CG Prime News@रायगढ़. छत्तीसगढ़ में 10 वीं ओपन बोर्ड एग्जाम में चीटिंग का एक अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक जीजा की जगह उसका साला बोर्ड एग्जाम देने चला गया। शक होने पर जब एग्जामिनर ने एडमिट कार्ड चेक किया तब जाकर इसकी पोल खुली। एडमिट कार्ड से चेहरा मिलाने के दौरान वो पकड़ा गया। उसने बताया कि जीजा वन विभाग में प्यून है। उन्हें छुट्टी नहीं मिली इसलिए मैं एग्जाम देने आ गया।
पूरा मामला पुसौर थाना इलाके की है।
1 अप्रैल को थी परीक्षा
मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल को शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल पुसौर में परीक्षा थी। सुबह 9 बजे से 12 बजे तक विज्ञान विषय की परीक्षा होनी थी। जहां क्लास नंबर-1 में परीक्षा देने के लिए कई परीक्षार्थी पहुंचने लगे।
परीक्षार्थियों के पहुंचने के दौरान पर्यवेक्षक प्रवेश पत्र की जांच कर रहे थे। इसी दौरान एक परीक्षार्थी पर सुपरवाइजर को शक हुआ। ऐसे में उसके प्रवेश पत्र में लगी फोटो और परीक्षा देने पहुंचे युवक के चेहरे का मिलान कराया गया। चेहरा अलग लगने पर सुपरवाइजर ने परीक्षा केन्द्र अध्यक्ष कामता नाथ तिवारी को मामले की जानकारी दी।
असली परीक्षार्थी को भी पकड़ा गया
उसने बताया कि उसका नाम अमन सारथी (18 साल) है और वह कोतरा रोड थाना इलाके के सराईपाली का रहने वाला है। साथ ही बताया कि, उसका जीजा यादराम सारथी (27 साल) धरमजयगढ़ वन मंडल में प्यून है। दैनिक वेतनभोगी के रूप में वो पदस्थ है और उन्हें परीक्षा के लिए छुट्टी नहीं मिली है। इसी वजह से परीक्षा देने आया था। इसके बाद पुलिस ने असली परीक्षार्थी यादराम सारथी की तलाश शुरू की, लेकिन वह रायगढ़ में फरार मिला। बाद में पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
आरोपी जीजा-साला को भेजा गया जेल
पुलिस ने बुधवार को फरार यादराम सारथी को धरमजयगढ़ में दबिश देकर पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी जीजा-साला के खिलाफ धारा 318 (4), 319 (2), 61 (2), 3 (5) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया। साथ ही बाद में मामले में छत्तीसगढ़ मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 की धारा 04 भी जोड़ी गई। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
