विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस: भिलाई महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश, परिसर में लगाए पौधे

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. भिलाई महिला महाविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग ने विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के परिप्रेक्ष्य में ग्रीन ऑडिट और आईक्यूएसी के सहयोग से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से छात्रों द्वारा संरक्षण पर दो व्याख्यान दिए गए। प्राचार्य डॉ. संध्या मदन मोहन ने इस दिन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता और महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि प्रकृति में उपस्थित पंचतत्व अग्नि, वायु, पवन, जल, और मिट्टी ही हमारा पोषण करते हैं। इन्हें सुरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे पर्यावरण के संरक्षण में अपनी भूमिका निभाएं।

ग्रीन ऑडिट पर चर्चा की
ग्रीन ऑडिट इंचार्ज डॉ. प्रतीक्षा पांडे ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने कॉलेज परिसर में ग्रीन ऑडिट के महत्व और उसके प्रभाव पर भी चर्चा की। आईक्यूएसी इंचार्ज डॉ. भारती वर्मा ने छात्रों को संरक्षण के प्रति प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पर्यावरण की रक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमें इसके लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।

टेक्सटाइल उद्योग से होने वाले प्रदूषण पर डाला प्रकाश
बीएससी तृतीय वर्ष बायोलॉजी की छात्रा यशिका वर्मा ने टेक्सटाइल उद्योगों से होने वाले प्रदूषण और फास्ट फैशन के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल उद्योगों से नदियों में होने वाला प्रदूषण हमारे जल संसाधनों को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके साथ ही, सिंथेटिक कपड़ों को धोने से माइक्रोप्लास्टिक बाहर आकर विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों को दूषित कर रहा है। यह मिट्टी को भी प्रदूषित बना रहा है।

आदतों में बदलाव जरूरी
बीएससी भाग 2 माइक्रोबायोलॉजी की छात्रा चांदनी ने बताया कि कैसे हम रोज़मर्रा की जिंदगी में थोड़े सुधार करके और अपनी दैनिक गतिविधियों एवं आदतों में बदलाव लाकर प्रकृति को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं। कार्यक्रम में छात्राओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए और पर्यावरण संरक्षण के लिए कई सुझाव दिए। इस अवसर पर पौधे भी लगाए गए। जिसमें कॉलेज के सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया और पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।