आईजी-एसपी ने नहीं सुनी तब उप मुख्यमंत्री से बैंक कर्मी ने लगाई गुहार
उच्च अधिकारियों की पहुंच का सिपाही दिखाता है धौंस
CG Prime News@
भिलाई. कातुलबोर्ड साकेत कॉलोनी निवासी निजी बैंक में डिप्टी मैनेजर तेजश शर्मा ने सीएसपी स्कॉट टीम में पदस्थ आरक्षक राजीव रंजन सिंह, कमलेश यादव और मोहन नगर थाना में पदस्थ आरक्षक विश्वदीप टंडन समेत अन्य के खिलाफ मारपीट करने का गंभीर आरोप लगाया है। उसकी साथ थाना में आरक्षकों ने पट्टा, मुक्का और लात से बेरहमी से धुनाई की। मारपीट से चेहरा और कमर के नीचे चोट निशान मिले है। मामले की शिकायत पर जब कार्रवाई नहीं हुई। तब पीड़ित ने उप मुख्यमंत्री अरुण साव से लिखित शिकायत की और विभाग के उच्च अधिकारियों की धौंस दिखाकर दूसरों के साथ इस घटना की पुनरावृत्ति न हो। इसकी मांग की।
मोहन नगर थाना प्रभारी डीएसपी आकांक्षा पांडेय ने बताया कि 3 व 4 अप्रैल की रात डायल-112 को प्वाइंट मिला कि कातुलबोर्ड निवासी तेजस शर्मा अपनी पत्नी के साथ विवाद कर रहा है। करीब 1.15 बजे डायल-112 पर तैनात जवान रमेश जायसवाल कातुलबोर्ड से तेजस शर्मा को पकड़ कर थाना लाए। उससे पूछताछ की गई। मामला पुराना है। मारपीट हुई है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। दुर्ग सीएसपी प्रशिक्षु आईपीएस चिराग जैन ने बताया कि बैंक कर्मी के साथ सिपाही द्वारा मारपीट का मामला संज्ञान में आया है। मामले में जांच कर जो तथ्य सामने आएंगे। उसके मुताबिक मारपीट करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मनमुताबिक करते है ड्यूटी
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मोहन नगर थाना अंतर्गत दीपक नगर निवासी सिपाही राजीव रंजन डीएसबी में पदस्थ था। DSB में रहते हुए Amleshwar थाना बीट देखता था. इसी बीच ट्रांसफर अपने होमटाउन मोहन नगर में करा लिया। मोहन नगर थाना में ज्वाइनिंग की। फिर उच्च अधिकारियों से मौखिक आदेश पर दुर्ग सीएसपी कार्यालय में करा लिया। वर्तमान में दुर्ग सीएसपी स्कॉट में ड्यूटी कर रहा है। इनके साथ में आरक्षक कमलेश यादव भी है। वहीं तीसरा आरक्षक विश्वदीप टंडन मोहन नगर पेट्रोलिंग में पदस्थ है। इनके खिलाफ भी थाना में शिकायतों की फेहरिस्त बताई जा रही है।
आरक्षकों में इतना आक्रोश क्यों
विभाग में चर्चा है कि आरक्षक राजीव रंजन सिंह थाना में ज्यादा ड्यूटी नहीं कियाऔर डीएसबी में फेसबुकिया पुलिसिंग की। वर्तमान में अपने उच्च अधिकारियों के साथ फोटो खिंचाकर सोशल मीडिया पर इस लिए पोस्ट करना ताकि थानेदार से आरक्षक पर अपनी पहचान बता सके। पीड़ित तेजश शर्मा का कहना है कि पुलिस अधिकारियों में अच्छी पकड़ का धौंस दिखाता है। सोशल मीडिया पर देखने से लगता है कार्रवाई नहीं होगी। अब कोर्ट की शरण में जाउंगा। ताकि ऐसे आरक्षक दूसरों के साथ थाना के अंदर मारपीट न कर सकें।
जानिए कहां तक की शिकायत
तेजश शर्मा ने बताया कि एसपी जितेन्द्र शुक्ला और कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी से आरक्षकों द्वारा की गई मारपीट की शिकायत की। इसके बाद आईजी रामगोपाल गर्ग से शिकायत की। जब आरक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब वह उप मुख्यमंत्री से बीजेपी कार्यालय में मुलाकात कर उनसे शिकायत की। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और दिल्ली मानव आयोग में लिखित शिकायत को पोस्ट किया है।