18 वर्ष से अधिक आयु के साढ़े सात लाख युवाओं का होगा वैक्सीनेशन, 1 मई से खत्म हो जाएगा इंतजार

दुर्ग@CG Prime News. कोविड-19 की वैक्सीनेशन को लेकर युवाओं का इंतजार बहुत जल्दी पूरा होने जा रहा है। शासन के आदेश पर 18 वर्ष से अधिक 45 आयु से कम समूह का टीकाकरण 1 मई से शुरुआत होगी। दुर्ग जिले के साढे सात लाख युवाओं का वैक्सीनेेशन किया जाएगा। प्रशासन ने युवाओं को लाइन में खड़े होने के लिए छाया और पीने के पानी की व्यवस्था की है, जिससे गर्मी में उन्हें परेशानी का सामना न करना पडे़।

बता दें एचसीडब्लू, एफएलडब्लू एवं 45 से 60 प्लस के नागरिकों को कोविड-19 वैक्सीन का प्रथम खुराक दिया जा चुका है। अब शासन के निर्देशानुसार उपरोक्त समूह को द्वितीय डोज के साथ-साथ 18 वर्ष से 45 वर्ष तक के लक्ष्य समूह को 1 मई से वैक्सीन लगाई जाएगी। जिले में 18 वर्ष से अधिक जनसंख्या की संख्या कुल जनसंख्या का 41 प्रतिशत है, जिसकी संख्या जिले में करीब 7.5 लाख होगी। इसी लक्ष्य समूह को प्रथम के उपरांत 28 से 56 दिनों बाद द्वितीय डोज देने होंगे। पूर्व में प्रथम डोज से लाभांवित हितग्राहियों में से 50 हजार कोे द्वितीय डोज लग चुका है। 3.5 लाख हितग्राही द्वितीय डोज लेने आएंगे।

1 मई से वृहद टीकाकरण अभियान होगा

1 मई से बहुत बड़े स्तर पर टीकाकरण किया जा रहा है। शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा या पूर्व में संपन्न करना है। पूर्व की भांति जिले के प्रत्येक शासकीय संस्था अर्ध शासकीय (बीएसपी, ईएसआईएस, विद्युत मंडल, पैरा मिलिट्री फोर्सेज) के हॉस्पिटल, उप-स्वास्थ्य केंद्र, शहरी स्वास्थ्य केंद्र सुविधा केंद्र पर सुविधा युक्त भवन में टीकाकरण सत्र लगाया जाना है। शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड को इकाई मानते हुए प्रत्येक वार्ड में कम से कम एक टीकाकरण स्थल का चयन किया जाएगा। अधिक जनसंख्या वाले वार्डों में 1 से अधिक स्थान चयनित करने के निर्देश दिए गए हैं। क्योंकि गर्मी का मौसम है एवं कोविड से भी प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए 10 प्रतिशत रिजर्व दल रखने के निर्देश दिए गए हैं। गर्मी के मौसम तथा लू से बचाव के लिए आने वाले के लिए बैठने की व्यवस्था होगी। पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा गया है। स्थल का चयन करते समय ध्यान रखें कि दो-तीन हवादार कमरा हो, इसके लिए स्कूल या अन्य सार्वजनिक भवन उपयुक्त होंगे।

वैक्सीन को रखना होगा सुरक्षित

मई-जून में तापमान अधिक होने के कारण टीकाकरण स्थल में वैक्सीन के रखरखाव में भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। वैक्सीन को वैक्सीनेशन रूम हवादार ठंडे कमरे में रखा जाए ताकि वैक्सीन की गुणवत्ता बनी रही। वैक्सीन को वैक्सीन स्टोर से पहले दिन की उपलब्धि के आधार मानकर प्राप्त करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिक तापक्रम में शीतचक्र उपकरण से बाहर निकलने पर उसकी गुणवत्ता प्रभावित होती है। खुले स्थलों में वैक्सीनेशन किसी भी स्थिति में मान्य नहीं है। भीड़ नियंत्रण हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। हितग्राहियों को कतार में खड़े होने की आवश्यकता ना पड़े सभी आने वाले हितग्राहियों को दिन एवं समय का स्लॉट आवंटन सुनिश्चित होगा। जहां हितग्राहियों की संख्या अधिक हो उस सत्र टीकाकर्मी (वैक्सीनेटर) की संख्या 1 से अधिक रखने के निर्देश दिए गए हैं।

वैक्सीनेटर की सेवाएं आउटसोर्स की जा सकती हैं

आवश्यकतानुसार शासकीय संस्थाओं पर प्राप्त वित्तीय स्वीकृति अनुरूप वैक्सीनेटर की सेवाएं आउटसोर्स की जा सकती हैं। गर्मी का समय होने के कारण प्रत्येक स्थल में एईएफआई कीट में 5 ओआरएएस पाउडर की उपलब्धता होनी चाहिए। किसी विपरीत परिस्थिति के लिए एईएफआई सेंटर तक परिवहन के लिए ग्राम व वार्ड स्तर पर वाहन चिन्हित कर रखा जाएगा, जिसकी सूचना वैक्सीनेटर एवं टीकाकरण सत्र पर उपस्थित डयूटीरत स्टाफ को पूर्व में उपलब्ध कराई जाएगी।

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