बंदी की मृत्यु के मामले में 23 मार्च तक कर सकते है दावा-आपत्ति

– 17 अप्रैल 2022 को हुई थीं मौत


CG Prime News@भिलाई. दुर्ग केन्द्रीय जेल में दडिंत बंदी जगीरा सिंग आत्मज निरवैल सिंग की मौत के मामले की जांच शुरु हो गई है। दंडाधिकारी ने जांच के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की है। बता दें बंदी की मौत को लेकर परिजनों ने आशंका जाहिर की थी।

17 अप्रैल 2022 को जगीरा सिंह की जेल के अंदर मौत हो गई। जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने अनुविभागीय दंडाधिकारी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। बंदी की मृत्यु के संबंध में जांच प्रक्रिया शुरु हो गई है। अनुविभागीय दंडाधिकारी द्वारा जांच बिन्दु निर्धारित किए गए है। जिनमें दंडित बंदी किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त तो नहीं था, बंदी को समय पर पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई थी, बंदी की मृत्यु किन परिस्थितियों में हुई, बंदी की मृत्यु के लिए क्या इस घटना को टाला जा सकता था, बंदी की मृत्यु के लिए जेल अधिकारी एवं कर्मचारी तो जिम्मेदार नहीं है। इन बिन्दुओं के आधार पर जांच की जाएगी। घटना के संबंध में यदि कोई व्यक्ति जानकारी रखता हो तो स्वयं अथवा अपने अधिकृत अधिवक्ता एवं अभिकर्ता के माध्यम से अनुभागीय अधिकारी के समक्ष 23 मार्च 2023 तक साक्ष्य प्रस्तुत कर सकता है।