भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र में हुए विविध सामाजिक कार्यक्रम
भिलाई. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेमप्रकाश पाण्डेय ( former Assembly Speaker Prem Prakash Pandey) के 67वें जन्मदिवस पर आज भिलाई में भारतीय जनता पार्टी और श्रीराम जन्मोत्सव समिति के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न सामाजिक और सेवा मूलक कार्यक्रम आयोजित किए गए। 900 कन्याओं को उपयोगी किट वितरित की। वहीं 38 बालिकाओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके बाद प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने अपने निवास पर आगंतुकों से भेंट की। (Useful kits distributed to 900 girls on the birthday of former Assembly Speaker Prem Prakash Pandey)
कार्यक्रमों की शुरुआत भगवान की पूजा-अर्चना से हुई। हुडको और खुर्सीपार में आयोजित छात्र सम्मान समारोहों में 85% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। वरिष्ठ भाजपा प्रेमप्रकाश पाण्डेय विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि छोटी-छोटी उपलब्धियां जीवन में बड़े लक्ष्य हासिल करने की दिशा में प्रेरणा बनती हैं। उन्होंने कहा कि भिलाई अब केवल इस्पात नगरी नहीं, बल्कि शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
900 कन्याओं को उपयोगी किट वितरित
इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने 900 कन्याओं को उपयोगी किट वितरित की। वहीं 38 बालिकाओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। साथ ही चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और डॉक्टरों को भी उनके योगदान के लिए सम्मान प्रदान किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी सरकार के नेतृत्व में देश एतिहासिक प्रगति की
न्यू खुर्सीपार में वरिष्ठ नागरिकों और छात्र-छात्राओं का सम्मान करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 11 वर्षों में देश ने आधारभूत संरचना, संचार, शिक्षा और रक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति की है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारत अब वैश्विक रक्षा उत्पादक के रूप में उभरा है।
दर्री तालाब में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश
सेक्टर-10 के गुंडिचा मण्डप में आयोजित रक्तदान शिविर में 67 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। वहीं दर्री तालाब में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के अंत में खुर्सीपार स्थित कुष्ठ आश्रम में जरूरतमंदों को भोजन वितरण कर जन्मदिन को सेवा दिवस के रूप में मनाया गया।

