CSVTU executive council : फार्मेसी के 99 में से 80 कॉलेजों को मिली पीसीआई अप्रूवल, डीटीई ने 3 अक्टूबर से काउंसलिंग का इरादा किया, विवि से संबद्धता अभी नहीं

भिलाई . प्रदेश के फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग की शुरुआत  तीन अक्टूबर से हो सकती है। तकनीकी शिक्षा संचालनालय ने अपने स्तर पर  इस तिथि से काउंसलिंग कराने की तैयारी की है। प्रदेशभर में फार्मेसी के 99  कॉलेज हैं, जिनमें से करीब 80 को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता (अप्रूवल) मिल गया है। शेष को अभी भी पीसीआई अप्रूवल का इंतजार है। इस अप्रूवल के बाद अगले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय कार्यपरिषद की बैठक में इन तमाम कॉलेजों की संबद्धता को लेकर निर्णय होगा।

फार्मेसी की करीब 9 हजार सीटें

इसके बाद सीएसवीटीयू यह जानकारी तकनीकी शिक्षा संचालनालय को भेजेगा। इसके बाद डीटीई काउंसलिंग शुरू कराएगा।प्रदेश के तमाम फार्मेसी कॉलेजों में बी और डी फार्मेसी की करीब 9 हजार सीटें हैं।  इस साल कुछ नए फार्मेसी कॉलेजों की शुरुआत भी होना है। इसके निरीक्षण कराए गए हैं। अधिकतर नए फार्मेसी कॉलेजों में कई तरह की खामियां मिली है, जिसके बाद सीएसवीटीयू से इनको संबद्धता देने या नहीं देने पर भी विचार किया जा रहा है।

बिना एंट्रेस प्रवेश की मांग

फार्मेसी कॉलेजों के संगठन ने राज्य सरकार और तकनीकी शिक्षा संचालनालय को प्रस्ताव देकर पीपीएचटी के अलावा बिना एंट्रेस एग्जाम के भी विद्यार्थियों को फार्मेसी में एडमिशन देने की मांग की है। इसको लेकर हाल ही में भिलाई स्थित एक शैक्षणिक संस्थान में एसोसिएशन की बैठक भी रखी गई, जिसमें पीपीएचटी के बिना भी एडमिशन देने को लेकर सभी ने सहमति बनाई। यह प्रस्ताव सरकार को सौंपने के साथ ही अब निर्णय का इंतजार हो रहा है। उधर, राज्य सरकार इस प्रस्ताव को लेकर आश्वस्त नहीं है। इंजीनियरिंग की काउंसलिंग में भी 10+2 के नियम को मंजूरी नहीं दी गई थी। उसी तरह फार्मेसी को लेकर भी नियम बदलने को लेकर कई तरह की अड़चने मिल रही हैं।

जहां तक जानकारी मिली है प्रदेश के ९९ कॉलेजों में से ८० को पीसीआई का अप्रूवल मिला है। अब सीएसवीटीयू की आगामी कार्यपरिषद की बैठक में विवि  संबद्धता जारी करेगा। इसके बाद कोशिश है कि ३ अक्टूबर से काउंसलिंग का आगाज कराएं।
संजय सिंघाई, काउंसलिंग प्रभारी, डीटीई

फार्मेसी कॉलेजों की संबद्धता को लेकर जल्द ही कार्यपरिषद की बैठक होनी है। अधिकतर कॉलेजों को अप्रूवल की जानकारी मिली है। नए कॉलेजों में दिखी खामियों को लेकर ईसी में चर्चा करेंगे। इसके बाद ही संबद्धता को लेकर निर्णय होगा।
अंकित अरोरा, प्रभारी कुलसचिव, सीएसवीटीयू                                          ———————-