ITBP के ASI का उनके ही साथी करना चाहते थे बीच जंगल एनकाउंटर, मारपीट के बाद अस्पताल में भर्ती

कोण्डागांव.CG Prime News. माओवादी प्रभावित जिला नारायणपुर में तैनात ITBP 29 वीं बटालियन के एक ASI ने अपने ही साथियों पर जमकर मारपीट करने के बाद encounter का प्रयास करने का गम्भीर आरोप लगाया है। आरोप लगाने वाला एएसआई गोपाल सिंह 12 सितंबर 2020 से जिला अस्पताल कोण्डागांव में स्वयं अपना ईलाज कराने के लिए भर्ती हुआ हैं। ईलाज के लिए भर्ती गोपाल सिंह ने बताया कि, उनके साथ जो घटना हुई थी, वह 10 सितम्बर को जब वे अपने मुंजमेटा कैम्प से अपने अन्य साथियों के साथ पैरा पेट्रोलिंग में निकले थे और पेट्रोलिंग के दौरान लंबी दूरी तय करने के बाद जब वे अपनी पेट्रोलिंग पार्टी के साथ एक सूनसान स्थान पर कुछ देर आराम करने के लिए रुके थे। तभी उनके ही कुछ साथियों ने उन पर अचानक हमला करते हुए उनका हथियार छीना और उन्हें जमीन पर पटककर मारपीट करने लगे। यहां तक कि उसके हांथ-पैर बांध दिया और एनकाॅउंटर करने गन तान लिया था। इसी बीच एक जवान के मोबाईल पर किसी का काॅल आने के बाद उनके साथियों ने उन्हें सख्ती से यह हिदायत देते हुए छोड़ दिया कि, यहां हुई घटना का जिक्र किसी से न करे वरना एनकाॅउंटर निश्चित तौर पर कर दिया जाएगा। और पेट्रोलिंग से वापस लौटने तक उसे बिना मेग्जिन के गन पकडे रहने दिया।

एएसआई बन गया था गवाह-

पीड़ित एएसआई गोपाल ने बताया कि, 29 अगस्त 2020 की रात उनके कैम्प परिसर में ही कुछ जवानों के द्वारा अपने ही एक जवान के साथ किसी बात को लेकर मारपीट की जा रही थी, उक्त मारपीट की घटना उनके सामने हो रही थी और एक एएसआई होने के नाते उन्होंने न केवल जवानों को मारपीट करने से मना किया था, बल्कि आईटीबीपी मुख्यालय कोण्डागांव में 8 सितम्बर को पहुंचकर उक्त मामले में षिकायत कर गवाही भी दी थी। इससे ही नाराज होकर 10 सितम्बर को पैरा पेट्रोलिंग के दौरान उनके ही जवानों के द्वारा उनके साथ जमकर मारपीट करने के साथ ही उनका एनकाॅन्टर करने तक का प्रयास किया गया, वह तो उनके भाग्य ने उनका साथ दिया और उनकी जान बच गई, लेकिन उन्हें जान का खतरा अभी भी बना हुआ है।

बदन में पड़े है कई निशान-

पीड़ित एएसआई गोपाल ने बताया कि, वर्तमान में घर जाने उन्हें उनके पूर्व में दिए अर्जी के अनुसार अवकाश मिल चुका है। और वे अपने यू.पी.स्थित घर जाने के लिए रवाना हुए ही थे, कि मारपीट के कारण उनके शरीर में आई अंदरुनी चोटों से हो रही दर्द के कारण जब उन्होंने एक मेडिकल स्टोर में पहुंचकर दवा मांगा तो मेडिकल स्टोर संचालक ने उन्हें दवा न देकर जिला अस्पताल में जाकर ईलाज कराने की सलाह दी, जिस पर उन्होंने अस्पताल पहुंचकर डाॅक्टर से चेकअॅप कराया, तो डाॅक्टर ने हालत देखते हुए भर्ती कर इलाज करने की बात कही और वह एडमिट हो गया।

एफआईआरदर्ज कराना चाहता है एएसआई-

इस मामले की जानकारी आईजी.बस्तर रेज व डीआईजी कांकेर रेंज तक पहुंच चुकी है और वहीं उनके माध्यम से आईटीबीपी के उच्चाधिकारियों तक भी पहुंच चुकी है। जिससे आईटीबीपी के उच्चाधिकारी जिला अस्पताल में भर्ती एएसआई. गोपाल सिंह से मुलाकात करने के लिए रविवार शाम पहुंचे है। और जवान का हॉस्पिटल से छूटी करवाकर कोंडागाँव जिला मुख्यालय स्थित कैम्प परिसर ले गए हैं। अब देखना होगा कि, उच्चाधिकारी एएसआई गोपाल सिंह के साथ हुई घटना के संबंध में किसी पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाकर, पैरा पेट्रोलिंग के दौरान अपने ही एएसआई के साथ मारपीट कर एनकाॅन्टर करने का प्रयास करने वालों के विरुद्ध क्या कार्यवाही होती है।

इस मामले में समर बहादुर सिंह, कमांडेट 29 बटालियन का कहना है कि इस तरह से कोई घटना हुई हैं, इसकी शिकायत करनी थी। जांचकर करवाई की जाती और एएसआई को न्याय दिलाते।

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