5 करोड़ के साइबर फ्रॉड में महिला गिरफ्तार, 111 संदिग्ध खातों की जांच शुरू

5 करोड़ के साइबर फ्रॉड में महिला गिरफ्तार, 111 संदिग्ध खातों की जांच शुरू

 वैशाली नगर पुलिस को साइबर फ्रॉड में बड़ी सफलाता

भिलाई। साइबर फ्रॉड के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए वैशाली नगर पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर म्युल अकाउंट का संचालन कर रही थी। इस मामले में 5 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी (Rs 5 crore cyber fraud) सामने आई है, जो आरोपी महिला के बैंक खाते में जमा कर दिल्ली ट्रांसफर की गई थी। पुलिस फिलहाल 111 संदिग्ध खातों की जांच कर रही है, जिनमें करीब 85 करोड़ रुपए का लेनदेन सामने आया है। (Woman arrested in Rs 5 crore cyber fraud, investigation of 111 suspicious accounts begins)

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भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी महिला उमा शर्मा, जामुल की निवासी है। उसने जनवरी 2025 में ‘एवनी ब्रेसिंग ब्यूटी पार्लर’ के नाम से कैनरा बैंक, वैशाली नगर ब्रांच में करंट अकाउंट खुलवाया था। फरवरी में इस खाते में एक बार में 5 करोड़ रुपए आए, जिन्हें उसने तत्काल एक कॉर्पोरेट खाते में दिल्ली ट्रांसफर कर दिया। इस लेनदेन की जानकारी बैंक प्रबंधन को होने पर मामला पुलिस के पास पहुंचा।

बैंक मैनेजर ने की शिकायत

भिलाई नगर सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि कैनरा बैंक वैशाली नगर ब्रांच के मैनेजर परमाल सिंह सिंगोदिया ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि बैंक में 111 ऐसे खाते मिले हैं, जिनमें फर्जीवाड़े की आशंका है। इनमें से कई खातों पर डेबिट मेमो लगा हुआ है और लगभग 22 लाख रुपए को फिलहाल होल्ड कर लिया गया है।

5 करोड़ रुपए की साइबर फ्रॉड की पुष्टि

जांच के लिए पहले खाता ‘एवनी ब्रेसिंग ब्यूटी पार्लर’ का खोला गया, जिसमें सीधे 5 करोड़ रुपए की साइबर फ्रॉड की पुष्टि हुई। इसके आधार पर पुलिस ने उमा शर्मा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। उसके खिलाफ बीएनएस की धारा 317(2), 317(4), 318(4), और 61(2)(ए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इंटरनेट बैंकिंग से करती थी संचालन

वैशाली नगर थाना प्रभारी अमित अंदानी ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी महिला इंटरनेट बैंकिंग के जरिए खुद ट्रांजेक्शन करती थी। पुलिस ने उसके पास से दो मोबाइल नंबर, वनप्लस नॉर्ड मोबाइल, दो बैंक क्यूआर कोड, चेकबुक और इंटरनेट बैंकिंग से जुड़े दस्तावेज जब्त किए हैं।
फिलहाल पुलिस शेष 110 म्युल अकाउंट धारकों की तलाश में है। जांच में यह भी सामने आया है कि यह पूरा नेटवर्क एक सुनियोजित साइबर गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जिसकी कड़ियां देश के अन्य हिस्सों से भी जुड़ी हो सकती हैं।