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CHHATTISGARH LIGUOR SCAM

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CG Prime News@रायपुर. The High Court dismissed the petition of Chaitanya, son of former Chief Minister Bhupesh छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को एक बार फिर हाईकोर्ट से झटका लगा है। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में गिरफ्तार चैतन्य बघेल द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई और अपनी गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उस याचिका को हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने खारिज कर दिया है। शराब घोटाले के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया।

कोर्ट ने सुरक्षित रखा था फैसला

इस मामले में जस्टिस अरविंद कुमार वर्मा की सिंगल बेंच ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद 24 सितंबर को फैसला सुरक्षित रखा था, जिसे अब सुनाया गया है। हाईकोर्ट ने कहा कि, जांच और गिरफ्तारी पर हस्तक्षेप करने का कोई उचित आधार नहीं है। कोर्ट ने माना कि ईडी की कार्रवाई कानून के तहत की गई है। इसलिए इसमें न्यायालय को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता नहीं है।

गिरफ्तारी को बताया था असंवैधानिक

दरअसल पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल ने ईडी की ओर से की गई जांच, गिरफ्तारी को नियम विरुद्ध और असंवैधानिक बताते हुए रद्द करने की मांग की थी। इस मामले में ईडी की ओर से एडवोकेट सौरभ पांडेय ने पैरवी की।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गुरुवार छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले (CG liquor scam) के आरोपियों से मिलने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे। वहां उन्होंने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और विजय भाटिया से मुलाकात की। उनका हालचाल जाना। जेल से बाहर आते ही पूर्व सीएम बघेल ने आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि जेल के अंदर कवासी लखमा और विजय भाटिया के साथ दुश्मनों की तरह व्यवहार किया जा रहा है।

इलाज की सुविधा नहीं मिलने का लगाया आरोप

पूर्व सीएम ने कहा कि जेल के भीतर कवासी लखमा और विजय भाटिया की तबीयत ठीक नहीं है। कवासी लखमा हार्ट पेशेंट हैं पर उन्हें इलाज की सुविधा नहीं दी जा रही है। जवानों की कमी बताकर उनका इलाज नहीं कराया जा रहा है। विजय भाटिया भी बीमार हैं उन्हें भी अस्पताल नहीं ले जाया जा रहा है। वे इसको लेकर कोर्ट भी जाएंगे।

भाजपा विधायक राजेश मूणत ने ली चुटकी

पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आरोपों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत ने चुटकी लेते हुए पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल को बहुत दिनों बाद अपने शुभचिंतकों की याद आई। पूर्व मंत्री और विधायक के साथ जेल में अमानवीय व्यवहार हो ही नहीं सकता। जेल में भी अस्पताल है। वहां उसका इलाज चल रहा है अगर कोई अलग से इलाज चाहिए तो बता दे सरकार वह भी कर देगी। उन्होंने कहा कि कई दिनों से भूपेश बघेल अपने शुभचिंतकों से मिलने के लिए समय नहीं निकल पा रहे थे। एक शुभचिंतक विजय भाटिया आए हैं तो वह मिलने पहुंचे हैं ।

क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।

डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई शराब

ED की ओर से दर्ज कराई गई FIR की जांच ACB कर रही है। ACB से मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई। इससे शासन को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ है।

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CG Prime News@भिलाई. छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ACB और EOW ने मंगलवार को प्रदेश के 39 जगहों पर छापा मारा। दुर्ग-भिलाई के अलावा धमतरी और महासमुंद में ये कार्रवाई की गई। शाम को राज्य आर्थिक अपराध-अन्वेषण ब्यूरो द्वारा आबकारी घोटाले और आज की छापेमार कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि छापे के दौरान 90 लाख रुपए की राशि, सोना-चांदी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए हैं।

तड़के सुबह पहुंची टीम भिलाई

ACB और EOW की कई टीमें चार गाडिय़ों में सुबह 4 बजे भिलाई पहुंची। एक टीम हाउसिंग बोर्ड स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट में अशोक अग्रवाल के घर पहुंची। दूसरी टीम नेहरू नगर में बंसी अग्रवाल और विशाल केजरीवाल के यहां दबिश दी। वहीं खुर्सीपार में विनय अग्रवाल के यहां दस्तावेजों की जांच हुई।
भिलाई में कारोबारी अशोक अग्रवाल का घर जहां पड़ा छापा।

दुर्ग-भिलाई में इन कारोबारियों के यहां पड़ा है छापा

एसके केजरीवाल, नेहरू नगर, भिलाई
अशोक अग्रवाल, आम्रपाली अपार्टमेंट, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, भिलाई
विनय अग्रवाल, खुर्सीपार
संजय गोयल, डायरेक्टर स्पर्श हॉस्पिटल, नेहरू नगर
विश्वास गुप्ता, बिल्डर, दुर्ग
बंसी अग्रवाल, नेहरू नगर
आशीष गुप्ता, डायरेक्टर, आशीष इंटरनेशनल होटल सुपेला, नेहरू नगर स्थित घर में कार्रवाई।

महासमुंद में कारोबारियों के ठिकानों पर कार्रवाई

महासमुंद जिले के सांकरा और बसना में भी ACB-EOW कार्रवाई कर रही है। सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के ठिकानों में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। यहां दो वाहनों में 20 सदस्यीय टीम पहुंची है।

क्या है शराब घोटाला ?

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।

ED की ओर से दर्ज कराई गई FIR की जांच ACB कर रही है। ACB से मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई। इससे शासन को करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ है।

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में नया मोड़ आ गया है। झारखंड के आईएएस विनय कुमार चौबे और पूर्व संयुक्त आयुक्त आबकारी गजेंद्र सिंह पर एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों अफसरों पर रायपुर ईओडब्ल्यू ने धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र रचने की धाराओं में नया केस दर्ज किया है। वहीं मामला दर्ज होने के बाद झारखंड में सियासी हंगामा शुरू हो गया है। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने सोरेन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, हेमंत सोरेन सरकार फिर घोटाले की तैयारी में है।

EOW ने जो FIR दर्ज किया है उसमें आरोप है कि अफसरों ने भ्रष्टाचार किया और राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। आईएएस विनय कुमार झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के सचिव रहे चुके हैं। आरोपी दोनों अफसरों से ईडी छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में पहले पूछताछ कर चुकी है। यह भी कहा गया है कि, पूर्व में जांच के दौरान सिद्धार्थ सिंघानिया नाम के कारोबारी के कब्जे में डायरी मिली थी। इस डायरी में छत्तीसगढ़ की तरह झारखंड में शराब कारोबार में कब्जे की योजना दर्ज थी।

झारखंड को राजस्व का हुआ है बड़ा नुकसान
FIR में जिक्र है कि, शराब सिंडिकेट की आपराधिक साजिश के कारण झारखंड को 2022-23 में राजस्व का भारी नुकसान हुआ। शिकायत के बाद हुई शुरुआती जांच में पाया है कि नियम में फेरबदल कर शराब कंपनियों से करोड़ों का कमीशन लिया गया।

छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।

ED द्वारा दर्ज कराई गई FIR की जांच ACB कर रही है। ACB से मिली जानकारी के अनुसार साल 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई थी, जिससे शासन को करोड़ों के राजस्व का नुक़सान हुआ है।

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@Dakshi sahu Rao

CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में ACB-EOW ने जेल में बंद रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी छत्तीसगढ़ ने अनिल टुटेजा को स्पेशल कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें सात दिन के न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।

हाई कोर्ट में याचिका खारिज
करीब 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा के इस शराब घोटाले में ACB-EOW ने 8 अप्रैल को FIR दर्ज की थी। अनिल टुटेजा समेत अन्य आरोपियों ने ACB-EOW की कार्रवाई को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। जहां से अनिल टुटेजा को राहत मिल गई थी। 20 अगस्त को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने EOW, ACB और ED की कार्रवाई को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया। अनिल टुटेजा के राहत को भी रद्द कर दिया था। इसके बाद ACB-EOW ने स्पेशल प्रोटेक्शन वारंट जारी करते हुए अनिल टुटेजा को गिरफ्तार किया।

कोर्ट ने दी रिमांड
हांलाकि अनिल टुटेजा अब भी जेल में है। उन्हें वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एसीबी कोर्ट में पेश किया गया। जहां ACB-EOW ने अनिल टुटेजा की सात दिन की रिमांड मांगी। जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। बचाव पक्ष के वकील ने रिमांड का विरोध किया था लेकिन कोर्ट ने ACB-EOW को सात दिन की रिमांड दे दी है।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में निलंबित IAS अनिल टुटेजा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। निलंबित आईएएस को यूपी को मेरठ कोर्ट ने 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया है। टुटेजा के साथ ही कोर्ट ने अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी को भी 29 जुलाई तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। दोनों को यूपी एसटीएफ ने कोर्ट में पेश किया था।

रायपुर कोर्ट में किया पेश
रायपुर पुलिस अनिल टुटेजा को शनिवार रात मेरठ लेकर रवाना हुई थी। टुटेजा के खिलाफ भी उत्तर प्रदेश में नकली होलोग्राम मामले में एफआईआर दर्ज हुई है। इसके बाद मेरठ कोर्ट ने उसकी पेशी का वारंट जारी किया था। दूसरी ओर नकली होलोग्राम सप्लाई मामले में EOW ने चार आरोपियों को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया। इनमें दीपक दुआरी, अमित सिंह, अनुराग द्विवेदी और प्रिज्म होलोग्राम कंपनी के स्टेट हेड दिलीप पांडे शामिल हैं। चारों आरोपियों को कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड पर सौंप दिया।

यह है नकली होलोग्राम केस
FIR के मुताबिक, नोएडा स्थित पीएचएसएफ नाम की कंपनी को टेंडर मिला था। यह टेंडर छत्तीसगढ़ के एक्साइज डिपार्टमेंट ने होलोग्राम की आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से दिया गया। कंपनी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी। आरोप है कि, आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरूणपति त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास, तत्कालीन आईएएस अनिल टुटेजा ने टेंडर के लिए उसकी शर्तों में संशोधन किया। बदले में कंपनी के मालिक विधु गुप्ता से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया गया। छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देसी शराब की बोतल बेचने के लिए बेहिसाब डुप्लीकेट होलोग्राम लिए गए।

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CG Prime News@भिलाई. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू ढिल्लन के घर पर ACB-EOW की टीम ने चौथी बार छापा मारा है। बुधवार सुबह टीम पहुंची और पहले पप्पू ढिल्लन के गिरफ्तारी के बाद सील किए गए अलमारी और कमरों मे सबूतों की तलाश की। इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे। मिली जानकारी के अनुसार पप्पू ढिल्लन के महल जैसे घर में शराब घोटाले के कई राज छिपे हैं। जिसके सबूत कोर्ट में पेश करने के लिए चौथी बार छापेमार कार्रवाई की गई है।

भाटिया के घर भी पहुंची टीम
12 अप्रैल को भी टीम ने यहां छापेमारी की थी। उस दौरान पप्पू के घर से 28 लीटर विदेशी शराब मिली थी। सुपेला थाना पुलिस ने पप्पू ढिल्लन के बेटे जसजीत ढिल्लन के खिलाफ आबकारी एक्ट 34(2) के तहत अपराध दर्ज किया था। दूसरी तरफ पूर्व में छापेमारी के दौरान फरार विजय भाटिया के घर में किसी के नहीं होने से टीम ने उसे सील कर दिया था, आज वहां भी जांच की जा रही है।

गिरफ्तारी के बाद नोटिस देकर छोड़ा
पिछली बार छापेमारी के दौरान सुपेला पुलिस ने विदेशी शराब जब्त कर आरोपी जसजीत ढिल्लन को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उसे नोटिस देकर छोड़ा गया था। ये चौथी बार है जब पप्पू ढिल्लन के घर में एसीबी की छापेमारी की है। इससे पहले ईडी की टीम भी यहां छापा मार चुकी है।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में लगभग दो हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में शनिवार को न्यायिक रिमांड पर जेल में बंद अनवर ढेबर को बड़ा झटका लगा है। अनवर ढेबर की जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दिया है। आबकारी घोटाले में शनिवार (4 अप्रैल) को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। वहीं एक और सुनवाई में पूर्व IAS अनिल टुटेजा को भी राहत नहीं मिली, उन्हें 2 दिन की ED रिमांड पर भेजा गया है।

संपत्तियां भी की अटैच
जमानत के लिए अनवर ढेबर ने याचिका लगाई थी। जिसकी सुनवाई के लिए 4 मई का दिन तय किया गया था। आज दोनों पक्षों के बीच लंबी बहस के बाद कोर्ट ने अनवर ढेबर की याचिका खारिज कर दी। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और अरुणपति त्रिपाठी को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था। 16 मई तक तीनों आरोपी जेल में रहेंगे। इसके पहले शुक्रवार को ईडी ने अनवर ढेबर की 116.16 करोड़ की 115 संपत्तियां भी अटैच की थी।

205 करोड़ की 179 संपत्तियां कुर्क
प्रदेश में 2000 करोड़ के आबकारी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की। एजेंसी ने कारोबारी अनवर ढेबर, रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी के पूर्व अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी, नवीन केडिया, आशीष सौरभ केडिया समेत अन्य आरोपियों की 205 करोड़ की संपत्तियां अटैच (कुर्क) की है।

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CG Prime News@रायपुर. छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों की 205 करोड़ की संपत्ति को सील कर दिया है। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने घोटाले के आरोपियों के जिन संपत्ति को अटैच किया है उसमें रायपुर की आलीशान होटल और मल्टी स्टोरी बिल्डिंग भी शामिल है। इस घोटाले में पूर्व मंत्री समेत 70 लोगों पर एफआईआर है। करीब 11 महीने पहले भी 122 करोड़ की संपत्ति ईडी ने जब्त की थी।

पॉश इलाके में करोड़ों की बिल्डिंग
205 करोड़ की इन संपत्ति में कुछ संपत्ति रायपुर के मुख्य इलाकों में स्थित है। स्टेशन रोड और शंकर नगर जैसे पॉश इलाकों की इन एक-एक बिल्डिंग की कीमत करोड़ों में है। ईडी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, इन संपत्तियों में 18 चल और 161 अचल संपत्ति है। यह संपत्ति पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर समेत बाकी आरोपियों की है।

शराब घोटाला मामले में बनाए गए आरोपी

01. IAS, तत्कालीन संयुक्त सचिव (वाणिज्य एवं उद्योग विभाग छत्तीसगढ़ शासन)

02. अनवर ढेबर

03. अरुणपति त्रिपाठी (प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड)

04. मेसर्स रतनप्रिया मिडिया प्राइवेट लिमिटेड

05. कवासी लखमा (तत्कालीन आबकारी मंत्री)

06. निरंजनदास (आई.ए.एस. तत्कालीन आबकारी आयुक्त)

07. जनार्दन कौरव (तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी)

08. अनिमेष नेताम (तत्कालीन उपायुक्त आबकारी)

09. विजय सेन शर्मा (तत्कालीन उपायुक्त आबकारी)

10. अरविंद कुमार पटले (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)

11. प्रमोद कुमार नेताम (तत्कालीन सहायक कमिशनर आबकारी)

12. रामकृष्ण मिश्रा (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)

13. विकास कुमार गोस्वामी (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)

14. इकबाल खान (तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी)

15. नीतिन खंडुजा (तत्कालीन सहायक जिला आबकारी अधिकारी)

16. नवीन प्रताप सिंग तोमर (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)

17. मंजु कसेर (तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी)

18. सौरभ बख्शी (तत्कालीन सहायक आयुक्त)

19. दिनकर वासनिक (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)

20. आशीष वास्तव (तत्कालीन अतिरिक्त आयुक्त आबकारी)

21. अशोक कुमार सिंह (तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी)

22. मोहित कुमार जायसवाल (जिला आबकारी अधिकारी)

23. नीतू नोतानी (उपायुक्त)

24. रविश तिवारी (तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी)

25. गरीबपाल दर्दी (आबकारी अधिकारी)

26. नोहर सिंह ठाकुर (आबकारी अधिकारी)

27. सोनल नेताम (सहायक आयुक्त आबकारी विभाग)

28. अरविंद सिंह

29. अनुराग द्विवेदी (मेसर्स अनुराग ट्रेडर्स)

30. अमित सिंह (मेसर्स अदीप एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड)

31. नवनीत गुप्ता

32. पिंकी सिंह (प्रोप्राइटर अदिप एम्पायर्स)

33 विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू

34. त्रिलोक सिंह, ढिल्लन (मेसर्स ढिल्लन सिटी मॉल प्राइवेट लिमिटेड)

35. यश टुटेजा (निवासी कटोरा तालाब रायपुर)

36. नितेश पुरोहित, गिरीराज होटल, रायपुर

37. यश पुरोहित, गिरीराज होटल, रायपुर

38. अभिषेक सिंह, डायरेक्टर मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राइवेट लिमिटेड

39. मनीष मिश्रा, मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राइवेट लिमिटेड

40. संजय कुमार मिश्रा, सी.ए. मेसर्स नेक्सजेन पॉवर इंजीटेक प्राइवेट लिमिटेड

41. अतुल कुमार सिंह श्री ओम साईं, बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड

42. मुकेश मनचंदा, श्री ओम साई बेवरेजेस प्राइवेट लिमिटेड

43. विजय भाटिया, भिलाई

44. अशीष सौरभ केडिया, मेसर्स दिशिता वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड

45. मेसर्स छ.ग. डिस्टलरीस प्राइवेट लिमिटेड

46. मेसर्स भाटिया वाईन एवं मर्चेंटस प्राइवेट लिमिटेड

47. मेसर्स वेलकम डिस्टलरीस

48. सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स सुमीत फैसलिटीस लिमीटेड एवं टॉप सिक्योरिटीस फैसिलिटी मैनेजमेंट

49. बच्चा राज लोहिया मेसर्स इगल हंटर सॉल्युशन लिमीटेड एवं पार्टनर

50. मेसर्स अलर्ट कमाण्डों प्राइवेट लिमिटेड और पार्टनर

51. अमित मित्तल, मेसर्स ए टू जेड प्राइवेट लिमिटेड

52. उदयराव मेसर्स ए टू जेड प्राइवेट लिमिटेड का मैनेजर

53 मेसर्स प्राईम वन वर्क फोर्स

54. लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल निवासी भिलाई

55. विधु गुप्ता, प्रीज्म होलोग्राफी एवं सिक्योरिटीस प्राई लिमी.

56. दीपक दुआरी

57. दिपेन चावडा

58. मेसर्स प्राईम डेव्हलपर्स

59. मेसर्स ए ढेबर बिल्डकॉन

60. मेसर्स ए. जे. एस. एग्रोट्रेड प्राईवेट लिमीटेड

61. सफायर इस्पात के मालिक उमेर ढेबर और जुनैद ढेबर

62. अख्तर ढेबर

64. अशोक सिंह

65. सुमीत मलो

66. रवि बजाज

67. विवेक ढांढ, निवासी जी. ई. रोड रायपुर

68. अज्ञात कांग्रेस के पदाधिकारी

69. अन्य आबकारी अधिकारी

70. विकास अग्रवाल के साथीगण के अज्ञात का नाम भी शामिल है।