दुर्ग . भिलाई में शनिवार को करीब एक घंटे तक जमकर बारिश हुई। खास कर सुपेला और नेहरूनगर में झमाझम पानी बरसा। हालांकि यह खंड वर्षा थी इसलिए दुर्ग में बारिश नहीं हुई। यहां सिर्फ हल्की बूंदाबांदी हुई। इधर, दुर्ग जिले में शुक्रवार की रात जहां 14.6 मिलीमीटर बारिश हुई थी, वहीं शनिवार को दिन में 1.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इस तरह 24 घंटों में 16.2. मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। जिले में हुई इस बारिश के बाद उमस ने बड़ी राहत पहुंचाई है। इससे शाम को मौसम में ठंडक घुल गई।
अधिकतम तापमान अभी दुर्ग जिले में औसत से 1.6 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। जबकि शुक्रवार को यह आंकड़ा 33.6 डिग्री था। न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री है, जिसमें मामूली गिरावट आई है। दुर्ग जिले में वर्षा का सामान्य कोटा 856.3 मिलीमीटर है, जबकि अभी तक जिले में सिर्फ 624.3 मिलीमीटर बारिश हुई है। यानी जिले में बारिश का कोटा अभी भी 28 फीसदी कम है।
भादो में मानसून रुठा, किसान परेशान
इस साल मानसून तरह-तरह के रंग दिखा रहा है। पहले अषाढ़ सूखा बीत गया। फिर सावन में झमाझम बारिश हुई। इसके बाद अब भादो में जब मुस्लाधार बारिश का मौसम है तो मानसून रूठ गया है। इससे किसानों के चेहरों पर भी परेशानी साफ दिखाई पड़ रही है। अभी किसानों को बारिश की सख्त जरूरत है।
धान की बालियों को फलने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने पर फसल को बड़ा नुकसान होना तय है। इस साल सावन में हुई बारिश को देखकर अंदाजा लगाया गया था कि भादो भी भिगोएगा पर ऐसा हुआ नहीं। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम से चलने वाली हवाओं ने रुख मोड़ लिया, जिससे अगस्त का पूरा महीना सूखा बीत गया, जबकि सितंबर में भी यही स्थिति बन रही है। पिछले साल सितंबर महीने में ही 407 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जबकि इस साल यह आंकड़ा सैकड़ा भी पार नहीं कर पाया है।

