दुर्ग जिला अस्पताल में मरीज के मौत के बाद जमकर हंगामा, परिजन बोले- गलत इंजेक्शन लगाया, हुई खून की उल्टियां

CG Prime News@दुर्ग. Uproar in Durg district hospital after death of patient छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगाने के बाद एक मरीज की मौत से जमकर हंगामा हो गया है। बुधवार को मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने जिला अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर गलत इलाज का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा कर दिया। इधर परिजनों के आरोप को गलत बताते हुए जिला अस्पताल प्रबंधन ने कार्रवाई की बात कही है।

प्रोटोकॉल के हिसाब से हुआ इलाज

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन मिंज का कहना है कि मरीज का ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के हिसाब से हुआ है। डॉक्टर जो दवाई लिखते हैं, नर्स वही इंजेक्शन लगाती है। जांच में पता चला कि गैस न बने वह इंजेक्शन मरीज को लगाया गया था। इसमें पेट दर्द होता है।

CMHO डॉ. मनोज दानी ने कहा की परिजनों ने जिला अस्पताल के स्टाफ से दुर्व्यवहार किया है। केस की गंभीरता को देखते हुए उनकी काउंसलिंग की जा रही है। जांच टीम भी बनाई गई है।

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यह है पूरा मामला

मृतक के परिजनों ने बताया कि सिद्धार्थनगर में रहने वाले प्रभात सूर्या उम्र 23 साल ने मंगलवार दोपहर चूहा मारने की दवाई खा ली थी। जिसके बाद उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया था
परिजनों का कहना है कि रात तक उसकी हालत ठीक थी। आज सुबह इंजेक्शन देने के बाद अचानक उसे खून की उल्टी हुई और उसके बाद उसकी मौत हो गई।

युवक की मौत के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल की नर्स और डॉक्टरों से गाली गलौज करते हुए उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। परिजनों के हंगामे को देखते हुए जिला अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और परिजनों को किसी तरह शांत करवाया।

स्टाफ ने किया कम बंद

इधर परिजनों के हंगामा के विरोध में जिला अस्पताल के स्टाफ ने भी काम बंद कर विरोध जताया। वहीं इस पूरे मामले को लेकर तीन डॉक्टरों की जांच टीम भी बनाई गई है। मृतक की मां पूजा सूर्या ने बताया कि डॉक्टरों ने बुधवार सुबह उल्टी करने के लिए बेटे को इंजेक्शन दिया।

इसके कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। इंजेक्शन देने वाली मैडम भी गायब हो गई है। डॉक्टर अब नाम भी नहीं बता रहे हैं। रात भर बेटे ने मुझसे बातचीत की थी। इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद पूर्व विधायक अरुण वोरा ने भी मृतक के परिजनों से बात कर उन्हें समझाने का प्रयास किया।