भिलाई . घर और कार्यालयों में लगे सोलर पैनल से तैयार हुई सरप्लस बिजली को बेचने के लिए अभी सिर्फ बिजली कंपनी ही एक मात्र जरिया है, लेकिन जल्द ही उपभोक्ता अपनी सोलर एनर्जी को आम ग्राहकों को भी बड़ी आसानी से बेच और खरीद सकेगा। इसके लिए टेक्नोक्रेट्स ने ब्लॉक चेन (कोडिंग) का इस्तेमाल कर ऐसा सॉफ्टवेयर टूल डेवलप किया है, जिससे बिजली की खरीदी और बिक्री बेहद आसान हो जाएगी। इसके लिए हर क्षेत्र में लोकल पॉवर ग्रीड बनाए जाएंगे, जिसमें उपभोक्ता जुड़े होंगे। बिजली जरूरत पडऩे पर वे सॉफ्टवेयर टूल में रिक्वेस्ट डालेंगे। इसके बाद सॉफ्टवेयर पॉवर ग्रीड को एक दूसरे से जोड़ देगा।
क्या होगा फायदा
इसका फायदा यह होगा कि सोलर पैनल से बनी बिजली सीएसपीडीएसल के मेन ग्रीड में न जाकर सीधे ग्राहक तक पहुंचेगी। इसमें दोनों ही उपभोक्ता आपसी तालमेल से बिजली के दाम तय करेंगे और इस तरह सोलर एनर्जी का भरपूर इस्तेमाल हो पाएगा। शनिवार को छात्रों ने अपने इस ब्लॉकचेन एनर्जी टूल का डेमो रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज आर-1 में हुए हैक इंडिया हैकाथॉन में पेश किया, जिसे एक्सपर्ट ने सराहा और प्रथम पुरस्कार दिया। यह टूल रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र राज भारद्वाज और साथियों ने मिलकर तैयार किया है, जिसे जल्द ही अमल में लाने काम भी शुरू किए जाएंगे।
कोडिंग स्किल निखारने खास सॉफ्टवेयर
टूलयह हैकाथॉन अमरीकी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर बेस्ड कम्युनिटी सीशार्प कॉनर्स ने कराया। जिसमें छत्तीसगढ़ के 26 इंजीनियरिंग कॉलेजों के 538 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस हैकाथॉन में शामिल हुए टेक्नोक्रेट्स ने 24 घंटे कोडिंग कर ब्लॉकचेन कोडिंग पर आधारित सॉफ्टवेयर और टूल तैयार किए। इसका दूसरा पुरस्कार भी रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम स्ट्रो हैट फ्लीट ने जीता। इन्होंने मौजूदा कंप्यूटर इंजीनियर्स के लिए एक ऐसा टूल बनाया है, जिससे पढ़ाई के दौरान छात्रों को प्रोग्रामिंग सीखने में बड़ी मदद मिलेगी। अभी तक प्रोग्र्रामिंग के दौरान कंप्यूटर लैब में हर छात्र अकेले कोडिंग करता है, लेकिन इस टूल के जरिए हर दिन की प्रोग्रामिंग क्लास में छात्रों में स्पर्धा कराई जा सकेगी।
यह टूल छात्रों को प्रॉब्लम स्टेटमेंट देने के साथ छात्रों की कोडिंग स्किल पर नजर रखेगा। ऐसे छात्र जो कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे, उनके खाते में रिवॉर्ड जमा होंगे। कुल मिलाकर कंप्यूटर कोडिंग में छात्रों को दक्ष बनाने के लिए यह एक तरह की स्पर्धा होगी जिससे छात्र कोडिंग में महारत हासिल कर सकेंगे और भविष्य में अच्छे रोजगार के लायक बन सकेंगे।
अमरीका से आए निर्णायक
इस हैकाथॉन के निर्णायक के रूप में नेपाल और अमरीका से आए सॉफ्टवेयर डेवलपर्स स्टीफन साइमन, अतुल गुप्ता और हर्षित धीमन ने बताया कि छात्रों के बीच कोडिंग स्किल को बेहतर बनाने के लिए यह कॉम्पीटिशन कराया गया। इसमें विजेता बनी टीमें आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली में होने वाले नेशनल लेवल कॉम्पीटिशन में हिस्सा लेने जाएगी। इसमें विजेता बनने वाली टीम को पुरस्कार के तौर कैश रिवॉर्ड मिलेगा, वहीं अमरीकी कंप्यूटर कोडिंंग कम्युनिटी से जुडक़र काम करने का मौका मिलेगा।
इस हैकाथॉन कार्यकम के दौरान संस्था के चेयरमैन संतोष रूंगटा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से छात्र सीखने के साथ-साथ रोजगार के माध्यम भी बना सकेंगे। हैकाथॉन का समन्वयन रूंगटा आर-1 कॉलेज की फैकल्टी डॉ. हूमा खान, डॉ. अजय कुशवाहा, डॉ. तृप्ति शर्मा ने किया। वहीं वॉलेंटियर के तौर पर अमन कुमार, अनुराग श्रीवास्तव, हार्दिक पवार और रमा जायसवाल ने सहयोग किया।

