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Balrampur news

सरगुजा। सरगुजा जिले में अवैध सट्टा कारोबार के खिलाफ चल रही कार्रवाई के बीच एक और बड़ा खुलासा सामने आया है, जिसने पुलिस व्यवस्था पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। महादेव सट्टा एप नेटवर्क में एक पुलिस आरक्षक की संलिप्तता उजागर हुई है, जिसने न केवल इस अवैध नेटवर्क को संरक्षण दिया, बल्कि कथित रूप से उसका संचालन भी किया।

हाल ही में शक्ति पारा अंबिकापुर निवासी युवक सत्यम केसरी ने एक वीडियो बयान में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सत्यम ने सीधे-सीधे आरक्षक प्रविंद्र सिंह (बैच नंबर 500) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने उसे और अन्य युवकों को महादेव सट्टा एप के लिए अवैध कार्य में लगाया था।

आरक्षक ने किराए के मकान में चलाया सट्टा नेटवर्क

वीडियो में सत्यम ने बताया कि 21 फरवरी 2023 से कुछ समय पहले आरक्षक प्रविंद्र सिंह ने उसे अपने गाड़ाघाट स्थित किराए के मकान (रूम नंबर 01) में बुलाया, जहां पहले से ही जिमी भैया, अमित मिश्रा और अन्य लोग मौजूद थे। वहां वाईफाई और अन्य तकनीकी संसाधनों की मदद से कथित तौर पर महादेव सट्टा एप का संचालन हो रहा था। सत्यम ने दावा किया कि उन्हें शुरुआती दिनों में यह नहीं बताया गया कि वे किस काम में लगे हैं। बाद में सच्चाई सामने आने पर जब उन्होंने काम करने से मना किया, तो उन्हें धमकियां दी गईं।

धमकी और डर का माहौल

सत्यम का दावा है कि करीब एक महीने की अवधि में आरक्षक प्रविंद्र सिंह को लगभग 48 लाख रुपये का मुनाफा हुआ। लेकिन जब सत्यम ने काम छोड़ने की बात कही, तो आरक्षक ने उसे धमकाते हुए कहा – मेरी पहुंच IG, SP और दुबई तक है, अगर काम नहीं करोगे तो उठवा दूंगा, फंसा दूंगा। यह बयान बताता है कि कैसे एक वर्दीधारी व्यक्ति ने अपनी पद की शक्ति और संबंधों का गलत इस्तेमाल कर युवाओं को अवैध कार्यों में जबरन झोंका।

क्या वर्दी की आड़ में अपराध?

इस पूरे प्रकरण ने पुलिस विभाग की नैतिकता और जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर एक आरक्षक इस तरह के नेटवर्क का हिस्सा बन सकता है, तो यह पूरे सिस्टम की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न है।

पुलिस की चुप्पी भी संदेहास्पद

हालांकि इस मामले में अभी तक कोई आधिकारिक बयान पुलिस विभाग की ओर से नहीं आया है, लेकिन यह साफ है कि वीडियो सामने आने के बाद दबाव बढ़ता जा रहा है। आमजन और सामाजिक संगठन अब इस मामले की स्वतंत्र जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

सटोरियों की गिरफ्तारी के बाद आया मामला सामने

कुछ दिन पहले ही साइबर सेल और कोतवाली थाना पुलिस ने महादेव सट्टा एप से जुड़े दो सटोरियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें अमित मिश्रा उर्फ पहलू भी शामिल था। गिरफ्तारियों के दौरान जब्त मोबाइल फोन, पैन कार्ड, डेबिट कार्ड और अन्य दस्तावेजों से करोड़ों रुपये के लेनदेन का खुलासा हुआ था। इसके बाद इस वीडियो ने एक और खुलासा कर दिया है।

पूरे प्रदेश की पुलिस प्रणाली पर उठे सवाल

सत्यम केसरी द्वारा लगाए गए आरोप बेहद गंभीर हैं। अगर इनकी निष्पक्ष जांच की जाती है और आरोप सच साबित होते हैं, तो यह सिर्फ एक भ्रष्ट आरक्षक का मामला नहीं, बल्कि व्यवस्था की चूक और अपराध का उदाहरण होगा। यह मामला सिर्फ अंबिकापुर का नहीं, पूरे प्रदेश की पुलिस प्रणाली की साख और पारदर्शिता से जुड़ा है। यदि आरक्षक जैसे जिम्मेदार पद पर कार्यरत व्यक्ति इस तरह के नेटवर्क में संलिप्त पाया जाता है, तो यह कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर सवाल खड़ा करता है।

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पत्नी के मायके चले जाने और वापस लौटने से इनकार करने पर एक युवक ने खुद का गला काट लिया। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम बधियाचुआं की है।

जानकारी के अनुसार, गांव में रहने वाला पप्पू लाल (28 वर्ष) रविवार रात अचानक अपने कमरे में धारदार हथियार से खुद का गला काट लिया। उसकी चीख-पुकार सुनकर परिजन कमरे में पहुंचे तो वह खून से लथपथ हालत में तड़पता मिला। परिजन तत्काल उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है।

पत्नी के जाने से मानसिक रूप से परेशान था युवक

परिजनों ने बताया कि पप्पू लाल की शादी को छह साल हो चुके हैं। पति-पत्नी के बीच अक्सर घरेलू विवाद होते रहते थे। दो दिन पहले हुए झगड़े के बाद उसकी पत्नी मायके चली गई थी। पप्पू ने उसे कई बार लौटने के लिए मनाया, लेकिन जब पत्नी ने वापस आने से साफ इनकार कर दिया, तो वह मानसिक रूप से बेहद टूट गया। इसी के चलते उसने रविवार, 27 जुलाई की रात यह आत्मघाती कदम उठाया। फिलहाल युवक का इलाज अस्पताल में जारी है।

रायपुर। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई सोमवार शाम अचानक स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद अब सबसे बड़ा सवाल है कि दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर कौन आसीन होगा? इस बीच कांग्रेस पार्टी से एक भाजपा नेता के नाम का प्रस्ताव आया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति पद के लिए छत्तीसगढ़ के एक नेता का नाम सुझाया है।

बैज ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ से किसी सीनियर बीजेपी नेता को उपराष्ट्रपति के पद पर जिम्मेदारी दी जानी चाहिए, ताकि छत्तीसगढ़ को प्रतिनिधित्व मिल सके। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस ने रायपुर के पूर्व सांसद, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस का नाम भेजा है।

दीपक बैज ने पीएम को लिखा पत्र

उपराष्ट्रपति पद के लिए संभावित नामों में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) का नाम तेजी से सामने आ रहा है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर रमेश बैस को उपराष्ट्रपति बनाने की अपील की है।

New Vice President of India Name: छत्तीसगढ़ के रमेश बैस होंगे भारत के नए उपराष्ट्रपति? बैज ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी, की ये मांग

बैज ने अपने पत्र में लिखा कि छत्तीसगढ़ भाजपा में कई ऐसे नेता मौजूद हैं जो देश के उपराष्ट्रपति पद ग्रहण करने में सक्षम है। जिसमें पूर्व राज्यपाल रमेश बैस जैसे महत्वपूर्ण नेता शामिल है, जो 7 बार सांसद झारखंड त्रिपुरा महाराष्ट्र जैसे राज्यों के राज्यपाल के रूप में सेवा दे चुके हैं।

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वर्तमान छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के 10 सांसदों को कोई महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। वरीयता के आधार पर समस्त छत्तीसगढ़ के लोगों की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता देते हुए छत्तीसगढ़ के किसी नेता को अवसर देने का निवेदन करता हूं।

इन नामों पर चर्चा तेज

बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नाम की सबसे अधिक चर्चा हो रही है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद का भी नाम सामने आ रहा है। बिहार चुनाव के मद्देनजर माना जा रहा है कि बीजेपी की तरफ से जदयू को यह ऑफर दिया जा सकता है।

हालांकि, राजनीतिक के जानकारों का मानना है कि बीजेपी इस पर अपनी ही पार्टी के किसी वरिष्ठ और अनुभवी नेता पर दांव खेल सकती है। ऐसे में थावर चंद गहलोत, ओम माथुर, आरिफ मोहम्मद खान, हरिवंश और रमा देवी जैसे कद्दावर नेताओं के नाम की चर्चा तेज है।

बलरामपुर। Balrampur House Collapsed: बीते दो दिनों से छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश का दौर जारी है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं और जिले के बड़े जलाशय ओवरफ्लो हो चुके हैं। इस दौरान जिले के रामानुगंज वार्ड नंबर 13 में बड़ा हादसा हो गया। शनिवार सुबह करीब 5 बजे एक कच्चे घर की दीवार गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में एक मासूम बच्ची की मौत हो गई, जबकि घर में मौजूद अन्य छह लोग किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए।

जानकारी के अनुसार, नगर के वार्ड क्रमांक 13 में रहने वाले प्रमोद रवि (उम्र 40 वर्ष) अपनी पत्नी सुनीता देवी (उम्र 34 वर्ष) अपने बच्चों राधा (उम्र 10 वर्ष), खुशबू (उम्र 8 वर्ष), काजल (उम्र 9 वर्ष) के साथ अपने घर में सोए हुए थे। इसी दौरान घर के बगल में एक जर्जर घर की दीवार मूसलाधार बारिश के कारण उनके ऊपर गिर गई। पांचों लोग मलबे में दब गए।

Balrampur House Collapsed: एक बच्ची की मौत

घटना के बाद लोगों की चीख पुकार मच गयी. तत्काल आसपास के लोगों ने मलबा हटाकर दबे लोगों की निकालना शुरू किया। किसी तरह स्थानीय लोगों ने मलबा हटाकर सभी लोगों को बाहर निकाला। सभी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस हादसे में चार लोगों को तो बचा लिया गया, लेकिन एक की जान चली गई। मलबे में दबकर 8 वर्षीय बच्ची की मौैत हो गई, जबकि अन्य चार लोग घायल है।

मौके पर पहुंची पुलिस

घटना की जानकारी मिलते ही रामानुजगंज पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की। इधर घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि जर्जर और कच्चे मकानों की प्रशासनिक स्तर पर पहले से जांच कर उन्हें खाली कराना चाहिए था।

सरगुजा। Sky lightning: जिले के दरिमा थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहां आकाशीय बिजली गिरने से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब दोनों मजदूर बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे बैठे थे।

जानकारी के मुताबिक, मृतक और घायल मजदूर ग्राम घुई भावना से ग्राम बेलखारी धान की रोपाई का काम करने के लिए गए थे। सोमवार दोपहर के समय अचानक मौसम ने करवट ली और जोरदार बारिश शुरू हो गई। भारी बारिश से बचने के लिए दोनों मजदूर एक पेड़ के नीचे बैठ गए। इसी दौरान अचानक तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली उसी पेड़ पर गिर गई, जिसकी चपेट में आकर एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरा गंभीर रूप से झुलस गया।

मौके पर पहुंची पुलिस

इस दर्दनाक घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी गई। दरिमा थाना की पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और घायल मजदूर को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। वहीं मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाकर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

गांव में पसरा मातम

मृतक की पहचान गांव घुई भावना निवासी के रूप में हुई है, जबकि घायल की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उसे बेहतर इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया है। गांव में इस हादसे के बाद मातम पसरा हुआ है।

भारी बारिश से सड़कें जलमग्न

संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में हर वर्ष बारिश के मौसम में ड्रेनेज व्यवस्था की पोल खुल जाती है। इस साल भी ये सिलसिला जारी है। मंगलवार की दोपहर शहर में डेढ़ घंटे की तेज बारिश से खस्ताहाल सड़कें पूरी तरह से जलमग्न हो गईं। निचले इलाकों में भी जल भराव हो गया। घुटनों तक पानी भरने से राहगीरों व वाहन चालकों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहर के अधिकांश इलाकों में ड्रेनेज की व्यवस्था न होना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है, जिम्मेदारों का इस ओर ध्यान नहीं है।

रायगढ़। 3 killed in elephant attack: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। धरमजयगढ़ वनमंडल अंतर्गत लैलूंगा वन परिक्षेत्र में हाथियों ने जमकर तांडव मचा दिया। इंसानों और जानवरों के इस संघर्ष में तीन ग्रामीणों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें एक 5 वर्षीय मासूम बच्ची भी शामिल है। इस भीषण घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया है।

जानकारी के अनुसार यह मामला लैलूंगा के मोहनपुर गांव का है। जहां हाथियों के दल एक एक कर तीन लोगों की जान ले ली। बताया गया कि हाथी के दल ने पांच साल के बच्ची को पटक कर मार डाला। वह घर में सोई थी, तभी हाथी आ धमका। मकान को तोड़ दिया और बच्ची को सूंड से उठाकर पटक दिया। इधर अंगेकेला गांव में भी एक महिला को हाथी ने खेत में कुचल कर मार डाला।

मलबे में दबने से युवक की मौत

एक और घटना लैलूंगा रेंज के मोहनपुर गांव में घटी है। हाथी के दल ने घर के दीवार को धक्का देकर गिरा दिया। इस दौरान मलबे की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई।

3 लोगों की मौत से ग्रामीणों में दहशत

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के करीब एक हाथी अपने शावक के साथ विचरण कर रहा था और रात होते ही उसी हाथी ने जमकर उत्पात मचाया है। आज सुबह हाथी के हमले से तीन लोगों की मौत की खबर के गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वहीं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी गांव पहुंचे हैं। पुलिस की भी सूचना दी गई है। मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया गया है।

मुंगेली। CG Breaking News: छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहां कुएं की सफाई के दौरान जहरीली गैस के रिसाव से चाचा-भतीजे की मौत हो गई।

यह हादसा उस समय हुआ जब मोटरपंप की सफाई करने के लिए एक युवक कुएं में उतरा और मिथेन गैस की चपेट में आ गया। उसे बचाने के लिए चाचा भी कुएं में उतरे, लेकिन वे भी जहरीली गैस की गिरफ्त में आ गए। देखते ही देखते दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

ऐसे हुआ दर्दनाक हादसा

मिली जानकारी के अनुसार, खेड़ा गांव निवासी पुरुषोत्तम निषाद (35 वर्ष) अपने खेत में स्थित पुराने कुएं में लगे मोटरपंप के फुटबॉल में फंसे कचरे को निकालने के लिए कुएं में उतरे थे। कुएं में पहले से मौजूद मिथेन गैस के कारण कुछ ही देर में उनका दम घुटने लगा और वे बेहोश होकर गिर पड़े। यह देख उनके चाचा दिनेश निषाद (50 वर्ष) उन्हें बचाने के लिए तुरंत कुएं में उतर गए, लेकिन सुरक्षा उपाय न होने की वजह से वह भी गैस की चपेट में आ गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

रेस्क्यू टीम ने निकाले शव

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दोनों के शवों को बाहर निकाला गया। टीम ने स्थानीय लोगों को कुएं के आसपास सावधानी बरतने की अपील भी की।

गांव में पसरा मातम

इस हृदयविदारक हादसे से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं गांव के लोग भी इस दर्दनाक घटना से स्तब्ध हैं। बताया जा रहा है कि अगर उचित सुरक्षा उपकरण होते और गैस की मौजूदगी का पहले पता चल जाता तो शायद जान बचाई जा सकती थी।

कोंडागांव। BJP leader cheated: छत्तीसगढ़ में लगातार ठगी के मामले सामने आ रहे हैं और अब एक बड़ा मामला कोंडागांव जिले से सामने आया है, जहां भाजपा के एक वरिष्ठ नेता से 41 लाख रुपये की ठगी कर ली गई है।

बता दें कि पंट्रोल पंप संचालक और बीजेपी के सीनियर नेताओं में गिने जाने वाले संतोष कटारिया से यह ठगी की गई है। कटारिया ने इस संबंध में केशकाल थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पूरा मामला केशकाल थाना क्षेत्र का है।

जानें क्या है पूरा मामला?

पीड़ित नेता ने शिकायत में बताया कि, कुछ वर्ष पहले काजल जोशी उर्फ कोमल झुंगले और राजीव सोनी नामक आरोपियों ने आरएसएस के पदाधिकारियों से नजदीकी बताकर उनसे संपर्क किया था। इसके बाद धीरे -धीरे बातचीत होने लगी। अब इन्हीं दोनों ने केशकाल निवासी वरिष्ठ भाजपा नेता संतोष कटारिया को खनिज निगम का चेयरमैन पद दिला सकते हैं करके तीन करोड़ की मांग की थी।

41 लाख 30 हजार रुपए ठग लिए

इतनी बड़ी रकम तत्काल में नहीं होने की बात कहकर उसने सिर्फ 20 लाख रुपए कैश दे पाने की बात कही। काजल जोशी को मैंने 20 अगस्त 2024 को दिल्ली में 20 लाख रुपए पेमेंट किया था। उसके बाद 26 सितंबर 2024 को 01 लाख 30 हजार रुपए व्हाटसअप के माध्यम से केशकाल से काजल जोशी द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड में भेजा था। उसके बाद माह अक्टूबर-2024 में होटल क्लार्क रायपुर में काजल जोशी और राजीव सोनी को 20 लाख रुपए नगद दिया था। इस प्रकार कुल 41 लाख 30 हजार रुपए दिया गया है।

कैसे हुआ खुलासा?

राज्य सरकार द्वारा जब निगम मंडल की लिस्ट जारी की गई तो उसमें संतोष कटारिया का नाम नहीं था। जिसके बाद उन्होंने महिला से संपर्क किया लेकिन उसका फोन बंद था। कई दिनों तक संपर्क करने के बाद भी महिला से संपर्क नहीं हुआ जिसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद वह थाने पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस पूरी ठगी में एक लड़का और लड़की शामिल है।

आरोपी महिला की हुई असली पहचान

जांच में खुलासा हुआ कि खुद को काजल जोशी बताने वाली महिला असल में कोमल मुंजारे है। मामले में दोनों आरोपियों – कोमल मुंजारे और राजीव सोनी – के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात और आपराधिक धमकी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी फिलहाल फरार हैं और उनकी तलाश की जा रही है।

फरार आरोपियों की तलाश जारी

केशकाल थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक, दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और विश्वासघात का केस दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। दोनों आरोपी फरार हैं।

रोजाना सामने आ रहे हैं ठगी के मामले

छत्तीसगढ़ में इन दिनों साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रोजाना किसी न किसी व्यक्ति को ठगों द्वारा शिकार बनाया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आम जनता के साथ-साथ अब नेता, अफसर और व्यवसायी भी साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं।

पुलिस की अपील

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था के झांसे में आकर ऑनलाइन पैसे का लेनदेन न करें। संदिग्ध कॉल या ट्रांजेक्शन की तुरंत सूचना नजदीकी थाने या साइबर सेल को दें।

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जिले के नंदनी थाना क्षेत्र अंतर्गत बीएसपी टाउनशिप इलाके में मां और 8 साल की मासूम बेटी की अधजली लाश मिलने से सनसनी फैल गई। प्रारंभिक जांच में मामला आत्मदाह का सामने आया है।

मृतकों की पहचान जागेश्वरी साहू और उसकी बेटी दिव्यांशी साहू के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, जागेश्वरी अपने बीएसपी से रिटायर्ड पिता के घर में रह रही थी। उसका पति से विवाद चल रहा था और धमतरी जिला न्यायालय में तलाक का मामला विचाराधीन था।

तनाव से परेशान होकर महिला ने उठाया खौफनाक कदम

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पारिवारिक तनाव से परेशान होकर महिला ने रविवार को अपने घर में आग लगाकर बेटी के साथ खुद को जिंदा जला लिया। जब आसपास के लोगों को घर से धुआं उठता दिखा, तब उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी।

घटना की सूचना पर नंदनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फिलहाल आत्मदाह के कारणों की पुष्टि पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।

पुलिस का बयान

घटना बेहद दुखद है। प्राथमिक तौर पर आत्मदाह का मामला लग रहा है। परिवारिक विवाद की भी बात सामने आ रही है। विस्तृत जांच की जा रही है।

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। राज्य की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने सोमवार को तहसील कार्यालय सूरजपुर में पदस्थ बाबू जुगेश्वर राजवाड़े को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। ACB की इस कार्रवाई से तहसील कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया।

जानकारी के मुताबिक, आरोपी बाबू एक किसान से जमीन के नामांतरण के बदले 25,000 रुपये की मांग कर रहा था। किसान ने यह बात एसीबी को बताई, जिसके बाद टीम ने पहले शिकायत की पुष्टि की और फिर जाल बिछाकर ट्रैप ऑपरेशन को अंजाम दिया। तयशुदा रकम लेते ही जुगेश्वर को गिरफ्तार कर लिया गया और घूस की रकम बरामद कर ली गई।

फिलहाल इस मामले में आरोपी बाबू से बंद कमरे में ACB की टीम पूछताछ कर रही है। बता दें कि यह कार्रवाई रायपुर से आई एसीबी की टीम ने तहसील परिसर में अंजाम दी।

मई में पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा गया था

वहीं मई महीने में सुरजपुर जिले में पटवारी को बीस हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। इस मामले पर डुमरिया गांव के पटवारी भानु सोनी के उपर कार्यवाही की जा रही है। पटवारी को चौहद्दी और नामांतरण के लिए रिश्वत की मांग की थी। जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई लगातार जारी है।

बलरामपुर। अंधविश्वास की अंधी गलियों में भटकते हुए एक युवक ने इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना को अंजाम दिया। अपने बीमार बेटे को स्वस्थ करने के लिए एक युवक ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में तीन साल के मासूम बच्चे की बलि दे दी। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने आरोपी को 15 महीने बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

इतना ही नहीं बच्चे का गला काटकर 3 दिन तक घर में रखा था और बच्चे की शरीर को आरोपी ने जला दिया था। बताया जा रहा है कि इस आरोपी ने बीते एक 1 अप्रैल को इस घटना को अंजाम दिया था। अब सामरी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने नशे की हालत में तांत्रिक सोच के वशीभूत होकर बच्चे को अगवा कर नृशंस हत्या को अंजाम दिया था।

जानें पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, सामरी थाना क्षेत्र के सुलुगडीह निवासी बिरेंद्र नगेशिया (24 वर्ष) का तीन वर्षीय पुत्र अजय नगेशिया 01 अप्रैल 2024 को जंगल से लापता हो गया था। बिरेंद्र नगेशिया प्राथमिक शाला सबाग में रसोईया का काम करता है। वह अपनी पत्नी दयामुनि के साथ इलबासा जंगल में झोपड़ी बनाकर 29 मार्च 2024 से महुआ बिनने का काम कर रहे थे। लापता अजय का पता नहीं चला तो 06 अप्रैल को गुमशुदगी सामरीपाट थाने में दर्ज कराई।

सुराग नहीं मिल पाया

1 अप्रैल को वह प्राथमिक शाला सबाग में रसोइया का काम करने चला गया। जब शाम को लौटा तो उसकी पत्नी ने कहा कि वह नाला की ओर करेला सब्जी तोडऩे गई थी, उसके बाद से बेटा अजय डेरा के पास से खेलते-खेलते अचानक गायब हो गया है। इसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने बालक की खोजबीन शुरु की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस ने भी उसकी तलाश कि लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया था।

पुलिस को ऐसे हुआ संदेह

शिकायत पर पुलिस ने अपहरण की धारा के तहत प्रकरण पंजीकृत कर छानबीन शुरू की थी। विवेचना के दौरान संदेही के रूप में चटनिया पंचायत अंतर्गत ग्राम कटईडीह निवासी राजू कोरवा 40 वर्ष का नाम सामने आया था। राजू कोरवा झाड़ फूंक किया करता है। उसके पास लापता बालक के स्वजन गए थे। तब उसने बोला था कि बड़ा पूजा करना पड़ेगा तब बालक मिलेगा।

इसकी जानकारी पुलिस को मिलने पर संदेही राजू से पूछताछ किया गया। पहली बार उसने पुलिस को गुमराह किया कि नशे की हालत में होने के कारण ऐसा बोल दिया था। तब उसे छोड़ दिया गया था लेकिन उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं। पुलिस द्वारा मुखबिर एवं गांव में लगातार लोगों के बीच रहकर सूचना संकलन किया जा रहा था। इसी बीच राजू कोरवा को लेकर पुलिस को इनपुट्स मिला। इस बार उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो वह टूट गया। उसने बलि देना (Sacrifice of child) स्वीकार कर लिया।

बेटे को थी मिर्गी की बीमारी

पूछताछ में राजू कोरवा ने अजय नगेशिया की बलि चढ़ाने की जानकारी दी। राजू कोरवा ने बताया कि उसका बड़ा बेटा बचपन से मानसिक रूप से कमजोर है एवं उसे मिर्गी की बीमारी है। किसी ने उससे कहा था “महादानी देवता” को बच्चे की बलि देने से वह ठीक हो जाएगा। अंधविश्वास के चलते इस सोच ने उसे हैवान बना दिया।

पुलिस ने बरामद की हड्डियां

पुलिस ने एसडीएम कुसमी के आदेश पर सामरी तहसीलदार की मौजूदगी में नाले के किनारे आरोपी द्वारा बताए गए स्थान की खुदाई कराई। बच्चे के सिर की हड्डियां करीब दो फुट गड्ढे में दफन मिली। कुछ दूर पर जहां धड़ दफन किया गया था, वहां से भी हड्डियां बरामद की गई हैं। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लोहे की छुरी भी जब्त की है।

आरोपी को भेजा जेल

प्रारंभिक साक्ष्य और आरोपी के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर थाना सामरीपाठ पुलिस ने आरोपी राजू कोरवा पिता लेब्दू कोरवा (40 वर्ष), जाति पहाड़ी कोरवा, निवासी कटईडीह, थाना चांदो के विरुद्ध धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य मिटाने) भारतीय दंड संहिता के तहत अपराध सिद्ध पाया। पुलिस ने आरोपी को 16 जुलाई 2025 को विधिवत गिरफ्तार कर पुलिस अभिरक्षा में लिया।

रायगढ़। CG Elephant Attack: छत्तीसगढ़ में इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से हाथियों द्वारा घरों को नुकसान पहुंचाने और ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में रायगढ़ जिले में भी गजराज ने जमकर उत्पात मचाया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीते कुछ दिनों से हाथियों का दल गांवों की ओर रुख कर रहा है और अब तक कई घरों को नुकसान पहुंचा चुका है। इन घटनाओं के चलते ग्रामीणों में भय और असुरक्षा की भावना लगातार बढ़ रही है। रात के समय हाथियों के गांव में घुसने से लोगों की नींद उड़ी हुई है।

गजराज ने तीन घरों को तोड़ा

बताया जा रहा है कि धरमजयगढ़ वन मंडल अंतर्गत ग्राम दरी डीह में बीती रात एक दंतैल हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। घटना रात करीब 2 से 3 बजे के बीच की बताई जा रही है, जब हाथी ने गांव में घुसकर तीन घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है।

गौरतलब है कि दो दिन पहले ही यही हाथी (या हाथियों का यही दल) धरमजयगढ़ के बाकरूमा वन परिक्षेत्र में एक वृद्ध व्यक्ति को कुचलकर मार चुका है। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों बढ़ते जा रहे हैं।

ग्रामीणों में दहशत का माहौल

रायगढ़ जिले के कई गांवों में गजराजों का आतंक देखने को मिल रहा है। खेत, फसल और घरों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ हाथी कभी-कभी जान का भी खतरा बन जाते हैं। हाल ही में हुई घटनाओं में लोगों की जान तो नहीं गई, लेकिन आर्थिक क्षति भारी रही है।

बता दें कि वन क्षेत्रों में पर्याप्त हरियाली और बरसात के मौसम में जल स्रोतों की भरपूर उपलब्धता के बावजूद हाथियों का रुख गांवों और शहरों की ओर होना चिंता का विषय बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि हाथियों के प्राकृतिक आवास में हो रहे बदलाव और मानवीय दखलंदाजी इसके पीछे अहम कारण हो सकते हैं।

वन विभाग की चुनौतियां

वन विभाग द्वारा हाथियों को जंगल की ओर वापस खदेड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, लेकिन हाथियों की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए ये उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं।