– दुर्ग कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर वर्चुअल कार्यक्रम
CG Prime News@ दुर्ग. छत्तीसगढ़ का विकास जनजाति क्षेत्रों के विकास पर निर्भर करता है। हमने जनजाति क्षेत्रों के विकास की समग्र योजना बनाई। रोजगार संवर्धन पर ध्यान दिया, वनोपज संग्राहकों को उचित मूल्य दिलाने के लिए वन अधिकार पत्र वितरित किए। इन सब से जनजातियों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में कही।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिले के नागरिकों को भी विश्व आदिवासी दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ाने पर काम किया गया। वनोपज संग्राहकों को मिलने वाली राशि बढ़ाई गई। साथ ही उनके उत्पादों के प्रसंस्करण के भी के लिए भी उचित व्यवस्था की गई। अभी भेंट मुलाकात कार्यक्रम में बस्तर और सरगुजा का भ्रमण किया। क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हुए हैं और रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े हैं। जनजातीय लोगों को वन अधिकार पत्र प्रदान किया, जिससे वह पुनः कृषि से जुड़ पाए। अबूझमाड़ में बड़े पैमाने पर वन अधिकार पत्र बांटे गए। पहले किसानों की जमीन ले ली जाती थी, लेकिन लौटाई नहीं जाती थी अब ऐसा नहीं रहा। जनजातीय क्षेत्रों के लोग स्वामी आत्मानंद स्कूल और बैंक की शाखा की मांग करने लगे हैं। यह सुखद बदलाव है।
जनजातीय भाईयों और बहनों के विकाश के लिए सरकार ने अच्छे कार्य किए
इस मौके पर विधायक अरुण वोरा ने कहा कि बीते साढ़े 3 सालों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में जनजातीय भाइयों और बहनों के विकास के लिए बड़ा कार्य हुआ है। यहां के जनजातीय क्षेत्रों की समृद्धि से प्रदेश में आर्थिक विकास की गति तेज हुई है। अंत्यावसायी वित्त विकास निगम की उपाध्यक्ष नीता लोधी और कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व महापौर आर एन वर्मा, (उपाध्यक्ष राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग) एवं पूर्व महापौर गया पटेल, सहायक आयुक्त प्रियंवदा रामटेके समेत अन्य उपस्थित रहे।