CG Prime News@भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई के मोस्ट वांटेड फरार हिस्ट्रीशीटर दीपक नेपाली की संपत्ति कुर्क (attachment) होगी। आदतन अपराधी और जानलेवा हमले के बाद फरार आरोपी दीपक नेपाली की चल-अचल संपत्ति कुर्क की जाएगी। एक महीने पहले हुए हमले के 3 आरोपियों में से एक आरोपी शुभम यादव (30 वर्ष) को तत्काल घेराबंदी कर पकड़ लिया गया था, 2 अन्य आरोपी रामप्यारे यादव (39) और रोशन सिंह उर्फ राजा (29) ने सरेंडर कर दिया है। जिसके बाद इनको जेल भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक दीपक नेपाली और उसके 2 भाई के खिलाफ कई थानों में मामला दर्ज है। इसके अलावा इन पर महादेव सट्टा एप का पैनल चलाने का भी आरोप है।
यह है पूरा मामला
ASP के अनुसार प्रदीप चौबे प्रॉपर्टी का काम करता था। शुभम के चाचा राम प्यारे यादव के माध्यम से एक मकान का सौदा कराया था। इस सौदे में राम प्यारे यादव को 50 हजार रुपए कमिशन देने की बात तय हुई थी। प्रदीप ने पार्टी से सौदे का 12 लाख रुपए लिए थे और ढाई लाख रुपए लेना बाकी था। लेकिन राम प्यारे यादव अपना तय कमीशन 50 हजार रुपए तत्काल मांग रहा था।
प्रदीप यादव का कहना था कि जो ढाई लाख रुपए बचा है, वह रकम उसे मिल जाए तो वह उसका पैसा दे देगा। पैसे देने में हो रही देरी से नाराज रामप्यारे यादव , दीपक नेपाली और अन्य आरोपियों को लेकर वसूली करने उसके घर पहुंच गया था।
गला दबाया, जमकर की मारपीट
विवाद के दौरान शुभम के साथ कैंप वन भिलाई का गुंडा दीपक नेपाली भी मौजूद था। शुभम उसके चाचा राम प्यारे यादव, राजा और दीपक नेपाली ने मिलकर प्रदीप को बुरी तरह मारा। प्रदीप को मारते-मारते उसका गला दबाया और सिर को पकड़ लगातार दीवार पर पटकते रहे। पीडि़त की शिकायत पंजीबद्ध करने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए वैशाली नगर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दूसरे दिन 22 मई को ही आरोपी शुभम यादव को घेराबंदी कर पकड़ लिया गया था।
पत्नी ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
एएसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि वैशाली नगर पांडे मुहल्ला के 18 नंबर रोड कैंप निवासी प्रदीप चौबे की पत्नी स्नेहा चौबे (35) ने 21 मई की रात्रि को वैशाली नगर थाने में दीपक नेपाली, शुभम यादव उसके चाचा राम प्यारे यादव और राजा के खिलाफ जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कराया था।

