CG Prime News@भिलाई/दुर्ग. अयोध्या में ऐतिहासिक राम मंदिर के तर्ज पर जिला दुर्ग में राम जन्मभूमि के साथ भगवान रामजी के भव्य मंदिर का बनाने का निर्माण हुआ है। मंदिर को अयोध्या के राम मंदिर से जोडते हुए ठीक उसी समय दान में मिली जमीन की रजिस्ट्री और भूमिपूजन कराया जाएगा, जिस समय राम जन्मभूमि में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य समारोह में शिला पूजन करेंगे।
मंदिर निर्माण समिति से जुड़े लोगों के मुताबिक राम जन्मभूमि के साथ-साथ पर यहां भी मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। मंदिर का निर्माण दान से प्राप्त राशि और सामग्री से किया जाएगा। लंबे इंतजार के बाद अयोध्या के राम जन्मभूमि में मंदिर निर्माण का रास्ता प्रशस्त हुआ है। इसका उत्साह अयोध्या के साथ पूरे देश के रामभक्तों में देखने को मिल रहा है। अयोध्या मंदिर के निर्माण को यहां यादगार बनाने के लिए दुर्ग के रामभक्तों ने भी उसी तर्ज पर मंदिर निर्माण का बीड़ा उठाया है। निर्माण समिति से जुड़े लोगों के मुताबिक मंदिर का भूमिपूजन और शिलान्यास के साथ प्राण प्रतिष्ठा और अन्य गतिविधियां भी उसी तर्ज पर कराने की योजना है, जिस तर्ज पर अयोध्या में कराई जाएगी। राम जन्मभूमि के साथ इस मंदिर की भी यादें जोड़ी जा सके।
दान में मिली जमीन पर निर्माण
मंदिर का निर्माण शहर के पटरीपार वार्ड क्रमांक 57 के राम नगर में किया जाएगा। इसके लिए शहर के नंदकिशोर शर्मा ने दान में जमीन दिया है। दानदाता की सहमति के बाद जमीन की रजिस्ट्री मंदिर समिति के नाम कराने की तैयारी की जा रही है। अयोध्या में 5 अगस्त को शिलान्यास के दौरान जमीन की रजिस्ट्री कराई जाएगी और इसी दिन यहां भी भूमिपूजन किया जाएगा।
भगवान राम के साथ पूरा दरबार
मंदिर में भगवान राम के साथ पूरे दरबार की प्रतिमा स्थापित किया जाएगा। प्रतिमाएं किस तरह बनेंगी इसकी पोस्टर भी तैयार कर ली गई है। मंदिर के लिए प्रतिमाएं जयपुर से लाई जाएगी। जमीन की तरह मकराना पत्थर की प्रतिमाओं का खर्च भी दानदाता नंदकिशोर शर्मा द्वारा वहन किया जाएगा। शेष राशि दान से जुटाई जाएगी। दान की राशि के अनुसार मंदिर के साथ अन्य निर्माण आगे बढ़ाया जाएगा।
मंदिर निर्माण समिति बनी
मंदिर के निर्माण व गतिविधियों के संचालन के लिए श्री राम दरबार जनकल्याण समिति का गठन किया गया है। समिति का पंजीयन भी कराया जा चुका है। राष्ट्रपति के हाथों गोल्ड मेडल से सम्मानित रिटायर्ड पुलिस अधिकारी राम सिंग सलामे समिति के अध्यक्ष है। सोमनाथ पांडेय, राजू लाल चन्द्राकर, नागेश राजपूत, मनोज श्रीवास्तव, तरुण साहू पदाधिकारी बनाए गए हैं।