भिलाई। आईआईटी भिलाई में मंगलवार सुबह एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बीटेक प्रथम सेमेस्टर के छात्र सूमिल साहू की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सुबह करीब 9 बजे हुई इस घटना से पूरे कैंपस में हड़कंप मच गया। छात्रों ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आईआईटी परिसर में जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया। देखते ही देखते सैकड़ों छात्र-छात्राएं एकजुट हो गए और प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। (IIT uproar: Doctor suspended over student’s death, director hands over investigation to SSP)
गौरतलब है कि आईआईटी परिसर में हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स न्याय की मांग को लेकर धरना पर बैठ गए। मंगलवार व बुधवार को रात 3 बजे तक परिसर में गहमा गहमी रही। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि प्रशासन को पुलिस फोर्स की मदद लेनी पड़ी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात को काबू में किया, लेकिन छात्र अपने साथी की मौत पर जवाब मांगते रहे। पूरी रात कड़कड़ाती ठंड में छात्रों ने धरना जारी रखा। देर रात करीब 3 बजे आईआईटी के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश को करीब पांचवीं बार मौके पर बुलाया गया, जहां उन्होंने छात्रों से चर्चा के बाद दो बड़े फैसले लिए।
रात तीन बजे डायरेक्टर ने लिया बड़ा फैसला
पहला फैसला – छात्र की मौत के मामले में कथित लापरवाही के आरोप में आईआईटी के डॉक्टर अतुल श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
दूसरा फैसला – डायरेक्टर ने यह घोषणा की कि मामले की निष्पक्ष जांच एसएसपी स्तर के अधिकारी से कराई जाएगी, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।
छात्रों ने आईआईटी प्रशासन को चेतावनी
डायरेक्टर के इन ऐक्शन के बाद देर रात छात्रों ने तब धरना समाप्त किया, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जांच में देरी हुई या न्याय नहीं मिला, तो वे फिर से आंदोलन करेंगे। इस पूरे घटनाक्रम से आईआईटी भिलाई में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है और अब सबकी निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हैं।