Home » Archives for June 2022
Monthly Archives

June 2022

कृष्ण कुंज के लिए नगरीय निकायों में चिन्हांकित स्थलों में कार्य शुरू

दुर्ग@CG Prime News. जिले के चार नगरीय निकायों में एक एकड़ भूमि पर कृष्ण कुंज बनाया जाएगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुके ने कृष्ण कुंज के लिए चिन्हांकन स्थलों का निरीक्षण किया। उनके साथ डीएफओ शशिकुमार भी थे। कलेक्टर ने शुरूआत पांच बिल्डिंग, दुर्ग में चिन्हांकित भूमि से की। यहां पर आरंभिक कार्य शुरू कर दिया गया है।

कलेक्टर ने सुंदर विहार, भिलाई में चिन्हांकित भूमि को देखी। फिर भिलाई चरौदा, कुम्हारी आदि में चिन्हांकित स्थलों को देखा। उन्होंने कहा कि कृष्ण कुंज को विकसित करने के पीछे शासन की मंशा है कि भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण माने जाने वाले पौधों की वाटिका तैयार हो सके, इन वृक्षों के तले सुकून का माहौल शहर के लोग बिता सकेंगे। यह बहुत सुंदर शांत जगह होगी, इस तरह से इसे विकसित करें। कलेक्टर ने कहा कि बरगद, पीपल जैसे पेड़ आक्सीजन भी बहुत ज्यादा देते हैं और बहुत दीर्घजीवी होते हैं। कृष्ण वाटिका के पौधे जब बड़े हो जाएंगे तो बहुत हरियाली भरा और बेहद सुंदर स्थल बन जाएगा। कृष्ण कुंज इसलिए भी अहम है क्योंकि पहली बार हमारी संस्कृति में चिन्हांकित पौधों को एक साथ रोपण किया जा रहा है।

चार निकाय में एक एकड़ पर रोपे जाएंगे 250 पौधे

डीएफओ शशिकुमार ने बताया कि एक एकड़ में लगभग 250 पौधों का रोपण होगा। इसमें बरगद, पीपल, नीम और कदंब जैसे पौधों का रोपण होगा। कृष्ण जनमाष्टमी के अवसर पर इनका रोपण आरंभ हो जाएगा। कलेक्टर ने स्थानीय नागरिकों से भी बातचीत की। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि शासन की यह बहुत महत्वपूर्ण पहल है और हमें खुशी है कि हमारी कालोनी को इसके लिए चुना गया है। सर्वाेदय विहार के निवासियों ने कहा कि कृष्ण कुंज नाम से ही बहुत आध्यात्मिक और धार्मिक अनुभव हो रहा है। इसके विकास के बाद यह सुंदर जगह बन जाएगी।

सिकोला में हाइटेक नर्सरी तैयार, लोकार्पित करेंगे मुख्यमंत्री

सिकोला में हाइटेक नर्सरी तैयार हो गई है। इसका लोकार्पण मुख्यमंत्री करेंगे। मुख्यमंत्री ने सिकोला में मातृछाया पथ में कृष्णकली का पौधा रोपित किया था। अब वो पौधा काफी बड़ा हो गया है। मुख्यमंत्री अपने भ्रमण के दौरान मातृछाया पथ भी देखेंगे। हाइटेक नर्सरी का कलेक्टर डॉ. भुरे ने निरीक्षण किया। डीएफओ ने बताया कि यहां फलदार पौधे तैयार किये जाएंगे। इसके लिए पाली हाउस बनाया गया है। यह बेहद हाइटेक तकनीक से बनाया गया है।

कुम्हारी में महामाया रोड पर स्थित बांधा में भूमिगत रिचार्ज के लिए ट्रीटमेंट पर काम तेज

मुख्यमंत्री ने कुम्हारी भ्रमण के दौरान उद्यान के पास स्थित बांधा में वाटर रिचार्ज की संभावनाओं पर काम करने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस बांधा में मुरूम भूमि होने के कारण पानी ठहरता नहीं। यदि ट्रीटमेंट किया जाए तो भूमिगत जल का बढ़िया रिचार्ज हो सकता है। मुख्यमंत्री के निर्देश के तुरंत बाद यहां काम आरंभ किया गया और 60 लाख रुपए की लागत से यह कार्य किया जा रहा है।

सीमार्ट का किया अवलोकन

कलेक्टर ने भिलाई में सीमार्ट का अवलोकन भी किया। सीमार्ट का भी लोकार्पण शीघ्र ही किया जाएगा। कलेक्टर ने अगले पंद्रह दिनों में इसका काम पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एसएचजी द्वारा बहुत अच्छे प्रोडक्ट बनाये जाते हैं। इनके डिस्प्ले को सुंदर तरीके से करें और मार्ट को बढ़िया तरीके से संवारे।

अब तक 7 आरोपी पकड़ा चुके, एक फरार को तलाश रही पुलिस

भिलाई@ CG Prime News. छावनी थाना अंतर्गत गैंगवार की घटना का मास्टरमाइंड आरोपी बीजेपी नेता लोकेश पांडेय को विशाखापटनम से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी एक होटल में ठहरा था। पुलिस मोबाइल लोकेशन और बैंक ट्रांजेक्शन के जरिए आरोपी तक पहुंची और उसे एक होटल से दबोच लिया। बता दें इस मामले से जुडे़ 6 आरोपियों को पुलिस ने पहले गिरफ्तार कर लिया था। वहीं फरार एक आरोपी चिकू की तलाश जारी है। आज पुलिस मामले का खुलासा कर सकती है।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेता लोकेश पांडे़य अपनी कार से नहीं भगा। कार को यही अपने छोटे भाई को देकर मोबाइलों को बंदकर कर लिया और वह जगदलपुर चला गया। वहां से आध्र प्रदेश में भाग गया। जहां समुद्र किनारे और विशाखापटनम आदि में घुमता रहा। मोबाइल बंद होने के कारण पुलिस को उसे पकड़ना बड़ी चुनौती थी। पुलिस ने दबाव बनाने उसके परिवार को नजरबंद कर लिया। निगरानी रखते हुए पुलिस ने लोकेश कुमार पांडेय के ट्रांजेक्शन पर फोकस किया। इसी बीच मुखबिरी से पता चला कि वह विशाखापटनम के पहले रूका है। पुलिस की दो टीम वहां पहुंची और उसे एक होटल से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में फरार आरोपी चिकू की पुलिस तलाश तर रही है।

अपराधियों में पुलिस का खौफ रहे, बुल्डोजर का लिया सहारा

रंजीत सिंह की बेरहमी से हत्या कर आरोपी लोकेश की कार में बाठकर चले गए। रामनगर स्थित लोकेश पांडेय की दुकान पर हत्या में प्रयुक्त हथियार और खून से लथपथ कपड़े को छत पर रखा और फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया। बीजेपी नेता लोकेश पांडेय के परिवार को अपनी निगरानी में रखा। अपराधियों पर खौफ लाने लोकेश की दुकान के सामने अतिक्रमण को बुल्डोजर से ढहा दिया। इसके बाद लोकेश दहशत में आ गया। उसके अन्य आरोरी भी दहशत में आ गए।

रंजीत को बेहद खतरनाक मौत दी आरोपियों ने

19 जून की रात 12.15 बजे साईं नगर हनुमान मंदिर के पास रंजीत सिंह की हत्या करने बीजेपी नेता लोकेश पांडेय ने आरोपियों को अपनी सफेद रंग की कार में बैठाकर ले गया। जहां आठ लोग मिलकर बदमाश रंजीत सिंह की हत्या की। इसके बाद सभी आरोपी भाग गए थे। आरोपी कैंप-१ साक्षरता चौक निवासी सोना उर्फ जोश अब्राहम पिता जोसफ उर्फ राकेश अन्ना (22 वर्ष), अमन भारती उर्फ  गणेश्वर उर्फ टिम्पू पिता नेमचंद भारती (24 वर्ष), बिसेलाल भारती उर्फ छोटू पिता नेमचंद भारती (27 वर्ष), भूपेन्द्र साहू पिता कामता प्रसाद साहू (23 वर्ष), निखिल साहू पिता अशोक साहू (19 वर्ष) और सुपेला इंदिरा नगर प्रीतम सिंह उर्फ पिन्टू पिता विजय सिंह चौहान (22 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया।

– भाजपा नेता के करीब पहुंची पुलिस की टीम

भिलाई@ C G Prime. रंजीत सिंह हत्याकांड के मामले में 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। री-क्रिएशन ऑफ क्राइम सीन कराने जब पुलिस घटना स्थल ले गई। आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों के मुंह पर कालिक पोत दिया। पुलिस ने बचाव किया। पुलिस ने एक किलोमीटर तक पैदल आरोपियों को लेकर घटना पहुंची, लेकिन पुरा माहौल जुलूस जैसा हो गया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों कोर्ट में पेश किया। वहीं आरोपियों का बॉस बीजेपी नेता लोकेश पांडेय का लोकेशन साउथ में मिला है। पुलिस की दो टीम उसे और उसके साथ आरोपी निखिल एंजल उर्फ चिकू को गिरफ्तार करने निकल गई है।

एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि बिहारी मोहल्ला निवासी अमन भारती उर्फ टिम्पू व निखिल एंजल उर्फ चिंकू ने तालाब के पास मृतक रंजीत सिंह, शुभदीप और परविंदर को देख लिया। पूर्व में अमन भारती उर्फ टिंपू को रंजीत ने मारा था। उसी पुरानी रंजीश की वजह से गाली गलीच कर लिए। टिंपू ने अपने भाई बिसेलाल भारती को फोन किया। रंजीत उसे चाकू दिखाकर धमका रहा है। उसी की बात पर बिसेलाल, लोकेश पांडेय, जोश अब्राहम उर्फ सोना, भूपेन्द्र साहू, पिंटू सिंह, निखिल साहू पहुंचे। रंजीत सिंह व शुभदीप को घेर लिया। उन्हें देख परविंदर भाग गया था। आठों बदमाश मिलकर शुभदीप को बेस बल्ला से पीटा कर घायल कर दिया। वहीं रंजीत सिंह को इतना बरबर्ता पूर्वक बेसबल्ला, चाकू और पैर से प्रहार किया। उसे मौके पर ही मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 506, 323, 302, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर कार्रवाई की।

ऐसे पहुंची आरोपियों तक पुलिस

छावनी सीएसपी कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन में क्राइम प्रभारी संतोष मिश्रा व थाना की संयुक्त टीम गठित की।घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर जरूरी साक्ष्य एकत्रित किए गए। आरोपियों की पतासाजी में 3 अलग – अलग टीमें लगाई। घटना स्थल के आस – पास व आवागमन के मार्गों में लगे सीसीटीव्ही कैमरों को खंगाला गया। रायपुर, राजनांदगांव स्थित संभावित ठिकानों पर दबिश दी। रिस्तेदारों के घरों में छीपने की संभावनाओं के आधार पर जालबांधा राजनांदगांव में घेराबंदी कर पकड़ा गया।6 वां आरोपी निखिल साहू को ग्राम रसमड़ा में पकड़ा।

2.15 बजे: री-क्रिएशन ऑफ क्राइम सीन

एएसपी संजय ध्रुवव सीएसपी छावनी के मार्गदर्शन में टीआई संतोष मिश्रा और सुपेला टीआई दुर्गेश शर्मा ने टीम के साथ उक्त सभी आरोपियों को पैदल लेकर घटना स्थल पर पहुंचा। री- क्रिएशन ऑफ क्राइम सीन के दौरान आक्रोशित भीड़ ने आरोपियों के मुंह पर कालिक पोत दी। जनता के सामने आरोपियों ने कान पकड़कर उठक बैठक की। इसके बाद पुलिस के सामने घुटने टेक दिए।

यह है आरोपी

कैंप-१ साक्षरता चौक निवासी सोना उर्फ जोश अब्राहम पिता जोसफ उर्फ राकेश अन्ना (22 वर्ष), अमन भारती उर्फ गणेश्वर उर्फ टिम्पू पिता नेमचंद भारती (24 वर्ष), बिसेलाल भारती उर्फ छोटू पिता नेमचंद भारती (27 वर्ष), भूपेन्द्र साहू पिता कामता प्रसाद साहू (23 वर्ष), निखिल साहू पिता अशोक साहू (19 वर्ष) और सुपेला इंदिरा नगर प्रीतम सिंह उर्फ पिन्टू पिता विजय सिंह चौहान (22 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया।

दो महीने के अंतराल में जेल से कोई कनेक्शन नहीं

एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि फरार आरोपियों को पकडऩे जेल के बाहर आस-पास टॉबर डंप लिया। १००७ मोबाइल संक्रिय मिले। लेकिन इसमें आरोपियों के एक भी मनोबाइल की कनेक्टविटि नहीं पाई गई। कोई भी उनका मोबाइल नम्बर पिछले दो माह से कनेक्ट नहीं हुआ है। नेवई क्षेत्र के अपराधी और अन्य किसी अपराधियों से उनका कोई ताल्लुक नहीं पाया गया।

स्पेशल-१०० फोर्स बदमाशों को सिखाएगी सबक

एसपी ने बताया कि आईजी बीएन मीणा के निर्देश पर स्पेशल-१०० फोर्स का गठन किया गया है। बदमाशों और अड्डेबाजों की शिकायत मिलने पर यह फोर्स मौके पर पहुंचेगी। उनके खिलाफ ऑन स्पॉट सख्ती से कार्रवाई करेंगी।

अब प्रशासन की मदत से चलेगा बुल्डोजर

एसपी ने अपराधियों को स्पष्ट रुप से संदेश दिया है। समाज में खौफ फैलाना और बदमाशी किया तो पुलिस बक्सने वाली नहीं है। इस लिए अपराधी कृत्य को छोड़कर अपने मूल कार्य में लग जाए। वरना सही राह पर लाने पुलिस बड़ा एक्शन लेने में कही से भी देरी नहीं करेंगी। आवश्यकता पड़ी तो प्रशासन की मदत से बुल्डोजर चलेगा।

– गैंग सरगना की तलाश में विशाखापटनम गई पुलिस की टीम

भिलाई @ CG Prime News. थाना छावनी क्षेत्र में घटित संनसनीखेज रंजीत सिंह हत्याकांड के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया। गैंग में शामिल 6 आरोपियों को पुलिस ने राजनांदगांव जालबांधा से गिरफ्तार कर लिया। बता दें आरोपियों ने गैंग बनाकर बेसबल्ला व चाकू से घातक प्रहार कर फिल्मी स्टाईल में बेहद खतरनाक मौत दी थी। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बेसबल्ला, चाकू और डंडा व दोपहिया वाहन बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के विरूद्ध विभिन्न थानों में लूट, चोरी, बलात्कार, मारपीट के आपराधिक रिकार्ड है। फरार 2 अन्य आरोपियों को पकड़ने टीम विशाखापटनम गई है।

दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि 19 जून की रात 12.05 बजे प्रार्थी कैंप-1 सुभाष चौक निवासी शुभदीप सिंह पिता पपिंदर सिंह उम्र 21 वर्ष ने मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई। बिहारी मोहल्ला निवासी आरोपी टिम्पू, सोना, चिंकू एवं अन्य मिलकर मृतक रंजीत सिंह को पुरानी रंजीश की वजह से गाली गलीच कर मारपीट करने लगे। विरोध करने पर सभी एक रॉय होकर बेसबल्ला , धारदार हथियार, मुक्का और पार से प्राणघातक हमला किए। प्रार्थी जान बचाकर भाग गया, लेकिन उसके साथी मृतक रंजीत सिंह की टिम्पू , सोना , चिंकू एवं अन्य साथीयों द्वारा हत्या कर दी। आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 506, 323, 302, 34 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

आरोपियों को पकड़ने बनाई गई 3 टीम

पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि हत्या के आरोपियों की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने के संबंध में निर्देश दिया। जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ( शहर ) श्री संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक ( छावनी ) कौशलेन्द्र देव पटेल के मार्गदर्शन में एवं एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा तथा थाना प्रभारी छावनी निरीक्षक विशाल सोन के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही में लगाया गया था। टीम के द्वारा घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण कर जरूरी साक्ष्य एकत्रित किए गए। आरोपियों की पतासाजी के लिए 3 अलग – अलग टीमें लगायी गयी थी।

राजनांदगांव जालबांधा से पकड़ाए आरोपी

घटना स्थल के आस-पास व आवागमन के मार्गों में लगे सीसीटीव्ही कैमरों का अवलोकन कर प्रकरण के आरोपियों की पहचान सीसीटीव्ही फूटेज व प्रार्थी के बयान के आधार पर सुनिश्चित की गयी। आरोपियों के छिपने के रायपुर व राजनांदगांव स्थित संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। आरोपी सोना उर्फ जोश अब्राहम, अमन उर्फ टिम्पू, बिसेलाल उर्फ छोटू, भूपेन्द्र साहू एवं पिन्टू सिंह दो मोटर सायकल में राजनांदगांव की तरफ भागे है और अपने रिस्तेदारों के घरों में छीपने की संभावना है। जिससे टीम द्वारा सूचना की तकनीकी रूप से पुष्टि उपरांत दबिश देकर उपरोक्त आरोपियों को जालबांधा राजनांदगांव में अपने एक रिस्तेदार के घर से घेराबंदी कर पकड़ा गया। इसी क्रम में प्रकरण में फरार अन्य आरोपी निखिल साहू की उपस्थिति ग्राम रसमड़ा में सुनिश्चित होने पर उसे भी घेराबंदी कर रसमड़ा में पकड़ा गया।

बर्चश्व की लड़ाई में एक युवक की गई जान

आरोपियों से पूछताछ करने पर अमन मृतक रंजीत सिंह के बीच कुछ दिनों पूर्व आपसी विवाद होने से आपस में रंजीश रखना , रंजीत सिंह के द्वारा अमन को मारने की धमकी देना जिससे आक्रोशित होकर अपने साथियों लोकेश पाण्डेय , सोना उर्फ जोश अब्राहम , अमन उर्फ टिम्पू , बिसेलाल उर्फ छोटू , भूपेन्द्र साहू , पिन्टू सिंह , चिकू उर्फ निखिल एंजल एवं निखिल साहू के साथ मिलकर लोकेश पाण्डेय के दुकान में बैठकर रंजीत सिंह की हत्या करने की योजना बनाना तथा घटना दिनांक को सांई नगर , हनुमान मंदिर के पास मृतक रंजीत को अपने साथी शुभदीप सिंह व पीटर के साथ बैठे होने की सूचना मिलने पर सभी लोकेश पाण्डेय की फॉरच्यूनर कार तथा मोटर साइकलों में बेस बल्ला , चाकू आदि रखकर सांई नगर हनुमान मंदिर के पास जाकर रंजीत सिंह , शुभदीप व पीटर को हाथ मुक्का च बेस बल्ले से मारपीट करना , मारपीट के दौर शुभदीप व पीटर का भाग जाना , जिसके बाद रंजीत सिंह को झूले के पास से स्ट्रीट लाईट के पोल के पास लाकर हाथ मुक्का लात , बेस बल्ला व चाकू से घातक चोट पहुंचाकर हत्या कर देना बताया। आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बेस बॉल का बल्ला व धारदार कटारनूमा चाकू तथा घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल बरामद कर जप्त किया गया है । फरार आरोपी लोकेश पाण्डेय व चिकू उर्फ निखिल एंजल की पतासाजी की जा रही है।

यह है आरोपियों नाम

एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि सोना उर्फ जोश अब्राहम पिता जोसफ उर्फ राकेश अन्ना उम्र 22 वर्ष पता साक्षरता चौक के पास केम्प -1 भिलाई-2. गणेश्वर उर्फ अमन भारती उर्फ टिम्पू पिता नेमचंद भारती उम्र 24 वर्ष शिवमंदिर के पास साक्षरता चौक केम्प-1 बिसेलाल भारती उर्फ छोटू पिता नेमचंद भारती उम्र 27 वर्ष शिव मंदिर के पास साक्षरता चौक केम्प-1, पिन्टू उर्फ प्रीतम सिंह पिता विजय सिंह चौहान उम्र 22 वर्ष इंदिरा नगर सुपेला, भूपेन्द्र साहू पिता कामता प्रसाद साहू उम्र 23 वर्ष साक्षरता चौक के पास केम्प-1, निखिल साहू पिता अशोक साहू उम्र 19 वर्ष साक्षरता चौक के पास शास्त्री नगर केम्प 1 से गिरफ्तार कर लिया, वहीं फरार आरोपी गैंग का सरगना लोकेश पांडेय और निखिल एंजल की तलाश जारी है। संभवत: पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

– उत्तर प्रदेश की तर्ज पर दुर्ग में पहली घटना

गौरव तिवारी/भिलाई@CG Prime News. छावनी गैंगवार के मामले में फरार आरोपी लोकेश पांडेय की रामनगर दुकान के सामने अवैध कब्जा पर पुलिस ने बुल्डोजर चला दिया. उत्तर प्रदेश की तर्ज पर यह दुर्ग जिले में पहली कार्रवाई है. पुलिस ने गैंगवार के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फरार आरोपी लोकेश पांडेय व एक अन्य की पुलिस तलाश कर रही है.

छावनी थाना क्षेत्र में रविवार को बदमाशों ने रंजीत सिंह पर बेसबल्ला और धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया. घटना को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए. पुलिस ने पीछा करते हुए खौरागढ़ के जालबांधा से पांच आरोपियों को रात में ही दबोच लिया. वहीं इस मामले का मास्टर माइंड बीजेपी नेता लोकेश पांडेय और एक अन्य फरार आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है. इनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने आक्रामक रूख अपनाया है. ताकि पुलिस की दबाव में आकर समर्पण कर दें. वहीं अपराधियों पर पुलिस का खौफ बना रहे.

आरोपी लोकेश पांडेय की तीन दुकान को किया सील

छावनी सीएसपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वारदात में इस्तेमाल बेसबल्ला, डंडा और खून से लथपथ कपड़ा को लोकेश की दुकान में छुपाया है. विवेचना के मद्देनजर लोकेश की तीनों दुकानों को सील किया गया है. म्रतक रंजीत सिंह की छावनी बिहारी मोहल्ला के आरोपी टिंपू, सोना, चिंकू, बिसेलाल, भूपेन्द्र, लोकेश पांडेय और पिंटू मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी. इन वारदात में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

शहर एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि आरोपी लोकेश पांडेय के दुकान में साक्षय मिले है. विवेचना के मद्देनजर उसकी तीन दुकानों को सील किया है. नगर निगम की टीम को बुलाकर अवैध कब्जा को ढहाया गया है.

– 31 मई को बिहार से आई थी लड़की

भिलाई@ CG Prime News. शिवनाथ नदी के महामरा एनीकट में एक प्रेमी जोड़ा का शव पानी में उफनते हुए मिला। दोनों ने अपने कमर को गमछा से बांध नदी में छलांग लगाकर खुदकुशी किया है। पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से दोनों के शव को नदी से बाहर निकाला गया। लड़की के हाथ में एक कागज का टुकड़ा मिला। जिसमें उसके पिता का मोबाइल नम्बर लिखा था। पुलिस ने मोबाइल पर संपर्क कर उसके पिता को सूचना दी। मौके पक पहुंचकर परिजनों ने पहचान की। इसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टम कराया।

दुर्ग कोतवाली टीआई एसएन सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह 6 बजे सूचना मिली। कहीं से बहते हुए महमरा एनीकट के किनारे एक प्रेमी जोड़ा का शव मिला। दोनों की कमर गमछा से बंधी थी। यवक का वजन अधिक होने से पानी के नीचे था। उसका चेहर और हाथ दिखाई दे रहा था। लड़की उसके ऊपर गले पर हाथ रखी मिली। शव को पानी से बाहर निकला गया। जब दोनों को अलग किया तो लड़की के हाथ में कागज का टुकड़ा मिला। उसमें दो मोबाइल नम्बर मिले। एक नम्बर बंद था और दूसरा चालू नम्बर पर लड़की के पिता से बात हुई। उन्हें घटना की जानकारी दी।

दोनों के प्रेम प्रसंग से नाराज थे परिजन

टीआई ने बताया कि युवक की पहचान सुपेला लक्ष्मी मार्केट रितेश लोधी उर्फ डमरु (20 वर्ष) से हुई। वहीं 16 वर्षीय किशोरी 9 वीं कक्षा में पढ़ाई करती है। एक साल पहले ही दोनों का एक दूसरे से प्रेम प्रसंग की शुरुआत हुई। इसकी जानकारी परिजनों को हो गई थी। जिससे परिजन नाराज थे। लड़की को बिहार में रिश्तेदार के घर भेज दिए। 31 मई को लड़की ट्रेन से दुर्ग स्टेशन आ गई। जहां रितेश निषाद फाल सिलिंग कामकर ने के बहाने घर से निकाला। दुर्ग स्टेशन पर दोनों मिले। वहां से शिवनाथ नदी गए। जहां पर दोनों ने आत्महत्या कर लिया।

मोबाइल नम्बर से पुलिस पहुंची परिजनों तक

टीआई ने बताया कि जांच के दौरान लड़की के हाथ में एक कागज का टूकड़ा मिला। उसमें दो मोबाइल नम्बर लिखे थे। पहले उसे धूप में सुखाया गया। इसके बाद दोनों मोबाइल नम्बरों पर संर्पक किया। एक नम्बर बंद था। दूसरे मोबाइल नम्बर पर लड़की के पिता से बात हुई। उन्हें बुलाया गया। इसके बाद कपड़े, लॉकेट और हाथ में गोदना से उसकी पहचान हुई।

एक माह पहले लड़के ने मनाया था जन्मदिन

पुलिस ने बचाया कि परिजनों से पूछताछ की। पता चलाकि एक महीने पहले ही लड़के ने अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाया था। वह रंगकर्मी था। जन्मदिन पर वीडियो बनाकर उसने सोशल मीडिया पर फोस्ट किया था। इस घटना से दोनों परिवार में शोक है।

– कॉलेज में चचेरी बहन मिली दोनों मरोदा ब्रिज पहुंचे

भिलाई@CG Prime News. उतई कॉलेज से अपनी चचेरी बहन के साथ निकली और मरोदा ओवरब्रिज पहुंची। जहां पहले दोनों ने कुछ समय के लिए बातचीत की। इसके बाद दोनों एक साथ ब्रिज से करीब 30 फीट नीचे छलांग लगा दी। पुलिस घायल अवस्था में दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के बीच प्रियंका बांधे ने दमतोड़ दिया। वहीं 16 वर्षीय चचेरी बहन का इलाज चल रहा है। पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है।

नेवई टीआई ममता शर्मा ने बताया कि घटना गुरुवार करीब 2.30 बजे की है। ग्राम डुमरडीह निवासी उतई शासकीय कॉलेज बीए प्रथम वर्ष की छात्रा प्रियंका बांधे (18 वर्ष) में पढ़ाई करती थी। वह 10 वीं में पढ़ने वाली 16 वर्षीय चचेरी बहन के साथ कॉलेज से निकली। दोनों घर लौटने के बजाय मरोदा ओवर ब्रिज नेवई पहुंच गए। जहां ब्रिज पर दोनों ने बात की। दोपहर करीब 2.45 बजे मरोदा ओवर ब्रिज से दोनों एक साथ कूद गई। लोगों से सूचना मिली। तत्काल दोनों को घायल अवस्था में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया। रात 8 बजे प्रियंका की सांसे थम गई। वहीं चचेरी बहन का उपचार चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी कमर कि हड्डी टूट गई है।

छलांग लगाते हुए लोगों ने देखा

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ब्रिज पर दो लड़कियां खड़ी होकर बाते करते हुए नजर आई, लेकिन कुछ समय बाद ही दोनों ब्रिज से नीचे कूद गई। घटना से आसपास के व्यापारिक प्रतिष्ठान के लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस को सूचित किया। आत्महत्या का प्रयास किन कारणों से किया गया स्पष्ट नहीं है।

– अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा दुर्ग की चार गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत कर आग को बुझाया

गौरव तिवारी/भिलाई@CG Prime News. सिंपलेक्स कंपनी में आधी रात को अचानक आग लग गई। आग लगने से कंपनी में अफरा तफरी मच गई। कंपनी के कर्मचारियों ने साहस कर पहले बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग बुझी नहीं देखते ही देखते भीषण हो गई। डायल 112 की सूचना पर दुर्ग अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा दल पहुंचा। 20 गाड़ी पानी व फोम से आग बुझा लिया गया। बताया जा रहा है कि इस आगजनी में करोडो़ं रुपए की मशीन जल गई. फिलहाल आग किस कारण से लगी जामुल पुलिस तफ्तीश कर रही है।

दुर्ग अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा दल ने बताया कि मंगलवार व बुधवार की रात करीब 1.15 बजे की घटना है। डायल 112 से सूचना 2.30 बजे मिली। मौके पर गाड़ी पहुंची तो आग की लपटे तीन मंजिल बिल्डिंग तक पहुंच चुकी थी। इसके बाद तीन और गाड़ियों को बुलाया गया। चारों गाड़ी मिलकर आग बुझाना शुरू किये। सिंपलेक्स कंपनी का पूरा सेड और बड़ी बड़ी पाईप और मशीन में आग पकड़ लिया। तीन मंजिला की खिड़कियों से आग की लपटे निकल रही थी। आग की लपटों को देख आस पास के लोगों का मजमा लग गया।

20 गाड़ियों की मदद से बुझाया आग

13 अग्निशमन दल ने सुबह 5.30 बजे तक अग्निशमन दल की 4 दमकल वाहनों की मदद से आग बुझा ली। करीबन 20 गाड़ी पानी व फ़ोम से आग पर काबू पाया गया। आग लगने का कारण अज्ञात है। कंपनी में लगभग 3 करोड का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अग्निशमन दल
के एफ प्रवीण बारा, नागेश मारकंडे, पराग भोसले, धर्मेंद्र बंजारे, महेंद्र चंदेल, प्रवीण सिन्हा, धनु यादव, घनश्याम यादव नगर सैनिक जवान शारदा प्रसाद, हीरामन, राजू लाल राजेश और डीवहार की सराहनीय भूमिका रही।