CG Prime News@बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में nss कैंप में हिंदू छात्रों केा नमाज पढ़ाने के मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी (GGU) के एनएनएस (NSS) कैंप में हिंदू छात्रों को जबरन नमाज पढ़ाने का दावा है। इसके बाद एबीवीपी और हिंदू संगठनों ने यूनिवर्सिटी परिसर में 6 घंटे तक प्रदर्शन किया।
कुलपति से शिकायत
प्रदर्शनकारियों ने रजिस्ट्रार दफ्तर में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। पुलिस अफसरों की मौजूदगी में कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने छात्र नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद एनएसएस की स्थानीय ईकाई को भंग करते हुए सभी 12 कोऑर्डिनेटर को पद से मुक्त करने का आदेश जारी किया।

जानिए क्या हुआ था कैंप में
26 मार्च से 1 अप्रैल तक जीजीयू के NSS विंग का कैंप शिवतराई में लगाया गया था। जहां 159 छात्र शामिल हुए। इनमें चार मुस्लिम छात्र भी थे। 31 मार्च को ईद के दिन अचानक कोऑर्डिनेटर ने मुस्लिम छात्रों को मंच पर बुलाया और नमाज अदा करने की प्रक्रिया करने को कहा। कोऑर्डिनेटर ने बाकी छात्रों को भी नमाज अदा करने की प्रक्रिया को जस का तस दोहराने के लिए कहा। जिसके बाद 14 अप्रैल को 4 छात्रों ने जबरन नमाज पढ़ाने की शिकायत की। जिसके बाद बवाल मच गया।
प्रदर्शन के बाद लिए गए एक्शन
छात्र नेताओं की मांग पर कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल को अपने ऑफिस से बाहर निकलना पड़ा। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। इसके बाद छात्रों को भरोसा दिलाया कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जा रही है। सबसे पहले यूनिवर्सिटी ने एनएसएस ईकाई के मुख्य कोऑर्डिनेटर को हटाया। इसके बाद छात्रों की मांग पर तत्काल प्रभाव से NSS इकाई को भंग किया गया। यानी जिस यूनिट ने कैंप आयोजित किया वो पूरी तरह खत्म की गई है।
को-ऑर्डिनेटर को हटाया
इस यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी जिन्हें को-ऑर्डिनेटर भी कहा जा रहा है उन्हें भारमुक्त किया गया है। यानी यूनिवर्सिटी के ये प्रोफेसर अब NSS यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी नहीं रहेंगे। हालांकि इनकी बाकी सेवा पहले जैसी ही रहेगी। ये काम करते रहेंगे। इसके अलावा फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया गया है जो 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट देगी।
छात्रों को बयान के लिए बुलाया गया
मामला उजागर होने के बाद कुलपति प्रो. चक्रवाल ने निर्देश पर कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को कमेटी एनएसएस कैंप में शामिल होने वाले 159 स्टूडेंट्स का बयान दर्ज करेगी। इसके लिए नए समन्वयक प्रो. राजेंद्र मेहता ने सभी छात्रों को पूछताछ के लिए यूनिवर्सिटी बुलाया है।
