छत्तीसगढ़ के जंगल पर तस्करों का कब्जा, महंगी लकड़ी की तस्करी रोकने गए फॉरेस्ट रेंजर को बेदम पीटा, वनकर्मियों को दौड़कर मारा

बिलासपुर। Forest range injured छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में डिप्टी रेंजर पर लकड़ी तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया। कुल्हाड़ी से वार करने के कारण वह घायल हो गए। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उपचार जारी है। बताया गया कि बिलासपुर वन विकास निगम के डिप्टी रेंजर अरविंद बंजारे को कोटा के वन विकास निगम के परियोजना मंडल के सेमरिया में लकड़ी तस्करों के सक्रिय होने की सूचना मिली थी।

तस्करों द्वारा सागौन के पेड़ों को काटकर परिवहन किया जा रहा है। इसी सूचना पर वन विभाग की टीम सर्चिंग करते हुए रात करीब 12 बजे सेमरिया बीट पहुंची थी।

कुल्हाड़ी से किया वार

लकड़ी तस्कर ट्रैक्टर से पिकअप वाहन में लकड़ी लोड कर रहे थे। वनकर्मी उन्हें घेरते हुए करीब पहुंचे तो लकड़ी तस्करों ने रॉड, लाठी और कुल्हाड़ी से वनकर्मियों पर हमला कर दिया।अपनी जान बचाने के लिए वनकर्मियों को वहां से भागना पड़ा। इस बीच डिप्टी रेंजर अरविंद बंजारे को तस्करों ने पकड़ लिया। उनके ऊपर कुल्हाड़ी से वार कर उन्हें लहूलुहान कर दिया।

रेंजर को पकड़कर मारा

इस वारदात को अंजाम देने के बाद तस्कर वहां से भाग निकले। काफी देर बाद भी डिप्टी रेंजर साथियों के पास नहीं पहुंचे, तो वनकर्मी वापस जंगल उन्हें तलाश करने पहुंचे।  इस दौरान वनकर्मियों के साथ काफी संख्या में ग्रामीण भी थे। डिप्टी रेंजर घायल अवस्था में लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़े हुए थे।

गाड़ी छोड़कर भागे तस्कर

तत्काल उन्हें कोटा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रेफर कर दिया गया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वहां सागौन के 17 लट्‌ठा, ट्रैक्टर और पिकअप वाहन जब्त किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जब्त गाड़ी के आधार पर उसके मालिक और तस्करों की तलाश कर रही है।