CG में गांजा बेचकर करोड़पति बने GRP के 3 कांस्टेबल, महंगी गाडिय़ों और बाइक का कलेक्शन जानकर उड़ जाएंगे होश

CG PRIME NEWS

CG Prime News@बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में गांज बेचकर जीआरपी (GRP Constable) के तीन कांस्टेबल करोड़पति बन गए। इनके महंगे शौक, महंगी गाडिय़ों और बाइक का कलेक्शन देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए थे। बिलासपुर पुलिस ने गांजे का अवैध कारोबार करने वाले जीआरपी के 3 बर्खास्त आरक्षकों की डेढ़ करोड़ की संपत्ति को फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन के बाद जब्त किया है।

Read more: CG: एलेन कोलवाशरी में बड़ा हादसा, 11 kv करंट की चपेट में आकर झुलसे दो ड्राइवर, 1 की मौत दूसरे की हालत गंभीर

मिली है महंगी गाडिय़ां और बाइक
बिलासपुर एसपी रजनेश सिंह ने शुक्रवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरक्षकों की संपत्ति जब्त करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेलवे जीआरपी में पदस्थ 4 कांस्टेबल लक्ष्मण गाइन, संतोष राठौर, मन्नू प्रजापति और सौरभ नागवंशी गांजे का कारोबार करते थे। चारों अभी जेल में बंद है। इनके नाम पर लग्जरी मकान, कार और महंगी बाइक मिले हैं। पुलिस ने इनकी संपत्ति जब्त कर केस को मुंबई सफेमा कोर्ट भेजा है।

करते थे गांजे की तस्करी
जीआरपी आरक्षकों की टीम नियमित रूप से दुर्ग, गोंदिया, रायपुर, चांपा, सक्ती, रायगढ़, रूट पर नियमित गश्त करती थी। उनके साथ बाहर के युवक भी रहते थे। गांजा पकडऩे के बाद उसे जब्त करने के बजाय दूसरे आरोपियों को सौंप दिया जाता था। वे छत्तीसगढ़ के कई जिलों के साथ देश के कई राज्यों के तस्करों को गांजा बेचते थे। इसके एवज में खरीदार सीधे खाते में उन्हें पैसे भेजता था।

डायरेक्ट लेनदेन मिला
एसपी रजनेश सिंह ने बताया कि, आरक्षकों ने सीधे खातों में पैसे लेने के साथ ही यूपीआई (UPI) से भी रुपए लिए हैं। आरक्षकों ने अपने और घर परिवार वालों के नाम से कई यूपीआई अकाउंट बना रखे थे। सभी यूपीआई नंबर पर सीधे लाखों रुपए का लेनदेन करते थे

जब साथी पकड़े गए तब खुली पोल
23 अक्टूबर 2024 को 4 जीआरपी कांस्टेबल उनके साथी योगेश सोंधिया और रोहित द्विवेदी से 20 किलो गांजा जब्त किया था। दोनों के खिलाफ जीआरपी थाने में केस दर्ज किया गया। जांच में पाया गया कि, चारों आरक्षक अवैध कारोबार में शामिल है। वे ट्रेन में गांजा पकड़कर अपने सहयोगी योगेश उर्फ गुड्डू सोंधिया और श्यामधर उर्फ छोटू चौधरी को देते थे। दोनों ट्रेन में ही पहले से बुलाए गए लोगों को गांजे की सप्लाई करते थे। जांच के बाद उनके खिलाफ चालान एनडीपीएस कोर्ट में पेश किया गया है। फाइनेंशियल इन्वेस्टिगेशन में उनके खिलाफ जांच के बाद जमीन, मकान और महंगी गाडिय़ां मिली हैं। इसे जब्त कर सीज करने सफेमा कोर्ट मुंबई को प्रकरण भेजा गया है।

करोड़ों की संपत्ति बनाई
आरक्षक मन्नू प्रजापति अपने साले के बैंक खाते में रुपए जमा कराता था। उसके खाते में करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन मिले हैं। बाकी आरक्षकों ने कोरबा में करोड़ों की संपत्ति बनाई थी। पूरे मामले में पुलिस ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी अभी जेल में बंद है

महंगी बाइक और कार का शौकीन आरोपी
2.80 लाख की हार्ले डेविडसन बाइक लक्ष्मण गाइन ने साले के नाम पर ली थी। जिसकी किस्त वो खुद जमा करता था।
20 लाख की टाटा सफारी कार लक्ष्मण गाइन ने साले के नाम पर खरीदी थी। इसका भी किस्त वो खुद जमा करता था।
हुंडई वेन्यू कार लक्ष्मण गाइन ने अपने इस्तेमाल के लिए ली थी। जिसकी कीमत पुलिस ने 5 लाख रुपए बताई है।