स्टंट करते एक स्टंटबाज का टूटा हाथ
18 बाइकर्स से 78000₹ चालान वसूली
CG Prime Nesw@भिलाई. टाउनशिप क्षेत्र में ट्रैफिक डीएसपी ने बाइक राइडर्स के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की। उनके स्टंटबाजों के अभिभावकों को नेहरु नगर कार्यालय बुलाया। डीएसपी को अभिभावकों ने जो प्रतिकिृया दी। वह चौकाने वाला था। उन्होंने कहा कि बेटे की वजह से शर्मिंदा होना पड़ रहा है। मुझे नहीं मालूम की बाइक लेकर बेटा कहां जाता है। उन्होंने कहा कि बेटे की जिंदगी कीमती है। अब बाइक को बेच दूंगा। डीएसपी ने उन्हें समझाइश दी। चालान चुकाने के बाद छोड़ दिया।
ट्रैफिक रुल्स का उल्लंघन, चालान वसूले
15 अगस्त की शाम ट्रैफिक पुलिस ने टाउनशिप की सेंट्रल एवेन्यू रोड के चौक चौराहों पर स्टंटबाजों के खिलाफ चेकिंग प्वाईंट लगाया। पुलिस ने स्टंटबाजों की 18 बाइकों को जब्त किया। उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की। समन शुल्क 4 से 5 हजार रुपए तक वसूला। जिनके पास लाइसेंस था। उसके निलंबन के लिए आरटीओ भेजा गया। ट्रैफिक डीएसपी ने बताया कि स्टंटबाजों को अभिभावकों के साथ नेहरु नगर कार्यालय बुलाया। उन्हें डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिख्राकर जीवन की अहमियत को बताया गया। इस मौके पर स्टंटबाजों ने अपनी गलती मानी। दोबारा गलती नहीं करने की शपथ ली।
जानिए स्टंटबाजों ने पैरेंट्स से क्या कहा
एक बाइक राइडर्स के पिता ने पुलिस को बताया कि उसकी छोटी दुकान है। जिससे परिवार चलाता है। 12 वीं पास एकलौता लड़का है, उसके जिद की वजह से ढाई लाख की बाइक खरीदा। बाइक लेकर कहा जाता है और क्या करता है नहीं मालूम। अपने बेटे के साथ एक महिला पहुंची। वह अपनी कहानी सुनाई तो डीएसपी भौंचक रह गए। उसने बताया कि इसके पिता नहीं है। काम कर घर चलाती है। 12 वीं पढ़ रहा है, लेकिन स्कूल की सहुलियत के लिए उसे बाइक खरीदकर दी। स्टंटबाजी के बारे में जानकारी नहीं। एक स्टंटबाज के पिता डीएसपी सतीश ठाकुर से मिले। उन्होंने कहा कि बाइक खरीद दिया हूं। दोस्तों के साथ घर से निकलता है, लेकिन कहां जाता है। क्या करता है। कोई जानकारी नहीं है। अब बाइक को चाहे 50 हजार में ही बेचना पड़ें, बेच दूंगा ।
ट्रैफिक रुल्स उल्लंघन के मामले में की कार्रवाई
ट्रैफिक पुलिस ने जप्त वाहन चालकों पर मोटर व्हीकल एक्ट की धारा लापरवाही, बिना हेलमेट, तेज रफ्तार, बिना लायसेंस धाराओं के तहत कार्रवाई की। 78 हजार रुपए समन शुल्क वसूल किया। कई स्टंटबाजों के पास लाइसेंस नहीं था। जिनके पास लाइसेंस मिला। उनके लाइसेंस को सस्पेंड करने परिवहन विभाग भेजा जाएगा।