भिलाई . हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की डिग्री अब पहले से ज्यादा सुरक्षित होगी। पहले तक जहां विश्वविद्यालय की डिग्री में सिर्फ कैंडीडेट का नाम और कोर्स की जानकारियां हुआ करती थी, वहीं अब इसमें कैंडीडेट का फोटो भी लगा रहेगा। इसी तरह कैंडीडेट के पिता का नाम और जन्म तिथि जैसी जानकारियां भी लिखी होंगी। इससे हेमचंद विश्वविद्यालय की डिग्री की क्लोनिंग आसान नहीं रहेगी। शुक्रवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कार्यपरिषद ने डिग्री को और भी अधिक सुरक्षित बनाने के लिहाज से इसमें सुरक्षा फीचर्स को बढ़ाने पर सहमति दे दी है। कार्यपरिषद में हुए इस निर्णय को इस सत्र से अमल में लाया जाएगा। जिसके बाद डिग्री के आवेदन करने वाले कैंडीडेट्स को नए रंग रूप और सुरक्षा फीचर्स वाली डिग्रियां सौंपी जाएंगी।
दुर्ग का एक कॉलेज होगा बंद
पिछले कुछ वर्षों में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन इस साल से संबद्ध संस्थानों की फेहरिश्त से एक नाम कम हो जाएगा। दुर्ग के एक निजी महाविद्यालय ने कॉलेज बंद करने का प्रस्ताव विश्वविद्यालय को दिया था, जिसे कार्यपरिषद ने पारित करते हुए इसे क्लोजर करने की अनुमति दे दी है।
मेडल के लिए दानदाता देंगे एक लाख
हेमचंद विश्वविद्यालय कार्यपरिषद ने फैसला लिया है कि पहले तक जहां विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल देने के लिए दानदाताओं से ६० हजार रुपए लिए जाते थे, वहीं अब दानदाता को एक लाख रुपए देने होंगे। विद्यार्थियों को बेहतर गोल्ड मेडल दिलाने के लिए विश्वविद्यालय ने दानदाताओं के दान मूल्य में ४० हजार रुपए की बढ़ोतरी का फैसला लिया है। इस साल विश्वविद्यालय को दो नए दानदाता भी मिल गए हैं, जिसे कार्यपरिषद ने सहमति दे दी है। इसके अलावा पहले तक जहां गोल्ड मेडल धारक को विश्व विद्यालय ५ हजार रुपए दिया करता था, उसमें भी ६ हजार रुपए की बढ़ोतरी की गई है। यानी अब गोल्ड मेडलिस्ट को विश्वविद्यालय से ११ हजार रुपए मिलेंगे।
खेलों को मिली स्वीकृति
विश्वविद्यालय ने खेलों के लिए भी नए नियम पारित किए हैं। 19 खेलों की टीमों को महत्व देते हुए अब इन्हें जोन, राज्य और नेशनल जैसी प्रतियोगिताओं में भेजा जाएगा। इस साल से विश्वविद्यालय के तमाम खिलाडिय़ों को खेल प्रतियोगिताओं के दौरान टीए-डीए 250 रुपए से बढ़ाकर 400 रुपए कर दिया गया है। इसी तरह मैनेजर्स और कोच के भत्तों में भी बढ़ोतरी का प्रावधान किया गया है।
नए भवन के लिए तीन करोड़
भले ही विश्वविद्यालय अभी तक भी पोटियाकला दुर्ग स्थित अपने स्थाई भवन में शिफ्ट नहीं हो पाया है, लेकिन इसकी साज-सज्जा और सुविधाओं को लेकर नए प्रावधान जरूर किए जा रहे हैं। कार्यपरिषद की बैठक ने नए भवन में कॉन्फ्रेंस हॉल, स्मार्ट क्लासरूम जैसी सुविधाएं बढ़ाने के लिए ३ करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। यह राशि रूसा के मद से खर्च की जाएगी।
डिग्री को पहले से अधिक सुरक्षित बनाने के लिए इसमें फोटो, पिता का नाम और जन्म तिथि जैसे फीचर्स भी होंगे। इसके अलावा कार्यपरिषद सदस्यों की सिटिंग फीस में बढ़ोतरी और गोल्ड मेडल राशि में बढ़ोतरी का प्रावधान भी किया गया है।
भूपेंद्र कुलदीप, कुलसचिव, हेमचंद विश्वविद्यालय
