20 दिन बाद मामला खुला
@CG Prime News @R.Sharma
भिलाई. दुर्ग सीएसपी प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन के बंगले में 5 अप्रैल को चोरी हो गई। चोरों ने 43 हजार 800 रुपए कीमत का केबल चोरी किया और उसे कबाड़ी को बेच दिया। आईपीएस के घर चोरी से पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आरोपियों को पकड़ने के लिए गोपनीय टीम गठित की गई। पद्मनाभपुर थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस ने टीम के साथ खोजबीन शुरू की। टीम ने देवार मोहल्ला में रहने वाले आरोपी छोटू देवार और सलमान देवार को पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों ने चोरी करना स्वीकार किया और केबल को जलाकर बिट्टू कबाड़ी को बेचना बताया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया। वहीं कबाड़ी को पकड़कर उससे नया केबल लिया और उसे छोड़ दिया गया।
क्या है पूरा मामला
प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन बंगले के शिफ्ट होने से पहले मरम्मत, रंग-रोगन और साज-सज्जा का कार्य किया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक 4 अप्रैल को इलेक्ट्रीशियन अजय साहू ने काम किया और बचे हुए बिजली केबल के बंड़ल को रखकर घर चला गया। बंगले की सुरक्षा के लिए पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। इधर तांकझांक में लगे चोरों ने हाथ साफ कर दिया। 14-15 बंडल केबल, मशीन समेत अन्य सामग्री चोरी कर ले गए। उसे जलाकर कॉपर निकाला और कबाड़ी को बेच दिया।
आरोपी पकड़ाए, लेकिन पुलिस ने नहीं की खुलासा
पद्मनाभपुर प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस अजय प्रमोद साभद्रा ने मामले में धारा 380, 457 का प्रकरण दर्ज किया। चोरों को पकड़ने के लिए प्रधान आरक्षक हरिश चौधरी, जावेद खान और आरक्षक किशोर सोनी, जमालुद्दीन, कमलेश यादव और गौर सिंह को लगाया गया। टीम ने आरोपी देवार मोहल्ला के आरोपी छोटू देवार और सलमान देवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने केबल बिट्टू कबाड़ी को बेचना स्वीकार किया। कबाड़ी को पकड़ कर उससे चोरी का नया केबल खरीदवाया गया और उसके खिलाफ बिना कार्रवाई किए छोड़ दिया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि पद्मामनाभपुर थाना प्रभारी ने मामले का खुलासा नहीं किया। मीडिया में बात आए यह मुनासिब नहीं समझा।
मामला पुराना है
दुर्ग सीएसपी चिराग जैन (आईपीएस) ने बताया कि दुर्ग में बंगला एफ-1 अलॉट हुआ है। उसकी मरम्मत और रंगरोगन किया जा रहा था। केबल आदि सामग्री डंप की गई थी। 5 अप्रैल की रात चोरों ने केबल चोरी कर लिया। मामले में चोरी का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की खोजबीन शरू की गई। दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें जेल भेजा गया।