दुर्ग@CG Prime News. कवर्धा मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर शुक्रवार को दुर्ग जिला मुख्यालय में हजारों की संख्या में सर्व हिंदू समाज के लोग दुर्ग के मानस भवन रविशंकर स्टेडियम के पास इकट्ठा हुए। जहां दोपहर 12 से शाम चार बजे तक धरना प्रदर्शन किया गया। इसके बाद सभी लोग रैली के माध्यम कलेक्टोरेट के लिए बढ़े, लेकिन भारी संख्या मौजूद पुलिस बल ने उन्हें वहीं पर रोक दिया। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप। मांग किया कि कवर्धा जैसी सांप्रदायिक हिंसक घटना दोबारा न होने पाए।
विश्व हिंदू परिष के प्रदेश अध्यक्ष संतोष गोल्छा ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ राज्य की शांति को भंग करने की कोशिश की जा रही है। कवर्धा को शांति का टापू कहा जाता है, लेकिन जिस तरह से वहां सांप्रदायिक हिंसा हुई उससे हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है। यह घटना काफी दुख दायक है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है, जहां सभी समाज और धर्म के लोग आपसी सौहार्द और भाईचारे के साथ रहते हैं, लेकिन कुछ लोग इसे जम्मू काश्मीर, केलर और पंजाब बनाना चाहते हैं। ऐसा बिल्कुल नहीं होने दिया जाएगा।
जय जय श्रीराम के लगाए नारे, भगवामय हुआ मानस भवन
मानस भवन में सभी हिंदू समाज के लोग इकट्ठा होने लगे थे। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित सभी समाज के लोग और युवा बाइक, कार और पैदल केसरिया झंडा लिए पहुंच रहे थे। सभी पूरे रास्ते जय जय श्रीराम के नारे लगाते रहे। ऐसे में पूरा दुर्ग शहर जय श्रीराम के नारों से गुंजायमान हो गया।
पुलिस ने बरती सावधानी
शहर एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि धरना प्रदर्शन और रैली के दौरान किसी तरह की कोई अनहोनी न होने पाए पुलिस पूरी तरह से मुस्तैदी बरतनी पड़ी। बैरीकेट्स लगाकार पूरे आयोजन स्थल को घेर दिया था। चप्पे-चप्पे पर 150 जवानों तैनात किया गया था। वहीं पर ज्ञापन देने के लिए दबाव बनाया।