दुर्ग यातायात पुलिस की मानवीय पहल
दुर्ग। ऑपरेशन सुरक्षा के तहत दुर्ग यातायात पुलिस ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय दिया। 25 अक्टूबर को भिलाई सेक्टर-6 निवासी कैंसर पीड़ित एम राजा की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें सेक्टर-9 बीएसपी अस्पताल से एम्स रायपुर रेफर किया गया।
मरीज की नाजुक स्थिति को देखते हुए दुर्ग यातायात पुलिस ने तत्काल ग्रीन कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया और यह निर्णय मरीज के जीवन के लिए वरदान साबित हुआ।
एएसपी ऋचा मिश्रा ने बताया कि सूचना मिली कि गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज को रेफर किया गया है, लेकिन कम समय में उसे रायपुर पहुंचाना है। तत्काल पुलिस के कंट्रोल रूम, जोन प्रभारी, मार्ग प्रभारी अधिकारियों और ग्राउंड टीमों के बीच शानदार तालमेल किया।
एम्बुलेस ने कुछ ही समय में तय किया 35 किलोमीटर सफर
ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि एंबुलेंस बिना किसी रुकावट के सेक्टर-9 अस्पताल से सिर्फ कुछ ही मिनट में 35 किलोमीटर लंबे मार्ग को तय कर एम्स रायपुर तक पहुंची, जिससे मरीज को समय पर उपचार मिल सका। दुर्ग यातायात पुलिस के इस मानवीय प्रयास ने न केवल प्रशासनिक दक्षता का उदाहरण पेश किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि आपात स्थिति में त्वरित निर्णय और टीमवर्क कितनी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
मानवता की मिसाल बनी पुलिस
ऑपरेशन सुरक्षा के तहत की गई यह कार्रवाई सिर्फ कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने “पुलिस जनता की सेवा में” की भावना को जीवंत किया। आम नागरिकों में भी इस पहल को लेकर सराहना की लहर है।
सार्वजनिक अपील
सीजी प्राइम न्यूज टीम दुर्ग जिले के नागरिकों से अपील की है कि आपात स्थिति में एंबुलेंस या आपात सेवा वाहनों को प्राथमिकता दें। सड़क पर आपकी जागरूकता किसी की कीमती जान बचाने में मददगार साबित हो सकती है।



