रायपुर। Chhattisgarh Liqour Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED ने कवासी लखमा के खिलाफ बुधवार को 3773 पन्नों का चालान पेश किया। इसमें डिस्टलरी संचालक सहित 21 अन्य लोगों के नाम भी शामिल है। इसमें 86 पेज की समरी में प्रकरण का ब्योरा दिया गया है। चालान में कहा गया है कि पूर्व आबकारी मंत्री लखमा को इस घोटाले की पूरी जानकारी थी। उन्हें हर महीने 2 करोड़ रुपए मिलते थे।
आरोप है कि कवासी लखमा दस्तावेजों में हस्ताक्षर करने के एवज में 50 लाख रुपए तक की राशि वसूल करते थे। यह राशि सिंडीकेट से जुडे़ हुए लोगों द्वारा विभिन्न माध्यमों पहुंचाई जाती थी। अब इस प्रकरण की सुनवाई 22 मार्च को होगी।
इन्हें बनाया गया आरोपी
ED ने विशेष न्यायाधीश को चालान के संबंध में बताया कि शराब घोटाले में अब तक कुल 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसमें कवासी लखमा, अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम सांई ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट और सिद्धार्थ सिंघानिया सहित अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।
फिलहाल ED ने अभी तक इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इन सबके बावजूद कवासी लखमा के वकील का कहना है कि मामले में कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं और यह पूरी कार्रवाई केवल अनुमान पर आधारित है।
Chhattisgarh Liqour Scam: लखमा की बढ़ सकती है रिमांड
आपको बता दें कि ED ने 28 दिसंबर को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी के घर छापा मारा था। 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार किया गया था। 21 जनवरी से लखमा रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। रायपुर कोर्ट में कवासी लखमा की आज पेशी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि सुनवाई के दौरान उनकी फिर से न्यायिक रिमांड बढ़ सकती है।
