Smart india hackathon :  दिल्ली में प्रदूषण की एक्यूआई वैल्यू का हल निकालने रुंगटा कॉलेज में जुटेंगे 12 राज्यों के इंजीनियरिंग छात्र

भिलाई . Smart india hackathonn केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन के स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन ग्रैंड फिनाले की जिम्मेदारी इस साल रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज को दी गई है। इसके लिए मिनिस्ट्री ने रूंगटा आर-१ ग्रुप को नोडल सेंटर भी बनाया है। नेशनल लेवल हैकथॉन का यह गै्रंड फिनाले 11 और 12 दिसंबर को होगा जिसमें विभिन्न राज्यों के विद्यार्थियों की 25 टीमें हिस्सा लेंगी। यह टीमें 36 घंटे नॉनस्टाप कंप्यूटर कोडिंग करके ऐसे सॉफ्टवेयर तैयार करेंगी जो समाज के हित में रहेंगे।
इस साल एजुकेशन मिनिस्ट्री ने इन टीमों को पांच प्रॉब्लम स्टेटमेंट दिए है।

राजधानी दिल्ली होगा प्रॉब्लम स्टेटमेंट

यह सभी टीमें देश की राजधानी दिल्ली के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बने प्रदूषण को लेकर सॉफ्टवेयर बेस्ड सॉल्यूशन देंगी। संतोष रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के डायरेक्टर सोनल रूंगटा ने बताया कि, इस समय दिल्ली में प्रदूषण का एक्यूआई शीर्ष पायदान पर पहुंच चुका है। हवा में प्रदूषण के नैनो पार्टिकल्स घुल गए हैं जो बड़े स्तर पर लोगों को बीमार कर सकते हैं। इसके लिए हैकाथॉन में शामिल होने वाली टीमें दिल्ली में प्रदूषण की एक्यूआई वैल्यू को मोबाइल से कैप्चर करने का समाधान देगी। इसके अलावा दिल्ली में रियल टाइम ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए भी टूल्स डिजाइन किए जाएंगे।

रुंगटा ग्रुप को बड़ी जिम्मेदारी

राजधानी दिल्ली के अलावा देशभर में अतिक्रमण दूसरी सबसे बड़ी समस्या है। इसका समाधान ऑटोमेशन के जरिए देने के टीमों को रोबोटिक्स और ड्रोन टेक्नोलॉजी के जरिए हल निकालना होगा। दिल्ली में हो रही पानी की किल्लत को दूर करने के लिए भी यह टीमें सॉफ्टवेयर तैयार करेगी जिससे रियल टाइम ग्राउंड वॉटर बॉडी और स्टोरेज वॉटर का सर्वे किया जा सकेगा। इसके अलावा यह टीमें बायोटेक और हेल्थ टेक पर भी सॉफ्टवेयर टूल डेवलप करेगी। यह सभी पांचों प्रॉब्लम स्टेटमेंट इन विद्यार्थियों को केंद्र सरकार ने दी है। सॉफ्टवेयर के जरिए इन समस्याओं को सुलझाने वाली टीमोंं को एक लाख रुपए का पुरस्कार मिलेगा। इस हैकाथॉन के लिए रूंगटा ग्रुप ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है।