cgprimenews@भिलाई. पिछले बार की तुलना में इस बार लॉकडाउन को लेकर ज्यादा सख्ती बरती जा रही है। पुलिस बार्डर से लेकर जिले के अंदर जबरदस्त चौकसी लगा रखी है। जिले के अंदर 60 चेक प्वाइंट लगाए। 13 बार्डर पर तैनात किए गए है। करीब 700 जवानों को मोर्चे पर लगाए गए है। इस बार बेवजह गाड़ी लेकर घुमते पकड़े गए तो सीधे एक हजार चालान होगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित कुमार झा ने बताया कि 12 बजे के बाद बैरिकेट्स लगाना शुरू कर दिए है। शहर में 60 चेक प्वाइंट लगाए गए है। बाहर निकलने वाले हर एक व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। एक भी व्यक्ति पुलिस की नजर से नहीं बचेगा। कोबिड-19 के चेन को तोडऩे के लिए यह कवायद की जा रही है।
फ्लैग मार्च कर लोगों को किया जागरुक
एसपी प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर शहर में एएसपी रोहित कुमार ने भिलाई नगर सीएसपी अजीत यादव, छावनी सीएसपी विश्वास चंद्राकर, डीएसपी प्रवीरचंद्र तिवारी, प्रशिक्षु डीएसपी और टीआई समेत अन्य कर्मचारियों के साथ फ्लैग मार्च निकाला। फ्लैग मार्च सुपेला छावनी, खुर्सीपार और भिलाई तीन में निकाला गया। लोगों को सप्ताहभर घर पर रहने की हिदायत दी गई।
घर पर रहने की हिदायत
ग्रामीण एएसपी लखन पटले ने एसडीओपी आकाश राव गिरेपुंजे और टीआई के साथ उतई, पाटन, अमलेश्वर फ्लैग मार्च निकले। उतई के नगर पंचायत क्षेत्रों तथा रिसाली नगर निगम से जुड़े जोरातराई मोरीद डुडेरा के ग्राम क्षेत्रों में सघन फ्लैग मार्च किया गया फ्लैग मार्च में इन सभी क्षेत्रों के वासियों को लॉकडाउन का पूर्ण पालन करने की हिदायत दी गई।
1000 का चालान चुकाना पड़ सकता है
दुर्ग जिले में इस बार 23 से 29 जुलाई तक लॉकडाउन प्रभावी रहेगा। इस दौरान बिना किसी काम के अनाधिकृत तौर पर बाहर घूमने वालों पर कोई मुरव्वत नहीं की जाएगी। पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने पहले ही दे दिए है। इससे पहले लगे लॉकडाउन में उल्लंघन करते पकड़े जाने वाले ज्यादातर लोगों को समझाइस देकर छोड़ दिया गया था। लेेकिन इस बार जिला व पुलिस प्रशासन लॉकडाउन का पालन करने के प्रति लापरवाही दिखाने वालों से 1 हजार रुपए अर्थ दंड या कार्रवाई होगी।
रात 12 बजे से सीमाएं होगी सील
रात के 12 बजते ही दुर्ग जिले की सभी सीमाएं सील कर दी जा रही है। इसके लिए इंतजाम कर लिया गया है। जिले की सभी सीमाओं को बेरिटेक्स लगाकर पुलिस जवानों की तैनाती सुनिश्चित की। एएसपी, सीएसपी रैंक के अधिकारियों को अनुविभाग के मुताबिक जिम्मेदारी दी गई है। सभी अधिकारियों के साथ एक टीआई भी होंगे।