कपड़े, जूते बेचने वाले फोन पर बने CBI और क्राइम ब्रांच अफसर, फिर करते थे गंदा काम

CG Prime News@भिलाई. Digital arrest fraud case in bhilai भिलाई में एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट रहे चंद्राकर परिवार से CBI व मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर 54.90 लाख रुपए की साइबर फ्रॉड के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को मुंबई थाणे से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी मुंबई में जूता- कपड़े की दुकान संचालित कर साइबर फ्रॉड की दुनिया में लिप्त थे।

पुलिस ने आरोपी दुकान संचालक रुशिकेश जोशी और उसका कर्मचारी चंदन बालकरण सरोज को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इससे पूर्व उत्तरप्रदेश लखनऊ से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। आरोपियों के कब्जे से मोबाइल और आधार कार्ड जब्त किए गए हैं।

SSP विजय अग्रवाल ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगी के मामले में दो आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया है। इसके पहले चार आरोपी गिरफ्तार किए गए। अब टीम मुख्य सरगना को पकडऩे में जुटी है।

पुलिस प्रवक्ता ASP पद्मश्री तंवर ने बताया कि यह मामला थाना नेवई में दर्ज अपराध 156/25 धारा 318 (4) बीएनएस, 67 (डी) आईटी एक्ट के तहत जांच की जा रही है। रिसाली प्रगति नगर निवासी नम्रता चन्द्राकर ने 29 अप्रैल 2025 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि मोबाइल 8473927649, 7077631410 और 7818090229 से आरोपियों ने सीबीआई अधिकारी बनकर उसके पिता को वीडियो कॉल किया। केनरा बैंक में उनका खाता मनी लॉन्ड्रिंग में उपयोग हुआ है।

डिडिटल अरेस्ट का भय दिखाकर परिवार की सभी संपत्तियों की जानकारी ले ली। 29 अप्रैल से 29 मई 2025 तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इस पूरे एक महीने में अलग-अलग किस्तों में 54.90 लाख रुपए ठग लिए। एसएसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर टीम गठित की गई। नेवई टीआई आनंद शुक्ला टीम के साथ मुंबई रवाना हुए।

मुंबई के थाणे से जूता-कपड़ा दुकान संचालक ठाणे यशस्वी नगर प्रतीक अपार्टमेंट निवासी रुशिकेस जोशी (37), ठाणे टीकुजनी वाडी रोड, कृष्णा नगर के चंदन बालकरण सरोज (30) को गिरफ्तार कर लिया। इसके पूर्व में लखनऊ से आरोपी दीपक गुप्ता, राजेश विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार और शुभम श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया था। इन्होंने घटना में अपनी भूमिका स्वीकार की थी।

TI आनंद शुक्ला ने बताया कि पूछताछ में रुशिकेस ने बताया कि वह नासिक गया था। जहां उसकी मुलाकात कृष से हुई। कृष ने उसे लालच दिया कि एकाउंट दिलाने पर एक लाख ट्रांजेक्शन होने पर 2 हजार रुपए दिलाएगा। रुशिकेस ने अपने कर्मचारी चेतन बालकरण सरोज के बैंक खाते को उसे दे दिया। कृष ने उसके खाते में 4 लाख रुपए साइबर ठगी के ट्रांसफर कराए। मामले में जांच की जा रही है। आरोपी कृष की पतासाजी में टीम लगी है। जल्द ही इस घटना में शामिल मुख्य आरोपियों तक पहुंचेगे।

एकाउंट खंगालने पर रुशिकेस और चेतन का नाम खुला
सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि उक्त आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि फ्रॉड से चार लाख रुपए मुंबई के चंदन बालकरण सरोज के खाते में ट्रांसफर हुए थे। सायबर सेल ने खाते को ्खंगाला। टीम मुंबई रवाना हुई और चंदन और रुशिकेस जोशी को मुंबई से गिरफ्तार कर लाई। दोनों ने कबूल किया कि चंदन ने अपना खाता रुशिकेस को दिया था, जिसमें चार लाख रुपए आए और इसके बदले में चंदन को चार हजार रुपए कमीशन मिला।