CG Prime News@कांकेर. छत्तीसगढ़ के भाजपा (BJP) सांसद भोजराज नाग कांकेर में एक घंटे तक जाम में क्या फंसे वो थाना प्रभारी पर जमकर नाराज हो गए। उन्होंने बीच सड़क ही थाना प्रभारी को लताड़ते हुए उसकी क्लास लगा दी। यहां तक कि सांसद ने टीआई को वसूलीबाज तक कह दिया। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें सांसद भोजराज नाग टीआई को गाड़ी में बैठे हुए कह रहे हैं कि वीआई गाड़ी को एक घंटे से रोक रखा है। क्या व्यवस्था बनाए हो। वीडियो में सांसद पहले सड़क पर फिर थाने में टीआई को लताड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं।

पहले सड़क फिर थाने में भी ली क्लास
वीडियो में वे कहते दिख रहे हैं कि इस प्रकार का नाटक करोगे। तमाशा बनाकर रखे हो। बदतमीज कही के, पैसा वसूली में लगे हुए हो। एक घंटा से वीआईपी आदमी को रोकोगे। ऐसी टीआई गिरी करोगे। एसपी से तुम्हारी शिकायत करूंगा। तुम्हारी बहुत शिकायत है वसूलीबाजी की…चलो थाने।
मजाक बना दिए हो
जाम में फंसे सांसद के पास टीआई को भी मौके पर पहुंचने में समय लग गया। नाराज सांसद ने मौके पर टीआई की क्लास लगा लगा दी। सांसद के कहा कि वीआईपी गाड़ी को 1 घंटे से खड़े कर मजाक बना दिए हो। माइंस की गाडिय़ों को रोककर वसूली करते हो। इसके बाद सांसद ने एसपी से शिकायत की बात कहते हुए उन्हीं के थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। थाने का भी एक वीडियो सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि सांसद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप पटेल के सामने भी थाना प्रभारी को सुनाते रहे।
यह है पूरा मामला
रविवार रात 10 बजे माइंस से आ रही गाडिय़ों की चेकिंग की जा रही थी। जिस वजह से भानुप्रतापपुर में जाम लग गया था। जाम में कार्यक्रम से लौट रहे सांसद भोजराज नाग की गाड़ी भी फंस गई। उन्होंने भानुप्रतापपुर थाना प्रभारी रामेश्वर देशमुख को मौके पर आने कहा। सांसद थाने पहुंचे और टीआई पर वसूली करने का आरोप लगाते हुए एडिशनल एसपी के सामने शिकायत लिखी।
नो एंट्री में घुसी गाडिय़ां
पूरी घटना पर पुलिस का कहना है कि माइंस से आने वाली गाडिय़ां नो एंट्री में आ रही थी, जिन्हें रोककर व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा था। कुछ लापरवाही की वजह से जाम लग गया। जिसमें सांसद फंस गए। सांसद को निकालने की कोशिश की जा रही थी। लंबा जाम होने की वजह से समय ज्यादा लग गया। इधर इस पूरे मामले पर सांसद ने कहा कि भानुप्रतापपुर पुलिस की लगातार बहुत शिकायतें भी मिली थी, जिसकी वजह से मैंने गृह सचिव को पत्र लिखा है और पुलिस अधीक्षक को शिकायत की है। मेरी सुरक्षा में पुलिस विभाग ने बड़ी चूक की है।
