CG Prime News@बिलासपुर. NHM employees on strike despite government ultimatum छत्तीसगढ़ सरकार के अल्टीमेटम के बाद भी राज्य में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल 31वें दिन भी जारी है। सरकार के अल्टीमेटम के बाद भी कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म नहीं की और आदेश की प्रतियां जलाकर, मुंडन कराकर विरोध जताया।
बिलासपुर जिले में हड़ताली एनएचएम कर्मचारियों ने बुधवार को पीएम मोदी के जन्मदिन पर खिचड़ी बनाकर लोगों को बांटा और हड़ताल जारी रखने की बात कही। एनएचएम संगठन ने घोषणा की है कि गुरुवार 18 सितम्बर को बिलासपुर जिले के सभी कर्मचारी रायपुर पहुंचकर प्रदेशस्तरीय जेल भरो आंदोलन में शामिल होंगे। जहां 16,500 कर्मचारी मौजूद रहेंगे।
एक महीने से मरीज हो रहे परेशान
एनएचएम कर्मचारियों के अनिश्चिकालीन हड़ताल से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदेशभर में चरमरा गई है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मरीजों को उपचार के लिए शहरों तक दौड़ लगानी पड़ रही है। बारिश और मौसमी बीमारियों के बीच मरीजों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। संगठन के कार्यकारी प्रांताध्यक्ष श्याम मोहन दुबे ने साफ कहा है कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन और उग्र होगा।
जारी रहेगा आंदोलन
कर्मचारियों ने स्वास्थ्य सचिव और सीएमएचओ के उस आदेश का विरोध किया जिसमें 16 सितम्बर तक कार्यभार ग्रहण न करने वालों को सेवा से पृथक करने की बात कही गई थी। संगठन का कहना है कि चाहे बर्खास्तगी हो जाए, वे एकजुट होकर आंदोलन जारी रखेंगे। कर्मचारियों ने नारे लगाए – “दमन के आगे नहीं झुकेंगे, दमन किया तो और लड़ेंगे।”
एनएचएम कर्मचारियों की यह है प्रमुख मांग
संगठन की मुख्य मांग नियमितीकरण और ग्रेड पे को लेकर है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, वे पीछे नहीं हटेंगे। 18 अगस्त से जारी इस हड़ताल ने स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। जिला अस्पताल से लेकर पीएचसी, सीएचसी और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों तक अधिकांश सेवाएं ठप हैं।

