@Dakshi sahu Rao
CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के दौर में बिजली दर में सरकार ने बढ़ोत्तरी कर दी है। इससे आम लोगों की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ गई है। प्रदेश में 1 जून से बिजली दर में 8.35 फीसदी तक बढ़ोतरी हो गई है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग बिजली कंपनी को 4 हजार करोड़ से अधिक का घाटा बताते हुए इसकी भरपाई के लिए सभी कैटेगरी में बिजली दरों में 8.35 फीसदी बढ़ाने का फैसला लिया है। इससे अब घरेलू और गैर घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को 20 पैसे प्रति यूनिट अधिक देना पड़ेगा। यह टैरिफ प्लान इसी माह से लागू हो गया है। हालांकि प्रदेश में पहले से लागू हाफ बिजली बिल योजना लागू रहेगी।
प्रति यूनिट बढ़ा दर
घरेलू और गैर घरेलू उपभोक्ताओं को विद्युत दर 20 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा देना होगा। कृषि पंपों के लिए बिजली दर 25 पैसे प्रति यूनिट महंगी। टीओडी की संरचना में परिवर्तन किया गया पर्यावरण संरक्षण व कार्बन फुटप्रिंट घटाने अक्षय ऊर्जा खरीदने के लिए ग्रीन एनर्जी चार्ज का निर्धारण रेलवे के टैक्शन लोड के लिए 20 फीसदी लोड फैक्टर रिबेट खत्म एचवी-5, एलवी-5 श्रेणी के मिलों को ऊर्जा प्रभार में 5 फीसदी छूट जारी रहेगी।
घाटे के चलते लिया फैसला
नियामक आयोग के अध्यक्ष हेमंत वर्मा ने बताया कि गत वर्षों में विद्युत वितरण कंपनी को प्रचलित ट्रैरिफ पर 4 हजार 420 करोड़ का घाटा हुआ है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 4 हजार 420 करोड़ राजस्व घाटे के स्थान पर 2 हजार 819 करोड़ राजस्व घाटा अनुमानित है। कंपनी के सकल राजस्व घाटा को कम करने के लिए राज्य शासन ने 1 हजार करोड़ देने का निर्णय लिया है।
इस कारण कंपनी को वित्तिय वर्ष 2024-25 में प्रचलित दरों में 1 हजार 819 करोड़ का घाटा अनुमानित है। इसकी पूर्ति के लिए बिजली दरों में 20.45 फीसदी बढ़ोतरी करना था, लेकिन शासन की ओर से 1 हजार करोड़ अनुदान मिलने के कारण सभी उपभोक्ता कैटेगरी की बिजली दरों में 8.35 फीसदी ही बढ़ाया गया है। इससे औसत बिजली सप्लाई दर प्रति यूनिट 6.92 रुपए होगा। और औसत बिजली बिलिंग दर भी 6.92 रुपए होगा। यह वर्तमान औसत बिजली दर से 53 पैसे अधिक है। इस कारण वर्तमान प्रचलित बिजली दरों में 8.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।