CG Prime News@दुर्ग. Startup center will be opened in Science College Durg दुर्ग जिले में आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा देने जिला मुख्यालय स्थित साइंस कॉलेज परिसर में शीघ्र स्टार्टअप सेंटर (Startup Center) का शुभारंभ होगा। कलेक्टर अभिजीत सिंह ने शुक्रवार को साइंस कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन ऑडिटोरियम से संलग्न कक्ष जिसमें स्टार्टअप सेंटर स्थापित किया जाएगा, का अवलोकन किया। उन्होंने प्रोग्राम मैनेजर समिरन मित्रा, पीएमयू श्री अयाज खान और यामिनी से स्टार्टअप गतिविधियों की जानकारी ली।
कलेक्टर ने दिया शीघ्र कार्य पूर्ण कराने का निर्देश
कलेक्टर सेंटर में आवश्यक निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि स्टार्टअप पहल का लक्ष्य नवाचार और उद्यमशीलता के लिए एक ऐसा सुदृढ़ परिस्थितिकी तंत्र निर्मित करना है, जो कर लाभ, सरल अनुपालन और वित्त पोषण के अभिगम जैसे उपायों के माध्यम से स्टार्टअप्स की सहायता कर आर्थिक विकास और रोजगार को बढ़ावा दें। स्टार्टअप इंडिया पहल का उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, स्टार्टअप का समर्थन करना और निवेश को प्रोत्साहित करना है।
औद्योगिक विकास नीति पर संभाग स्तरीय कार्यशाला संपन्न
दुर्ग जिले के भिलाई स्थित महात्मा गांधी कला मंदिर में शुक्रवार को औद्योगिक विकास नीति 2024-30, रैम्प तथा इज ऑफ र्डूइंग बिजनेस पर संभाग स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम के अध्यक्ष कलेक्टर अभिजीत सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश और प्रदेश के विकास में उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान है। शासन की मंशा है कि प्रदेश की जीडीपी में औद्योगिक समूह का योगदान भी हो।
कलेक्टर ने कहा कि प्रदेश की नई औद्योगिक विकास नीति में कई ऐसे प्रावधान है, जो उद्योगों को बढ़ावा देने में सहयोगी है। इससे सकारात्मक माहौल निर्मित होगा और उद्योग व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। कलेक्टर ने कहा कि सन् 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में प्रदेश की औद्योगिक नीति यहां के उद्यमियों के लिए सहायक होगी। उन्होंने कहा कि जिले में औद्योगिक विकास हेतु जिला प्रशासन यहां के उद्योगपतियों को हर संभव सहयोग करेगी।
कार्यशाला में केन्द्र सरकार द्वारा एमएसएमई उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जारी रैम्प स्कीम की विस्तृत जानकारी ईवाय की टीम द्वारा दी गई। साथ ही राज्य की नवीन औद्योगिक विकास नीति-2024-30 के अंतर्गत रोजगार रणनीति, नवीन पहल, समग्र औद्योगिक विकास, सूक्ष्म, लघु, मध्यम व वृहद उद्यम, औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन तथा विशिष्ट उत्पाद श्रेणी के वृहद उद्यमों के लिए औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन पर परिचर्चा कर प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया।
