Sunday, December 28, 2025
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अभी संभाग में सबसे ठंडा दुर्ग, प्रदेश में चौथे स्थान पर, 30 से बदलेगा मौसम, पारा चढ़ेगा, बारिश संभावित

by CG Prime News
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दुर्ग। अंबिकापुर, पेंड्रा और जगदलपुर के बाद दुर्ग प्रदेश में सबसे ठंडा जिला है।  गुरुवार को मौसम विज्ञान विभाग से जारी वेदर बुलेटिन में दुर्ग का न्यूनतम पारा 12 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर बना हुआ है। अंबिकापुर में अभी तापमान न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस है, वहीं पेंड्रारोड में यह आंकड़ा 9.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। इसके बाद तीसरे स्थान पर 11.9 डिग्री के साथ जगदलपुर है। इस तरह चौथा स्थान दुर्ग जिले को मिला है।

दुर्ग जिले का न्यूनतम तापमान अभी प्रदेश के सभी जिलों की तुलना में औसत से 3.6 कमी पर सबसे कम है। इसके अलावा दिन में भी ठंडक लग रही है, क्योंकि अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। औसत अधिकतम तापमान में एक ही दिन में 2.4 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है। मौसम विभाग ने कहा है कि दिसंबर की शुरुआत से ही ठंडक मेंं और ज्यादा इजाफा संभावित है।

जिले में बारिश भी संभावित

मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि, दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में गहरे अबदाब तैयार हो गए हैं। इसकी तीव्रता अगले १२ घंटों में और बढ़ जाएगी। इसके प्रभाव से ३० नवंबर से छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की भी संभावना है। बारिश होने से हवा की नमी का स्तर बदलेगा, जिससे न्यूनतम पारा बढऩा भी संभावित है। इसके अलावा ३० नवंबर से दुर्ग जिला सहित छत्तीसगढ़ में सुबह कोहरा छाना शुरू हो सकता है। वहीं पूरे दिन बादल छाए रह सकते हैं।

ऐसा है दुर्ग का वेदर फोरकास्ट

मौसम विभाग के वेदर फोरकास्ट के मुताबिक दुर्ग जिले में शुक्रवार से अधिकतम और न्यूतनम तापमान में हल्की वृद्धि होना संभावित है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान ३० डिग्री और न्यूनतम पारा १३.२ डिग्री के आसपास रह सकता है। वहीं शनिवार को रात की सर्द हवाएं १४ डिग्री सेल्सियस के करीब रहने का अनुमान है। इसके अलावा दिन का तापमान ३०.३ डिग्री तक पहुंच सकता है। एक से चार दिसंबर तक दिन का तापमान ३० डिग्री से अधिक और रात का न्यूनतम तापमान १४ डिग्री के ऊपर रहने की संभावना है।

मौसम बदलेगा, ऐसे रखें खुद का ध्यान

बच्चे – अचानक ठंडक और तापमान में उतार-चढ़ाव से वायरल का खतरा बना हुआ है। बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं। यदि छोटे बच्चे हैं तो उन्हें एक एक्स्ट्रा लेवर कपड़े पहनाएं। जिन बड़े बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या है तो उन्हें फिलहाल स्कूल नहीं भेजें। बच्चों की खास देखभाल बेहद जरूरी है। यदि बुखार तीन दिनों से अधिक बना रहता है तो डॉक्टर को जरूर दिखा दें।
डॉ. एपी सावंत, पीडीयाट्रिशन

बड़े – इस मौसम में एक तरह का एयर बॉन्ड वायरल फैलता है। जिससे बड़ों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण दिखाई पड़ते हैं। इसी मौसम में डेंगू के मरीज भी मिलते हैं। सर्दी होने पर मास्क का उपयोग जरूर करें ताकि दूसरे संक्रमित न हों। सर्दी, खांसी होने पर खासतौर पर बच्चों से खुद को दूर रखें। बेहतर होगा कि कुछ समय के लिए खुद को आइसोलेट कर लें।
डॉ. सुधीर गांगेय, एमडी मेडिसीन
                                   

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