प्रश्नकाल में गूंजा यह मामला
CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Chhattisgarh Assembly Winter Session) के तीसरे दिन गुरुवार को 805 करोड़ रुपए से ज्यादा का दूसरा अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। यह बजट वित्तीय वर्ष 2024- 25 के लिए है। वहीं शून्यकाल में पर्यावरण प्रदूषण का मुद्दा उठा। जिसमें नेता प्रतिपक्ष ने खनन और परिवहन में पर्यावरण प्रदूषण पर स्थगन प्रस्ताव दिया। कांग्रेस विधायक राघवेंद्र सिंह ने भी तालाब पाटने के मामले में स्थगन प्रस्ताव दिया।
अपने ही सरकार को घेरा अजय चंद्राकर ने
BJP विधायक अजय चंद्राकर ने DMF मद से दंतेवाड़ा में कोरकोट्टी सड़क निर्माण और हिरोली सड़क हेल्थ सेंटर से कैंप तक की सड़क को लेकर सवाल पूछा। संतुष्टि-पूर्ण जवाब नहीं मिलने पर अजय चंद्राकर और मंत्री विजय शर्मा के बीच नोंकझोंक हो गई। चंद्राकर के सवाल पर विजय शर्मा घिर गए। मंत्री के जवाब को लेकर विपक्ष ने भी सदन में हंगामा किया।
अस्पतालों में फायर-सेफ्टी का मुद्दा गरमाया
कांग्रेस विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि, मार्केट में फायर ऑडिट के सर्टिफिकेट 2 हजार रुपए में बिक रहे हैं। धर्मजीत सिंह ने पूछा कि, फायर सेफ्टी के लिए क्या प्रावधान ? कब-कब फायर सेफ्टी का ऑडिट कराया गया ? स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने फायर सेफ्टी की जानकारी देते हुए कहा कि, 30 बिस्तर अधिक और 9 मीटर ऊंचे अस्पतालों में फायर सेफ्टी अनिवार्य है। समय-समय पर फायर सेफ्टी का ऑडिट कराया जाता है। लापरवाही पाए जाने पर जुर्माने का भी प्रावधान है। फायर ऑडिट का काम छत्तीसगढ़ में गृह विभाग करती है और प्रमाण पत्र भी गृह विभाग देती है।
दोनों मंत्रियों से किया निवेदन
धर्मजीत सिंह ने कहा कि, मंत्री जी के पास फायर ऑडिट की सही पूरी जानकारी नहीं है। अगर काम गृह विभाग का है, तब बिना जांच के आपने लाइसेंस कैसे दिया। सामने गृहमंत्री भी बैठे हैं। दोनों ही मंत्रियों से निवेदन है कि फायर ऑडिट सक्षम अधिकारियों से कराइएगा।