नक्सलगढ़ नहीं अब छत्तीसगढ़ की पहचान यहां की परंपरा और संस्कृति से हो रही
सीएसवीटीयू में सेंटर आफ एक्सीलेंस की घोषणा, 15 करोड़ की लागत से बनेगी यूनिट
CG Prime News@भिलाई. गांव देहात में हॉस्पिटल और दाई-दीदी क्लीनिक हाट बाजार की मांग थी। इसकी शुरुआत कर दिया, लेकिन अब दो मांग और है। एक अंग्रेजी माध्यम स्वामी आत्मानंद स्कूल और दूसरा ग्रामीण क्षेत्र में बैंक खोलना है, क्योंकि सभी ग्रामीणजन के पास पैसा आ गया है। बैंक होना जरुरी है, स्कूल होना जरुरी है। स्कूल खोल दिया तो अब कॉलेज होना जरुरी है। आज तक 23 साल हो गया छत्तीसगढ़ बने, लेकिन अंग्रेजी माध्यम के शासकीय विद्यालय नहीं था। इस साल 10 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुल गया। ताकि हमारे लड़के भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोल सके। किसी के सामने झुकना न पड़े। छत्तीसगढ़ के बच्चे देश-दुनिया में जा कर अपनी बात दमदारी से रखें। स्वाभिमान सबसे जरुरी है। आज छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सलगढ़ से नहीं, बल्कि यहां की सांस्कृतिक परंपरा से हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात दुर्ग संभाग में युवाओं से सिविक सेन्टर भिलाई मे भेंट मुलाकात में कही।
सीएम ने स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने की घोषणा की। 15 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस संस्थान में स्टार्टअप यूनिट्स के लिए जगह होगी और लैब भी होगा। अभी बैंगलोर जीएसटी प्राधिकरण ने छात्रावास में रहने वाले छात्रों पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है। इस निर्णय को वापस लेने का अनुरोध हमने भारत सरकार से किया है। यह निर्णय यदि वापस नहीं होता तो इस राशि का वहन छत्तीसगढ़ सरकार करेगी, लेकिन बच्चों पर अतिरिक्त भार नहीं आने देंगे। मुख्यमंत्री ने सभी वर्गों के हितों से संबंधित किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमने पौने दो लाख करोड़ रुपए डीबीटी के माध्यम से हितग्राहियों के खाते में डाले। इससे बाजार में पैसा आया और छ्त्तीसगढ़ मंदी से दूर रहा। हमने उद्यानिकी विश्वविद्यालय आरंभ किया और मेडिकल कालेज भी खोले हैं। हमने 112 करोड़ रुपए बेरोजगारी भत्ते के रूप में दिए हैं। 300 रीपा बनवाया है। 1186 करोड़ रुपए की राशि से 36 आईटीआई का उन्नयन कर रहे हैं। इससे दस हजार पद सृजित होंगे। जहां जहां भेंट मुलाकात होती है मुझसे लोग स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल और सहकारी बैंक की माँग होती है। इंग्लिश मीडियम स्कूलों की जरूरत थी और कालेजों की भी। हमने दस इंग्लिश मीडियम कालेज आरंभ किये हैं। इस मौके पर गृह मंत्री और कृषि मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं पंचायत एवं उच्च शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद, वरिष्ठ विधायक अरूण वोरा, विधायकगण देवेन्द्र यादव, संगीता सिन्हा, छन्नि साहू, छत्तीसगढ़ विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव डॉ कमलप्रीत सिंह, सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में युवा छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
नक्सलगढ़ नहीं अब छत्तीसगढ़ की परंपरा से हो रही पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी परंपरा को सहेजने की दिशा में भी हमने कार्य किया है। अब छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सलगढ़ और खाद्यान से नहीं, बल्कि अब छत्तीसगढ़ की पहचान यहां की विशिष्ट परंपरा और संस्कृति से हो रही है। अब छत्तीसगढ़िया ओलंपिंक करा रहा हूं। क्षेत्रीय त्योहार में छुट्टी की घोषणा की है। पहले बोरेबासी छत्तीसगढ़िया खाते थे। 1 मई को बोरेबासी खाना मत छोड़ना। कई लोग अब चम्मच से बोरे बासी खाने लगे है। हंसते हुए युवाओ से संवाद किया।
कका ने गिनाई उपलब्धियां, युवाओ के हित में की घोषणा
– 41 हजार पदों पर वैकेंसी निकाली है।
– इंदिरा संगीत एवं कला विश्वविद्यालय से संबद्ध 5 महाविद्यालय खोले।
– संगीत प्राध्यापकों की नियुक्ति की।
– पुलिस विभाग में अन्य पदों की नियुक्ति चल रही है।
– नालंदा की तरह ही तक्षशिला परिसर दुर्ग में बनाने के लिए 20 करोड़ रुपए का बजट दिया।
– 8 आवासीय खेल अकादमी आरंभ की। नए स्टेडियम बनवायए हैं।