Durg University: दीक्षांत समारोह में सीएम साय ने की यूटीडी की घोषणा, पोटियाकला में विश्वविद्यालय का नया ऑडिटोरियम भी बनेगा

बच्चे आईआईटी और नीट के लिए तैयार है या नहीं जाने बिना पैरेंट्स क्यों भेज रहे कोटा और दिल्ली : राज्यपाल

भिलाई . आज के युवा अपने कॅरियर का अहम फैसला अकसर रेफरेंस से लिया करते हैं। यानी किसी को कामयाब देख लिया तो उसके ही तरह बनने निकल पड़े। ऐसा ही नजरिया पैरेंट्स का भी होता है। यह पूरी तरह से गलत है। अपने निर्णय के लिए रेफरेंस पर कभी मत जाइए। खुद का आंकलन कीजिए और देखिए कि क्या आप इसके लिए तैयार हैं? ये बातें बुधवार को हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल (कुलाधिपति) रमेन डेका ने कहीं। प्रदेश में बतौर राज्यपाल पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनका पहला कार्यक्रम था, जिसमें वे युवाओं को मोटिवेट कर रहे थे।

मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ विष्णु देव साय

पहले पढ़ लें युवाओं का मन
राज्यपाल ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, बच्चा आईआईटी या नीट के लिए इंट्रेस्टेड है या नहीं ये जाने बिना ही पैरेंट्स उन्हें कोटा, दिल्ली और न जाने कहां-कहां भेज रहे है। आईआईटी और नीट में सलेक्शन रेट महज दो फीसदी है। ऐसे में हमारा बेटा, भाई या बहन का आईक्यू इस इम्तेहान के बराबर है या नहीं, ये कोई नहीं सोचता। नतीजतन बच्चे बेमन पढ़ाई करते हैं और कई बार आत्महत्या जैसे कदम तक उठा लेते हैं। इससे अच्छा है कि पैशन को प्रोफेशन बनाया जाए। फिर देखिए क्या होता है, यकीन मानिए बहुत कुछ हो सकता है।

राज्यपाल छत्तीसगढ़, श्री रेमन डेका

इतने छात्रों को मिली उपाधि
द्वितीय दीक्षांत समारोह बीआईटी दुर्ग के सभागार में कराया गया, जिसमें 68 विद्यार्थियों को शोध उपाधि एवं 48 विद्यार्थियों को विभिन्न कक्षाओं में प्रवीण्य सूची में प्रथम आने पर स्वर्ण मंडित पदक दिया गया। कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने शोधार्थियों और छात्रों को दीक्षांत की शपथ दिलाई। इस अवसर पर विधायक ललित चन्द्राकर, गजेन्द्र यादव एवं रिकेश सेन, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास दिल्ली के सचिव शिक्षाविद डॉ. अतुल कोठारी, संभागायुक्त एसएन राठौर, आईजी आरजी गर्ग, कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी, एसपी जितेन्द्र शुक्ला, कुलसचिव भूपेेंद्र कुलदीप मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत से पूर्व दीक्षांत शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधायक शामिल रहे।

सीएम साय ने मंच से की घोषणाएं
दीक्षांत कार्यक्रम में शामिल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने घोषण करते हुए कहा कि हेमचंद विश्वविद्यालय में जल्द ही यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमेंट की शुरुआत हो जाएगी। इसके अलावा पोटियाकला में तैयार हो रहे विश्वविद्यालय के भवन में ऑडिटोरियम का निर्माण भी कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के तमाम शासकीय कॉलेजों में सहायक प्राध्यापक और प्राध्यापक सहित कई पद रिक्त हैं, जिन्हें भरने के लिए पीएससी के जरिए भर्ती होगी।

फिर शुरू होगा दुर्ग ऑडिटोरियम का काम
सीएम ने एनईपी पर बात रखते हुए कहा कि इसी सत्र से भी कॉलेजों ने नई शिक्षा नीति को लागू कर दिया गया है। इससे हमारे विद्यार्थियों को न केवल अपनी रूचि के अनुसार विषय चुनने का अवसर मिलेगा, बल्कि अपनी दक्षता के अनुसार अच्छी नौकरी भी हासिल कर पाएंगे। सीएम ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार छात्र-छात्राओं के हित में कदम उठा रही है। हाल ही में 21 जुलाई को पांच वर्ष के लंबे अंतराल के बाद राज्य पात्रता परीक्षा कराई गई। हर रविवार को व्यापमं की कोई न कोई भर्ती परीक्षा हो रही है। साइंस कॉलेज दुर्ग कैंपस में ऑडिटोरियम निर्माण कार्य को जल्द पूरा कराने का भरोसा भी सीएम ने दिलाया।

अब नौकरी लगाने 5 साल और मौके
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, राज्य के शिक्षित युवाओं के हित को ध्यान में रखते हुए शासकीय सेवा के लिए निर्धारित अधिकतम आयु सीमा पांच वर्ष की छूट की अवधि को पांच वर्ष के लिए और बढ़ा दिया है। युवाओं को इसका लाभ वर्ष 2028 तक मिलेगा।