ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु का निधन, 88 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, दुनिया भर के दिग्गजों ने जताया दुख

वेटिकन सिटी। ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का सोमवार को निधन हो गया। वेटिकन के कैमर्लेंगो कार्डिनल केविन फेरेल ने बताया है कि पोप फ्रांसिस ने रोम के समय के हिसाब से सोमवार सुबह 7:35 बजे अंतिम सांस ली। वह 88 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वैटिकन सिटी ने उनके निधन की पुष्टी की है।

बताया जा रहा है कि पोप फ्रांसिस पिछले कुछ समय से निमोनिया से पीड़ित थे। उन्हें फरवरी 2025 में रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेटिकन ने सोशल मीडिया पर आधिकारिक बयान जारी कर कहा, ‘पोप फ्रांसिस का निधन ईस्टर मंडे, 21 अप्रैल, 2025 को वेटिकन के कासा सैंटा मार्ता में उनके निवास पर हुआ।’ वहीं फेरेल ने अपने बयान में कहा कि पोप फ्रांसिस का पूरा जीवन गॉड और चर्च की सेवा में समर्पित रहा। उन्होंने लोगों को हमेशा प्रेम और साहस के साथ जीने का पाठ पढ़ाया। पोप फ्रांसिस के निधन के बाद अब नए पोप का चुनाव किया जाएगा। कार्डिनल मिलकर नए पोप का चुनाव करेंगे।

17 दिसंबर 1936 को हुआ था पोप का जन्म

पोप फ्रांसिस का जन्म 17 दिसंबर 1936 को अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में हुआ था। उनका असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो था। उन्होंने 13 मार्च 2013 को पोप का पद संभाला था, जो रोमन कैथोलिक चर्च का सर्वोच्च धर्म गुरु का पद है। रोम के बिशप और वैटिकन के राज्याध्यक्ष को पोप कहा जाता है। पोप फ्रांसिस लैटिन अमेरिका से आने वाले पहले पोप थे। पोप फ्रांसिस ने अपने कार्यकाल में चर्च में सुधारों को बढ़ावा दिया। उनको अपने मानवीय क्षेत्र में किए कामों के लिए भी जाना गया।

Pope Francis Passes Away: पोप का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा

पोप फ्रांसिस का अंतिम संस्कार सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार होगा। इसमें कई दिनों तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान होंगे। उनके पार्थिव शरीर को दर्शनों के लिए रखा जाएगा। दुनिया भर से लोग अंतिम संस्कार से पहले उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। अभी तक अंतिम संस्कार के समय की घोषणा नहीं की गई है।

PM मोदी व प्रियंका गांधी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रियंका गांधी ने पोप के निधन पर गहरा दुःख जताया है। पीएम मोदी ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पोप फ्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में दुनिया के कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे। बता दें कि PM मोदी ने पोप फ्रांसिस से 2 बार मुलाकात की थी।