छठ महापर्व: डूबते सूर्य को व्रतियों ने दिया अर्घ्य, भिलाई के तालाबों में मेला जैसा माहौल, घाटो को सजाया दुल्हन की तरह

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@भिलाई. चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व के तीसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, सरगुजा, राजनांदगांव समेत कई जिलों में व्रतियों ने छठ घाटों पर सूर्य की उपासना की। भिलाई में छठ महापर्व को लेकर अलग ही माहौल देखने मिला। यहां गुरुवार को डूबते सूर्य को अघ्र्य देने के लिए शहर के सभी तालाबों में विशेष तैयारियां की गई थी।

तालाबों को सजाया दुल्हन की तरह
भिलाई में तालाबों में देर शाम तक मेला जैसा माहौल बना रहा। डोल, नगाड़ों के साथ शहर के सेक्टर 2 तालाब, छावनी तालाब, सुपेला तालाब, भेलवा तालाब के घाटों पर छठ महापर्व की रौनक देखने मिली। घाटों की विशेष साज सजावट के साथ ही सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन छठ घाटों में किया गया है। इस दौरान महिलाओं ने अपने परिवार सहित घाटों पर आकर भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना कर परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की।

उगते सूर्य को देंगे दूसरा अर्घ्य
शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य की पूजा और प्रसाद खाकर छठ व्रती 36 घंटे का उपवास पूरा करेंगी। सूर्योपासना के दूसरे दिन बुधवार को छठ व्रतियों के घरों में खरना का आयोजन किया गया। व्रतियों ने पहले मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलाकर गुड़ की खीर और रोटी बनाई। शाम होते ही रोटी पर घी लगाकर छठ मैया को खीर का भोग लगाया गया। फिर रोटी-खीर को प्रसाद के रूप में लोगों में बांटा गया और व्रत का आरंभ किया।