Cgprimenews@बीजापुर. आदिवासी बहुल व नक्सल प्रभावित बीजापुर जिला आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग में पूरे देश में प्रथम स्थान मिला है। नीति आयोग ने जून 2020 की स्थिति में जारी की गई आकांक्षी जिलों की रैंकिंग में बीजापुर ने विभिन्न मानकों पर बेहतर प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए बीजापुर जिलेवासियों सहित जिला प्रशासन की पूरी टीम को बधाई दी है। नीति आयोग की आकांक्षी जिलों की सूची में बीजापुर के प्रथम स्थान आने पर बीजापुर विधायक ने कहा की जिले का नाम रौशन हुआ है। जिले को अलग पहचान मिली है जिसका सीधा श्रेय सीमित संसाधनों के बावजूद लगन और समर्पण से मेहनत करने वाले जिले के हर अधिकारी- कर्मचारियों को जाता है। विधायक विक्रम ने बताया कि निरंतर यहां प्रशासन मूलभूत योजनाओं को लेकर गांव और ग्रामीणों के बीच पहुंचता रहा है, जिसका परिणाम है की देश के 112 संसाधनों से परिपूर्ण जिलों में से बीजापुर सीमित संसाधनों के बावजूद प्रथम स्थान पर आया है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कौशल विकास, कृषि, जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और बुनियादी अधोसंरचना विकास के क्षेत्र में बेहतर कार्य करते हुए बीजापुर ने अपने डेल्टा अंकों में पूरे देश में सर्वाधिक 2.3 अंकों की वृद्धि की है। फरवरी में हुई डेल्टा रैंकिंग में बीजापुर को 48.1 अंक मिले थे, जबकि जून की रैंकिंग में इसे 50.4 अंक मिले हैं। बीजापुर के डेल्टा अंकों में बढ़ोतरी पूरे देश में सर्वाधिक है। आकांक्षी जिलों के रूप में शामिल देश भर के 112 जिलों में बीजापुर जिले ने पहला स्थान हासिल किया है।
महज ढाई लाख की आबादी बीजापुर की
बीजापुर 6562 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला एक छोटा और पिछड़ा हुआ जिला है। यहां की आबादी महज 2 लाख 60 हजार है। तेलांगाना और महाराष्ट्रा की सीमा से लगा आदिवासी बहुल बीजापुर वनोपज और कृषि आधारित जिला है। यहां नक्सलवादी वारदातों के कारण जिला पिछड़ता जा रहा था। वहीं कुछ सालों में यहां नक्सल वारदातों में कमी देखी गई है। साथ ही विकास का पहिया भी दौडऩे लगा है। सडक़ों का जाल अब यहां नामुमकिन लगने वाले गांवो तक पहुंचने लगा है।

