CG Prime News@भिलाई. Suspicious death of student in IIT Bhilai आईआईटी भिलाई (IIT Bhilai) में बीटेक के प्रथम सेमेस्टर के छात्र सौमिल साहू की मौत के बाद बवाल मच गया है। इसी बीच बुधवार को आईआईटी के सभी विभागों में पढऩे वाले सैकड़ों स्टडेंट्स ने एक साथ मिलकर आईआईटी भिलाई प्रबंधन के खिलाफ शाम को पैदल कैंडल मार्च किया। छात्र, कैंपस के बाहर जाकर प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन प्रबंधन ने उन्हें इनकी अनुमति नहीं दी।
वहीं सुरक्षा के दृष्टि से बड़ी संख्या में पुलिस बल को भी कैंपस में तैनात किया गया है। आईआईटी भिलाई के छात्रों ने जस्टिस फॉर सौमिल साहू, हेल्थ सेंटर जवाब दो, वी स्टडी हियर टू लर्न नॉट डाई जैसे स्लोगन और पोस्टर लेकर कैंपस में ही कैंडल जलाया। आईआईटी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
IIT भिलाई ने छात्र की मौत पर जताया दु:ख
बुधवार को आईआईटी भिलाई प्रबंधन ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि गहरे दु:ख के साथ सूचित किया जाता है कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक. प्रथम सेमेस्टर के छात्र सौमिल साहू का मंगलवार, 11 नवंबर 2025 को निधन हो गया। सौमिल एक प्रतिभाशाली युवा थे। जिनके दुखद, असामयिक और अप्रत्याशित निधन से पूरा आईआईटी भिलाई समुदाय गहरे सदमे और शोक में डूब गया है। संस्थान के सभी संकाय, कर्मचारी और छात्र अत्यंत दु:खी हैं। संकट की इस कठिन घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके माता-पिता और मित्रों के साथ हैं। हम दिवंगत आत्मा की शांति और उनके प्रियजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।
संस्थान इस मामले को तत्परता, पारदर्शिता और सहानुभूति के साथ निपटाने के लिए प्रतिबद्ध है। जिसके लिए निम्नलिखित कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं
1. आईआईटी भिलाई के निदेशक की ओर से पुलिस अधीक्षक को पुलिस द्वारा जाँच शुरू करने का अनुरोध भेजा गया है।
2. मृतक सौमिल साहू के परिवार को एक शोक संदेश भेजा गया है और शोक संतप्त परिवार को सभी आवश्यक प्रशासनिक सहायता प्रदान की गई है।
3. आईआईटी भिलाई के निदेशक द्वारा आईआईटी भिलाई के चिकित्सा अधिकारी को तत्काल निलंबित किया गया है।
4. यह सुनिश्चित किया गया है कि स्वास्थ्य केंद्र में 24 7 पर्याप्त चिकित्सा कर्मी और एम्बुलेंस उपलब्ध रहें।
5. दुर्ग कलेक्टर से स्वास्थ्य केंद्र में एक सरकारी डॉक्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जा चुका है, जिस पर दुर्ग कलेक्टर ने सहमति दे दी है।
6. स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित छात्रों द्वारा उठाई गई चिंताओं की जांच के लिए एक तथ्य-अन्वेषण समिति का गठन किया जा रहा है, जिसमें एम्स, स्थानीय सरकारी मेडिकल कॉलेज और छात्र प्रतिनिधि शामिल होंगे। समिति 15 दिनों के भीतर शीघ्र अनुशंसा प्रस्तुत करेगी।