शहीद स्मारक ग्राउण्ड में मनाया गया पुलिस स्मृति दिवस, IG ने पढ़ा शहीदों का नाम, शहादत को नमन करके नम हुई परिजनों की आंखें

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@दुर्ग. दुर्ग जिले में पुलिस स्मृति दिवस 21 अक्टूबर को प्रथम वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि आईजी रामगोपाल गर्ग उन्होंने बताया कि आज से 65 वर्ष पूर्व 21 अक्टूबर, 1959 को भारत और तिब्बत के बीच 2,600 मील की सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात सीआरपीएफ के 10 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उन वीर पुलिस जवानों की स्मृति में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। तब से लेकर आज पर्यन्त हम सभी एकत्रित होकर उन वीर पुलिस जवानों का स्मरण करते हैं। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। जिन्होंने देश की एकता व अखण्डता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी तथा देशप्रेम और बलिदान की सर्वोच्च परम्परा स्थापित की है। कार्यक्रम परेड में प्रथम वाहिनी, सातवीं वाहिनी भिलाई, 14वीं वाहिनी धनोरा, 21वीं वाहिनी करकाभाट, जिला बालोद, जिला बेमेतरा का बल सम्मिलित था। परेड द्वारा शहीदों को सलामी दी गई।

शहीदों के नामों का किया वाचन
आईजी ने 1 सितम्बर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक कर्तव्य की वेदी पर शहीद हुए पुलिस जवानों के नामों का वाचन किया। इस अवधि में 216 पुलिस जवान जिसमें आंध्र प्रदेश-02, अरूणाचल प्रदेश-02, असम-06, बिहार-15, छत्तीसगढ़-11, झारखण्ड-04, कर्नाटक-05, केरल-01, मध्यप्रदेश-23, महाराष्ट्र-03, णिपुर-06, मेघालय-01, नागालैण्ड-04, ओडिसा-02, पंजाब-02, राजस्थान-20, तमिलनाडू-05, तेलंगाना-01, पुरा-03, उत्तर प्रदेश-02, उत्तराखण्ड-04, पश्चिम बंगाल-09, अण्डमान एण्ड निकोबार द्वीप-01, दिल्ली-05, जम्मू एण्ड कश्मीर-07, बीएसएफ-19, सीआईएसएफ-06, सीआरपीएफ 23, आईटीबीपी-06, एसएसबी-02, एफएस, सीडी एण्ड एचजी 02, आरपीएफ-14 के वीर पुलिस कर्मियों ने कर्तव्य परायणता के दौरान अपने प्राणों की आहूति दी है।

दुर्ग कलेक्टर ने कार्यक्रम में शहीदों की शहादत को नमन किया। इस दौरान शहीद के परिवारजनों ने भी शहीद स्मारक में श्रद्धांजली अर्पित की। शहीद परिवारजनों के भावुकता भरे पलों से सभी की आंखें नम हो गई। कार्यक्रम के दौरान आईजी दुर्ग रेंज ने शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों को शॉल, श्रीफल भेंट कर उनकी समस्या सुनी और उनके तत्काल निराकरण के आदेश दिये। शहीद परिवारजनों के साथ उन्होंने सामूहिक फोटोग्राफी भी कराई।