CG Prime News@भिलाई. भिलाई नगर निगम (Bhilai nagar nigam) में बिना सूचना दिए कमिश्नर के चेंबर के सामने धरना पर बैठना एमआईसी मेंबर और वार्ड 18 के कांग्रेस पार्षद लालचंद वर्मा को भारी पड़ गया। आयुक्त ने उन्हें नोटिस थमाते हुए कार्रवाई की चेतावनी दी। जिसके बाद एमआईसी मेंबर ने धरना बीच में ही खत्म कर दिया। एमआईसी मेंबर का आरोप था कि आयुक्त उनके वार्ड में विकास कार्य नहीं होने दे रहे हैं।

बैठक के बाद जारी किया नोटिस
निगम आयुक्त राजीव पांडेय ने दिन में तो सभी कमिश्नरों की बैठक ली। शिकायत लेकर आने वाले लोगों की शिकायत सुनी और जब शाम को भी लालचंद वर्मा धरने पर बैठे रहे तो उन्होंने उनके खिलाफ एक नोटिस जारी कर दिया। उस नोटिस के बाद लालचंद वर्मा धरना से उठ गए।
नोटिस में यह लिखा
निगम आयुक्त राजीव पांडेय ने पार्षद लालचंद वर्मा को 17 मार्च की शाम नोटिस जारी किया है। उस नोटिस में उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि आयुक्त कार्यालय एक प्रतिबंधित क्षेत्र है। आपने 17 मार्च को उसके सामने बैठकर धरना दिया है। इससे शासकीय कार्य में बाधा पहुंची है। धरना देने से पहले आपने निगम आयुक्त कार्यालय को कोई सूचना नहीं दी थी और ना किसी तरह की अनुमति ली है।
नोटिस में लिखा गया है कि नोटिस मिलते ही आप धरने से तत्काल उठ जाएं, नहीं तो प्रतिबंधित क्षेत्र में धरना प्रदर्शन करने के आरोप में आपके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त ने नोटिस की एक कॉपी सुपेला थाने को भी भेजी है। नोटिस मिलते ही लालचंद वर्मा धरने से उठ गए और निगम आयुक्त से मिलने पहुंच गए। इसके बाद निगम आयुक्त से आश्वासन लेकर लौट गए।
लगाए थे गंभीर आरोप
पार्षद व एमआईसी मेंबर लालचंद वर्मा ने राज्य सरकार और निगम आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम आयुक्त ना तो उनके वार्ड में बोर खनन करने दे रहे हैं और ना ही मूलभूत की राशि से कोई विकास होने दे रहे हैं। लालचंद ने दावा किया कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती है वे निगम आयुक्त कार्यालय के बाहर जमीन पर बैठकर धरना देते रहेंगे।
