दुर्ग। पुलिस महानिरीक्षक (IG) रामगोपाल गर्ग की अध्यक्षता में 27 फरवरी 2025 को कार्यालय के सभागार में दोषमुक्ति मामलों की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में अभियोजन अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों एवं अभियोजन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में विशेष रूप से न्यायालय में प्रस्तुत मामलों में दोषमुक्त हुए आरोपियों के केस का विश्लेषण किया गया और अभियोजन को मजबूत करने के लिए आवश्यक सुधारों पर चर्चा हुई। बैठक के अंत में आईजी ने अभियोजन और विवेचना अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे न्याय प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए तकनीकी और भौतिक साक्ष्यों का अधिकतम उपयोग करें ताकि न्यायालय में दोषियों को सजा दिलाने की दर में वृद्धि हो। (IG takes review meeting of acquittal cases, emphasizes on importance of technical evidence)
तकनीकी साक्ष्यों के प्रभावी उपयोग पर जोर
बैठक में अभियोजन की सफलता दर को बढ़ाने और विवेचना में सुधार लाने के उपायों पर विस्तृत चर्चा की गई। विशेष रूप से ‘तकनीकी साक्ष्य एकत्र कर प्रस्तुत करने के महत्व’ को लेकर गहन विचार-विमर्श हुआ। IG ने निर्देश दिया कि विवेचना अधिकारी सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन, साइबर फॉरेंसिक रिपोर्ट एवं अन्य डिजिटल साक्ष्यों को प्रभावी ढंग से संकलित करें और कानूनी प्रक्रिया के तहत केस डायरी में शामिल करें। इससे अभियोजन को मजबूती मिलेगी और दोषमुक्ति की संभावना कम होगी।
विवेचना में सावधानी और कानूनी जागरूकता आवश्यक
बैठक के दौरान विवेचना के दौरान होने वाली त्रुटियों को रोकने, भौतिक साक्ष्य एकत्र करने में सावधानी बरतने और अभियोजन अधिकारियों को कानूनी प्रावधानों की नियमित जानकारी देने पर जोर दिया गया। IG ने निर्देश दिया कि विवेचकों को समय-समय पर विधिक प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे तकनीकी एवं भौतिक साक्ष्यों को सही तरीके से प्रस्तुत कर सकें।
गवाहों की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर चर्चा
समीक्षा बैठक में गवाहों की सुरक्षा और उनकी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए रणनीतिक उपायों पर भी विचार किया गया। अभियोजन अधिकारियों से कहा गया कि वे गवाहों को उचित सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में कार्य करें ताकि वे अदालत में निर्भीक होकर अपने बयान दे सकें।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला अभियोजन अधिकारी दुर्ग अनुरेखा सिंह, उप संचालक अभियोजन बालोद प्रेमेंद्र बैसवाड़े, उप संचालक अभियोजन बेमेतरा अपर्णा अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बेमेतरा ज्योति सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग पदमश्री तंवर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद अशोक जोशी, उप निरीक्षक राज कुमार प्रधान, सहायक उप निरीक्षक हेमंत त्रिपाठी, डाटा एंट्री ऑपरेटर तेजस्वी गौतम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
