोड़े गए अच्छी क्वालिटी के तेंदूपत्ता का भंडारण किया गया था। आरोप है कि सुधीर मानेक नाम के व्यपारी ने तेंदूपत्ता की खरीदी की थी। लेकिन सुधीर ने अनुबंध राशि का भुगतान संबंधित समितियों को न कर सीधे विभागीय कर्मचारियों को कर दिया। जांच में यह भी सामने आया कि तेंदूपत्ता बिक्री की अनुमति लेने से पहले ही उसने नियमों का उल्लंघन करेत हुए भुगतान भी ले लिया था। जिसके चलते सुधीर मानेक का अनुबंध निरस्त कर दिया गया।

गोदाम में की गई बोरों की अदला-बदली

गोदाम में रखे उक्त तेंदूपत्ता को वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच मिलीभगत कर उच्च क्वालिटी के तेंदूपत्ता वाले बोरे की अदला-बदली की गई। वन विभाग का दावा है कि जांच की गई तो ज्यादातर बोरों में अच्छी क्वालिटी का तेंदूपत्ता हटाकर पुराना कचरा भरने की पुष्टि हुई है। गोदाम में तेंदूपत्ता अदला-बदली के लिए तत्कालीन गोदाम प्रभारी, जो कांकेर के वन परिक्षेत्र अधिकारी हैं, का सहयोग लिया गया। इसके अलावा दो तत्कालीन गोदाम प्रभारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, सहित वन विभाग द्वारा लगाए गए सुरक्षा श्रमिकों की भूमिका भी सामने आई है।

यह भी पता चला है कि सरकारी दर 134 रुपये प्रति मानक बोरा थी, लेकिन संबंधित कर्मचारियों ने केवल 100 रुपये प्रति बोरा की दर पर तेंदूपत्ता बेचा। इस तरह हर बोरे पर 34 रुपये का नुकसान हुआ। इस प्रकार शासन को कुल 93 लाख 34 हजार रुपये का नुकसान पहुंचा है।

इन पर की गई एफआईआर

वन मंडलाधिकारी द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में घोटाले की पुष्टि होने के बाद कोतवाली थाने में एफआईआर की गई है।जिसमें तेंदूपत्ता खरीदार सुधीर मानेक, तत्कालीन मुख्य गोदाम प्रभारी रहे कांकेर रेंजर माखन लाल बंजारे, उप वन क्षेत्रपाल जीवन लाल देशमुख, गोदाम चौकी सुनील ठाकुर हैं। इनके अलावा सुरक्षा श्रमिक जावेद अहमद, दिनेश मारकंडे, निरंजन सिंह ठाकुर, ईश्वर साहू, तीज व कम्प्यूटर ऑपरेटर यशवंत धनकर के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए वैरिंएट (JN.1) से एक मरीज की मौत हो गई है। सोमवार को राजनांदगांव के रहने वाले कोरोना पॉजिटिव (Covid positive) मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक कोरोना के अलावा लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहा था। मिली जानकारी के अनुसार रूटीन डायलिसिस के लिए रायपुर के एक निजी हॉस्पिटल में मरीज आया हुआ था। डॉक्टरों को कोविड के सिम्टम्स दिखे तो जांच हुई। First death due to new variant of corona in Chhattisgarh

इलाज के दौरान मौत

जांच रिपोर्ट में पेशेंट कोविड पॉजिटिव आया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अब तक प्रदेश में कोविड के 118 मरीज मिल चुके हैं। सोमवार को दस नए मरीज मिले हैं। इनमें रायपुर के 3, बिलासपुर के 3, दुर्ग के 2 और सरगुजा-महासमुंद से एक-एक मरीज शामिल हैं। इनमें से 42 मरीज पिछले पांच दिनों में मिले हैं।

24 मई को पहला मरीज मिला, 23 दिन में आंकड़ा 100 पार

हालांकि एक्टिव मरीजों की संख्या 51 है, वहीं 66 रिकवर हो चुके हैं। इनमें 41 होम आइसोलेशन में हैं। 9 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, वहीं 1 मरीज ढ्ढष्ट में है। प्रदेश में 24 मई को प्रदेश में पहला कोविड पेशेंट रायपुर में मिला था। 23 दिन में आंकड़ा सैकड़ा का अंक पार गया है। इस लिहाज से प्रदेश में रोज 5 मरीज मिल रहे हैं। हालांकि पहली मौत के बाद प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है। शासकीय जिला अस्पतालों और दूसरे हेल्थ सेंटर्स में टेक्निकल और नॉन-टेक्निकल सभी तरह के स्टाफ की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है।

होम क्वारंटाइन में ठीक हो रहे मरीज

मेकाहारा के डॉ. आर के पांडा के मुताबिक, ज्यादातर मरीज होम क्वारंटाइन में ही ठीक हो जा रहे हैं, लेकिन उन मरीजों को ज्यादा खतरा है, जिन्हें पहले से दूसरी या एक से ज्यादा बीमारियां हैं। खासकर डायबिटीज पेशेंट और चेन स्मोकर्स नए वैरिएंट के चपेट में जल्दी आ सकते हैं।

मरीजों की संख्या बढ़ सकती है

डॉक्टर्स की मानें इस बार अच्छी बात ये है कि 3 मरीज रोज ठीक भी हो रहे हैं। कुछ और डेप्थ कैलकुलेशन करें तो जो डिजिट सामने आते हैं उसके मुताबिक कोविड की डेली ग्रोथ रेट 23.1प्रतिशत है, वहीं रिकवरी रेट 56.4 प्रतिशत है। यानी रिकवरी रेट 33प्रतिशत हैं। इस लिहाज से अगले 10 दिनों का प्रोजेक्शन सेट करें तो प्रदेश में कोविड मरीजों की संख्या 167 हो जाएगी। लेकिन इनमें 96 रिकवर भी हो चुके होंगे।

देशभर में कोविड से 108 मौतें

अगर देशभर की बात करें तो 9 राज्यों को छोड़कर बाकी स्टेट्स में कोविड का नया वैरिएंट जेएन.1 फैल चुका है। अभी 7 हजार 264 मरीज रिकवर एक्टिव केस हैं। वहीं 13 हजार 604 से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं 108 मौतें हो चुकी हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि नया वैरिएंट पहले की तुलना में कम खतरनाक हैं, फैटेलिटी रेट सिर्फ 2 प्रतिशतहै।

राजनांदगांव। Train accident in cg राजनांदगांव के रेलवे स्टेशन में रक्सौल जाने वाली चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश में एक यात्री का पैर फिसल गया, जिससे ट्रेन के डोर का हैंडल पकड़कर लटक गया और लगभग 20 मीटर तक प्लेटफार्म पर घसीटता रहा। इसी बीच आरपीएफ (RPF) के जवान की सतर्कता और बहादुरी से उस यात्री की जान बच गई। यात्री की जान बचते ही उसने अपने दोनों हाथ ऊपर कर बताया कि वो सुरक्षित है। इसके बाद तुरंत वहां मौजूद लोग इकट्ठा हो गए। यह पूरी घटना स्टेशन पर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई।

प्लेटफार्म नंबर 1 पर हुई घटना

प्लेटफार्म नंबर 1 पर चेरला पल्ली-रक्सौल एक्सप्रेस (07005) 11.05 बजे प्लेटफार्म नंबर 1 पर आई और दो मिनट ठहराव के बाद समय 11.09 बजे प्लेटफार्म से रवाना हुई। इसी दौरान एक यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगा। तभी उसका एक शख्स का पैर फिसल गया।

अल गया हादसा, बच गई जान

वह असंतुलित होकर गिर गया और ट्रेन से लटकते हुए प्लेटफॉर्म पर घिसटने लगा। यात्री ट्रेन के डोर के हैंडल को पकड़कर प्लेटफार्म पर 20 मीटर तक घसीटते रहा। गनीमत रही की वह शख्स ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच ट्रैक पर नहीं गिरा, वरना उसकी जान भी जा सकती थी।

इसी दौरान प्लेटफार्म 1 पर ड्यूटी पर तैनात प्रभारी निरीक्षक समीर खलखो ने जैसे ही उस शख्स को ट्रेन से लटकते हुए देखा तो उसे बचाने दौड़े और बिना कोई देर किए उस यात्री को खींचकर सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जिससे उसकी जान बाल-बाल बच गई।

कवर्धा। Congress Leader Objectionable Video Viral: छत्तीसगढ़ के कवर्धा में लोहारा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। आरोप है कि, अध्यक्ष रामचरण पटेल विधवा महिला के घर में घुसकर उसके साथ रंगरेलियां मना रहे थे। कहा जा रहा है कि, इसी बीच विधवा के परिजन पहुंच गए, फिर क्या सभी ने मिलकर उन्हें जमीन पर पटका और जमकर पिटाई करनी शुरू कर दी। यह पूरा मामला लोहारा थाना के नवापारा का है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, लोहारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राम चरण पटेल को विधवा महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में परिजनों ने पकड़ा और लात-घूसों से उसकी जमकर पिटाई की। फिलहाल अभी इस मामले की थाने में शिकायत नहीं की गई। है वहीं इस मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामचरण पटेल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।

किया बड़ा कारनामा

स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि महिला के परिजनों ने ब्लॉक अध्यक्ष को रंगे हाथों पकड़कर लात-घूसों (Assault) से जमकर पिटाई की। मामला तूल पकड़ने के बाद वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया, जिससे कांग्रेस की छवि को गहरा धक्का पहुंचा।

वीडियो में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामचरण पटेल असहाय अवस्था में मार खा रहे हैं। वहीं मारते हुए परिजन उन्हें थाने ले जाकर जेल भेजने की बात कहते हुए सुनाई दे रहे है।

कांग्रेस की छवि पर फिर उठा सवाल

इस पूरी घटना से न सिर्फ कांग्रेस पार्टी की साख को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि समाज में जनप्रतिनिधियों की नैतिक जिम्मेदारी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दलों द्वारा इसे लेकर पार्टी पर निशाना साधा जा सकता है। हालांकि वायरल वीडियो की स्वतंत्र पुष्टि अब तक नहीं हुई है, फिर भी यह घटना पार्टी के लिए गंभीर संकट बन गई है।

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