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CG Prime News@दुर्ग. शिवनाथ नदी में नहाने उतरे एक 15 साल के नाबालिग लड़के डूबने से मौत हो गई। शनिवार सुबह ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तुरंत दुर्ग एसडीआरएफ को बुलाया। जिसके बाद एसडीआरएफ (SDRF) ने रेस्क्यू अभियान चलाकर लगभग 4 घंटे बाद लड़के के शव को नदी से बाहर निकाला। पूरा मामला राजनांदगांव जिले का है। जहां के शिवनाथ नदी में नहाने के दौरान बालोद जिले के 15 साल के नाबालिग की डूबकर मौत हो गई। दुर्ग से एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू के बाद उसका शव बाहर निकाला। घटना डोंगरगांव थाना क्षेत्र की है।

जांच में जुटी पुलिस

दुर्ग एसडीआरएफ की टीम ने शव को पानी से निकालकर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद डोंगरगांव पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजा है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है। इधर, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

गोताखोरों की टीम पहुंची

दुर्ग जिला सेनानी एवं अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि, डोंगरगांव पुलिस से शनिवार सुबह सूचना मिलने के बाद गोताखोरों की टीम सांकर दाह गांव पहुंची। जहां डीप डाइविंग जवान राजकुमार यादव और नरोत्तम चंदेल पानी के अंदर डूबकर शव को खोजना शुरू किया।

बालोद का रहने वाला था नाबालिग

धनीराम यादव ने पूरी टीम को लीड किया। इसके साथ ही ओंकार और भूपेंद्र सिंह ने रेस्क्यू ऑपरेशन को वोट से जारी रखा। तीन से चार घंटे की कड़ी मेहनत करने के बाद बच्चे का शव नदी में मिला। शव को बांधकर पानी से बाहर लाया गया। मृतक बच्चे की पहचान देवकुमार चोरिया (15) निवासी ग्राम कोचेरा थाना डौंडी लोहारा जिला बालोद के रूप में हुई है।

 

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CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग शहर के शिवनाथ नदी के महमरा एनीकट में दुर्ग नगर निगम के एक पार्षद के चचेरे भाई की रविवार दोपहर में लाश तैरते हुए मिलने से सनसनी मच गई है। पुलिस ने शव को बाहर निकाला तो उसकी पहचान बीजेपी पार्षद जितेंद्र उर्फ जीतू महोबिया के चचेरे बाई शुभम महोबिया (26) के रूप में हुई। शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया है।

चल रही जांच
पुलिस ने बताया कि शव में कहीं भी कोई चोट के निशान नहीं है। प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का लग रहा है। पुलिस का कहना है कि युवक ने 1-2 मार्च की रात नदी में छलांग लगाई होगी। रात भर पानी में रहने से डेड बॉडी रविवार दोपहर तक पानी के ऊपर आ गई और लोगों ने ने उसे देखा।

ऐसे मिली पुलिस को सूचना
दुर्ग पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर 3 बजे डायल 112 में फोन आया था कि महमरा एनीकट में एक युवक का शव तैर रहा है। सूचना मिलते ही 112 की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने देखा कि सूचना सच है। इसके बाद उन्होंने थाना प्रभारी को सूचना दी। थाना प्रभारी खुद टीम के साथ मौके पहुंचे।

मछुआरों ने शव निकाला बाहर
इसके बाद स्थानीय मछुआरों की मदद लेकर शव को पानी से बाहर निकाला। आधे से एक घंटे के अंदर शव की पहचान शुभम महोबिया पिता रामनारायण महोबिया (26 साल) निवासी मैथिल पारा दिगंबर जैन मंदिर रोड दुर्ग के रूप में हुई। पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर बुलाया। इसके बाद पंचनामा कार्रवाई कर शव को दुर्ग अस्पताल भेजा गया। सोमवार को शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।

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CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले का इतिहास बेहद प्राचीन है। आज हम आपको महाशिवरात्रि (mahashivratri 2025) के पावन पर्व पर लेकर चल रहे हैं दुर्ग शहर के सबसे प्राचीन शिव मंदिर में, जो शिवनाथ नदी के तट पर महमरा एनीकेट के पास स्थित है। इस मंदिर से जुड़ी कई रोचक और ऐतिहासिक कहानियां हैं, जिन्हें हम आप तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।

ऐसा कहा जाता है कि यहां स्वयंभू शिवलिंग के रूप में प्रकट हुआ था। बालाराम शर्मा के पूर्वजों की जमीन पर जब यह शिवलिंग प्रकट हुआ, तो उन्होंने यहां मंदिर का निर्माण करवाया और उसकी सेवा व देखभाल शुरू कर दी। बताया जाता है कि उस समय यह स्थान घने जंगलों से घिरा हुआ था और लोग दिन में भी यहां आने से डरते थे। लेकिन समय के साथ श्रद्धालु यहां आने लगे, पूजा-अर्चना शुरू हुई और धीरे-धीरे यह मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बन गया। वर्तमान में इस मंदिर की देखरेख शर्मा परिवार की चौथी पीढ़ी, राजू शर्मा कर रहे हैं। उन्होंने सीजी प्राइम न्यूज से विशेष चर्चा में मंदिर से जुड़ी कई ऐसी जानकारियां साझा कीं, जो बहुत से लोगों को नहीं पता थीं।

नंदी को लोग खिलाते थे खाना
इस मंदिर के आगे एक और शिव मंदिर स्थित है, जिसकी स्थापना की भी अपनी अनोखी कहानी है। बताया जाता है कि किसी समय दुर्ग शहर के प्रमुख बाजार में एक नंदी बैल घूमा करता था, जिसे लोग प्रेमपूर्वक भोजन कराते और उसकी सेवा करते थे। जब उस नंदी का देहांत हुआ, तो श्यामबती नामक एक महिला ने इस स्थान पर उसकी समाधि बनवाई और अपने पैसों से यहां शिव मंदिर की स्थापना करवाई। यह मंदिर भी भक्तों की गहरी आस्था का केंद्र बन चुका है। अब हर साल महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। इस वर्ष 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा, जिसके लिए मंदिर परिसर में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। वहीं शिवनाथ के महमरा एनीकट के दोनों किनारों पर स्थित प्राचीन शिव मंदिरों में भक्तों का तांता अभी से लगना शुरू हो गया है।

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CG Prime News@दुर्ग. बनारस की गंगा आरती की तर्ज पर दुर्ग में शिवनाथ नदी की महाआरती (Mahaarati of Shivnath) उतारी गई। इस दौरान भक्तों को सैलाब शिवनाथ नदी के महमरा तट पर नजर आया। यहां महाआरती के बाद 51 हजार दीये जलाए गए। लगातार पांचवें साल नए वर्ष के उपलक्ष्य में शिवनाथ महोत्सव का आयोजन किया गया। नए साल के पहले दिन जहां सुबह से ही शिवनाथ तट पर मेला लगा रहा। वहीं भक्तों ने शिवनाथ नदी में आस्था की डुबकी लगाई।

51 हजार दियों से महमरा तट को सजाया गया
नए साल के पहले दिन बनारस की तर्ज पर 11 पंडितों ने सदानीरा शिवनाथ की महाआरती उतारी। इस आयोजन में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक भी उम्र, वर्ग के लोग शामिल हुए। छत्तीसगढ़ मंच के संगीत कार्यक्रम में पर्यटक भी जमकर झूमे। वहीं महिलाओं और बच्चियों ने शिवनाथ में दीपदान भी किया।

इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी ने मोहा मन
शिवनाथ महोत्सव के आयोजक वरुण जोशी ने बताया कि यह आयोजन हम 22 वर्षों की शिवनाथ नदी के लीज मुक्त होने पर करते हैं। शिवनाथ महोत्सव का आयोजन लगातार पांच वर्षों कर रहे हैं। यहां की आरती देखने आस-पास के जिलों सहित अन्य प्रदेश के भक्त भी सम्मिलित होते हैं। इस बार नागपुर की टीम द्वारा इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी की गई जो कि आकर्षण का केंद्र रहा। कार्यक्रम में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव,पूर्व विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, समाजसेविका पायल जैन, मानसी गुलाटी, अशोक राठी, श्याम शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@दुर्ग. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के शिवनाथ नदी में एक युवक ने ब्रिज से नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक का शव सोमवार सुबह नदी से बाहर निकाला गया। युवक की पहचान 48 साल के रविराज रंधावा (48 साल) निवासी दीपक नगर दुर्ग के रूप में हुई है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के पीपरछेड़ी का है।

सुसाइडल नोट में लिखा परेशान कर रहे
जिस ब्रिज से छलांग लगाकर रविवाज ने खुदकुशी की वहां उसकी कार मिली और सड़क पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें उसने लिखा है कि हल्दीराम और एसएस फूड प्राइवेट लिमिटेड के साहब परेशान कर रहे थे। उनकी वजह से मैं मर रहा हूं।

पुराना हिसाब बनाया जाए
रविराज रंधावा ने सुसाइड नोट में लिखा है कि आज मैं हल्दीराम के साहब और एसएस फूड प्राइवेट लिमिटेड के मालिक के कारण ये काम करने जा रहा हूं, क्योंकि दोनों ने मेरा हिसाब नहीं बनाया। मेरा आप सबसे अनुरोध है कि मेरा पुराना पूरा हिसाब बनाया जाए और पैसा मेरे परिवार को दिया जाए।

परिवार को न करे परेशान
उसने आगे लिखा कि मेरे परिवार को कोई परेशान ना करे। जो भी पैसा है वो मेरे परिवार के अकाउंट में दिया जाए। उसने यह भी लिखा है कि सुमित, सचिन और जेडएसएम को इसकी जानकारी थी। हालांकि जो सुसाइड नोट मिला है, वह डेट 17 अक्टूबर की लिखी है, जबकि युवक ने सुसाइड 20 अक्टूबर को किया है। पुलिस ने सुसाइड नोट को जब्त कर शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।

शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
एसडीआरएफ प्रभारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें रविवार रात 11-12 बजे के बीच सूचना मिली थी कि पीपरछेड़ी ब्रिज के ऊपर एक लावारिश कार खड़ी है। अंधेरा हो जाने के चलते एसडीआरएफ ने अपनी टीम को सोमवार सुबह भेजा।
एसडीआरएफ की टीम वहां पहुंची तो देखा कि कार ब्रिज में खड़ी है। नदी के पानी में किसी का शव दिखाई दे रहा है। इसके बाद टीम ने नदी से शव को बाहर निकाला। इसी दौरान टीम को एनएचआई के अधिकारियों ने सड़क पर पड़ा सुसाइड नोट दिया।

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CG Prime News@दुर्ग. पिछले दो दिनों की बारिश के बाद दुर्ग जिले में शिवनाथ नदी सहित कई नदिया और नाले उफान पर है। जिसके चलते दुर्ग शहर और शिवनाथ नदी के किनारे बसे 20 से ज्यादा गावों में बाढ़ (flood in durh) का पानी घुस गया है। गुरुवार सुबह SDRF की टीम ने बाढ़ में फंसे 10 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल। कंट्रोल रूम दुर्ग की सूचना के अनुसार थाना बोरी क्षेत्र के ग्राम दनिया में शिवनाथ नदी के किनारे में बने इंटकवेल के 4 कर्मचारी और कोस्टा रिसोर्ट के 6 लोगों को रेस्क्यू किया गया। जिसमे महिलाएं और बच्चे शामिल है।

जिला सेनानी अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह 10 लोगों के बाढ़ में फँसे होने की सूचना पर SDRF टीम की रवाना किया गया था। अभी भी बाढ़ में कई लोगों के फंसे होने की सूचना है एसडीआरएफ टीम को बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है।

दुर्ग शहर के गंजपारा, पुलगांव, महेश कॉलोनी सहित कई इलाकों में शिवनाथ और पुलगांव नाले का पानी भर गया है। 20 से ज्यादा गांव में पहले ही बाढ़ का पानी घुस गया है। आलम यह है कि बाढ़ के कारण पुलगांव से अंजोरा और दुर्ग से धमधा रोड बंद हो गया है। बुधवार शाम तक महमरा एनिकट पर 16.63 फीट ऊपर पानी बह रहा था एसडीआरएफ के जवानों ने कई गांव में फंसे रहवासियों को बाढ़ से निकलकर राहत शिविर में पहुंचाया है।

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले में दो दिनों की लगातार बारिश से बाढ़ (Flood in Durg District) जैसे हालात हो गए हैं। जिले से गुजरने वाली शिवनाथ नदी (Shivnath river durg) उफान पर है। जिसके चलते नदी किनारे के कई गांवों में पानी घुस गया है। दुर्ग के कान्हा रिजॉर्ट और धमधा के पास सिल्ली गांव में 18 लोग बाढ़ में फंस गए। मिली जानकारी के अनुसार खट्टोला, घुमरिया, सूखा नाला सहित कई स्थानों पर 2 लाख 4 हजार 346 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिस कारण शिवनाथ का जलस्तर एकाएक बढ़ गया है।

पुलगांव नाले का पानी कॉलोनियों में घुसा
दुर्ग शहर में बहने वाला पुलगांव नाला भी उफान पर है। नाले का जल स्तर बढऩे से आस-पास की कॉलोनियों में पानी भर गया है। वहीं महाराजा चौक से पुलगांव चौक के बीच नाले के दोनों ओर लगभग एक किमी. के दायरे में सड़क पर लगभग दो फीट पानी भरा हुआ है। जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां सुबह से ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर सड़क पर वाहन चला रहे हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक, मोंगरा जलाशय का जल स्तर काफी बढ़ जाने से 1 लाख 13 हजार 878 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है। इसके साथ ही खट्टोला से 20 हजार 208 क्यूसेक, घुमरिया से 26 हजार 260 क्यूसेक और सूखा नाला से 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

SDRF की टीम ने बचाया
जिला सेनानी अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि, उन्हें बुधवार सुबह सूचना मिली कि, दुर्ग के शिवनाथ नदी से लगे कान्हा रिजॉर्ट में 4 लोग बाढ़ में फंस गए है। उन्होंने SDRF को वहां रेस्क्यू के लिए भेजा। टीम नंदनी थाना क्षेत्र के ग्राम मेडेसरा स्थित कान्हा रिजॉर्ट पहुंची। जहां से सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया। कान्हा रिजॉर्ट में फंसे 4 लोगों को लाइफ जैटेक पहनाकर एक बोट में बैठाकर बाहर निकाला गया। इसी तरह एसडीआरएफ की टीम ने धमधा ब्लॉक के सिल्ली गांव मे बाढ़ में फंसे 18 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसमें पुरुष, महिला और बच्चे सभी शामिल थे।

लोगों के फंसे होने की सूचना
नागेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि, शिवनाथ नदी में अचानक जल स्तर बढऩे कई गांव में लोग बाढ़ के बीच में फंस गए हैं। धमधा क्षेत्र के डूमा पथरिया, ठेंजरी, ननकट्टी, अरसनारा, भेड़सर और डांडेसरा गांव में बड़ी संख्या में लोगों के फंसे होने की सूचना है। उन्होंने सभी को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए 40-50 लोगों की टीम तैयार की है। टीम राहत और बचाव कार्य में लगी है।

भिलाई. CG Prime news. दुर्ग के शिवनाथ नदी पर बने महमरा एनीकट में युवती की संदिग्ध हालत में लाश मिलने की गुत्थी सुलझ गई। युवती का बॉयफ्रेंड ही उसका हत्यारा निकला। बुधवार को पुलिस ने बताया कि ब्रेकअप के बाद युवक ने युवती को मिलने के लिये बुलाया और उसकी हत्या कर दी। घर जाकर चूहे मारने की दवा खा ली। फिलहाल आरोपी युवक अस्पताल में भर्ती है। स्कूटर पर सवार युवक युवती मंगलवार को महमरा एनीकट गए थे। जहां करीब दो घंटे तक बातचीत की। इसके बाद युवक स्कूटर लेकर चला गया। युवती की लाश एनीकट किनारे पत्थर पर मिली। सूचना पर दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला और फॉरेंसिक एक्सपर्ट पहुंचे। फॉरेसिंक एक्सपर्ट डॉ. पंकज ताम्रकार ने मौका मुआयना किया। जहां युवती के गले में मिले निशान से गला घोंटकर हत्या की आशंका है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को मॉच्यूरी में रखवा दिया। बुधवार को पोस्टमॉर्टम हुआ।

पुलगांव टीआई उत्तम वर्मा ने बताया कि मंगलवार शाम करीब 5 बजे सूचना मिली कि महमरा एनीकट के किनारे युवती की लाश पड़ी है। तत्काल मौके पर पहुंचे। युवती की उम्र करीब 20 वर्ष होगी। वह स्कूटर से एक लड़के के साथ आई थी। लड़का उसे छोड़कर भाग गया। घटना की तफ्तीश की गई। शरीर पर किसी प्रकार के निशान नहीं मिले। उसके कपड़े आदि व्यवस्थित थे। फिलहाल मर्ग कायम कर मामले को जांच में लिया।

सीएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि एक प्रत्यक्षदर्शी ने सूचना दी। उसने बताया कि एक स्कूटर से युवक युवती करीब 2 बजे महमरा एनीकट पहुंचे थे। जहां स्कूटर को खड़ी कर नदी की ओर दोनों गए। वहां पर करीब 2 घंटे तक बैठे रहे। इसके बाद युवक बड़ी तेजी से स्कूटर के पास पहुंचा और अकेले ही भाग गया। जब पास में गया तो युवती की लाश महमरा एनीकट के किनारे पड़ी थी।