आरक्षकों ने सीखा विवेचकों का काम, SSP एक सप्ताह बाद करेंगे मूल्यांकन

उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठ आरक्षक प्रिया सम्मानित

दुर्ग. वरिष्ठ आरक्षकों के लिए आयोजित अनुसंधान संबंधी 5 दिवसीय प्रशिक्षण सह-कार्यशाला का समापन रविवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष सेक्टर-6 भिलाई नगर में किया गया। उन्हें विवेचकों के कामों को सिखाया गया। विशेषज्ञों ने उन्हें प्रशिक्षण दिया कि आखिर विवेचक किस प्रकार काम करते हैं। इनमें एफआईआर लेखन से लेकर न्यायालय में चालान प्रस्तुत करने की प्रक्रिया, बीएनएस की धाराओं के अंतर्गत विभिन्न अपराधों में कार्यवाही करने, साधारण एवं गंभीर चोटों की पहचान और सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित प्रकरणों के अनुसंधान की बारीकियों पर विशेष प्रशिक्षण दिया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आरक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

(Constables learned the work of investigators, SSP will talk about evaluation after one week)

अनुसंधान के विभिन्न पहलुओं की दी गई जानकारी

गौरतलब है कि 3 जून से शुरू हुई कार्यशाला में जिले के विभिन्न थानों में पदस्थ वरिष्ठ आरक्षकों को अनुसंधान के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी गई। व्याख्याता एफएसएल डॉ. मोहन पटेल, सेवानिवृत्त उप पुलिस अधीक्षक अजीत यादव और राकेश जोशी ने प्रतिभागियों को एफआईआर लेखन से लेकर न्यायालय में चालान प्रस्तुत करने की प्रक्रिया के बारे में बताया। वहीं बीएनएस की धाराओं के अंतर्गत विभिन्न अपराधों में कार्रवाई करने, साधारण एवं गंभीर चोटों की पहचान तथा सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित प्रकरणों के अनुसंधान की बारीकियों पर विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया।

उत्कृष्ट प्रतिभागियों को प्रशस्ति-पत्र देकर किया सम्मानित

प्रतिभागियों की परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले आरक्षकों को पुरस्कृत किया गया। प्रथम स्थान भिलाई नगर थाना आरक्षक तोषण चंद्राकर, द्वितीय स्थान नेवई थाना आरक्षक रवि कुमार और तृतीय स्थान भिलाई नगर आरक्षक अभिमन्यु सिंह ने प्राप्त किया। सभी को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किया। उप निरीक्षक संकल्प राय को प्रशिक्षण में विशेष योगदान के लिए मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया।

एसएसपी ने कहा- पुलिस कर्मियों का आईक्यू बहुत उच्च

एसएसपी विजय अग्रवाल ने आरक्षकों की बुद्धिमत्ता एवं कार्यक्षमता की सराहना करते हुए कहा कि दुर्ग जिले के पुलिसकर्मियों का आईक्यू स्तर बहुत उच्च है और उन्हें इसी उत्साह व लगन से कार्य करते रहना चाहिए। अगले सप्ताह प्रशिक्षण प्राप्त आरक्षकों के कार्यों का पुन: मूल्यांकन किया जाएगा। इस अवसर पर एएसपी सुखनंदन राठौर, डीएसपी चंद्रप्रकाश तिवारी, आरआई नीलकंठ वर्मा समेत अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।